अंकिता भंडारी हत्याकांड: जगह जगह प्रदर्शन, सबूत मिटाने के आरोप, विधायक की गाड़ी तोड़ी, पिता पुत्र पार्टी से निष्कासित

फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने की मांग
रिजॉर्ट में कार्यरत रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या की खबर जैसे ही इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुई थाना लक्ष्मण झूला में देहरादून, ऋषिकेश यमकेश्वर आसपास क्षेत्र से विभिन्न महिला संगठनों के सदस्य और अन्य राजनीतिक दलों के सदस्यों की भीड़ जुट गई। इन सभी ने एक स्वर से अंकिता भंडारी को इंसाफ देने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। तीनों आरोपियों को जनता के सुपुर्द करने की मांग भी की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एसएफआइ ने डीएवी महाविद्यालय में दहन किया भाजपा सरकार का पुतला
अंकिता हत्याकांड के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने, मुकदमे को फास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाने तथा राज्यभर में बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ जोरदार नारे लगाते हुए डीएवी पीजी कालेज के गेट के समक्ष एसएफआइ ने बीजेपी सरकार का पुतला जलाया। इस अवसर पर अपराधियों को संरक्षण देने पर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई। प्रदेश अध्यक्ष नितिन मलेठा ने कहा कि यह घटना शासन प्रशासन की मदद के बिना सम्भव नही हैं। राज्य कमेटी सदस्य सुप्रिय भंड़ारी ने कहा कि उत्तराखंड एक शांतिपूर्ण राज्य रहा है, लेकिन जब जब भाजपा सरकार में आई, इस तरह की घटनाएं बढ़ गई हैं। इस अवसर पर राज्य सचिव हिमांशु चौहान, इकाई सचिव अमन कंडारी, इकाई उपाध्यक्ष सोनाली नेगी, मनोज कुंवर साक्षी, प्रदीप, मुकुल, सवि सामवेदी, निशा, पायल, सिमरन,अंशुल कंडारी आदि मौजूद रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सीपीएम ने किया प्रदर्शन, सरकार का पुतला दहन
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आज अंकिता हत्याकांड के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने तथा मुकदमे को फास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाने की मांग के साथ ही राज्यभर में बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। देहरादून में ये प्रदर्शन गांधी पार्क के निकट किया गया। इस दौरान सरकार का पुतला दहन किया। इस अवसर पर अपराधियों को संरक्षण देने पर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। तथा अपराधियों को सरकारी संरक्षण पर आपत्ति जताई। साथ ही मुख्य अभियुक्त के पिता एवं भाजपा नेता पूर्व दर्जाधारी को भी जांच के दायरे में रखने की मांग की। पार्टी ने इस प्रकार के सभी रिसोर्टो, होटलों तथा संदिग्ध स्थानों पर कड़ी नजर रखने की भी मांग की है। इस अवसर पर पार्टी के राज्यकमेटी सदस्य एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवप्रसाद देवली, देहरादून के पार्टी सचिव अनन्त आकाश, सीटू महामंत्री लेखराज, रविन्द्र नौडियाल, विजय भट्ट, कलम सिंह लिंगवाल, उदयराम ममगाई, मामचंद, शराफत अली, सुरेंद्र सिंह बिष्ट, राजू आदि ने विचार व्यक्त किए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
विधायक को करना पड़ा लोगों के गुस्से का सामना
अंकिता हत्याकांड से गुस्साए यमकेश्वर के लोगों ने एक ओर विधायक की गाड़ी तोड़ दी तो दूसरी ओर आरोपित के रिसॉर्ट में आग लगा दी। जानकारी के मुताबिक अंकिता भंडारी के शव को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश लाया गया। यहां बड़ी संख्या में स्थानीय लोग एकत्र हो गए। यहां पर पहुंची यमकेश्वर के विधायक रेनू बिष्ट को नागरिकों के गुस्से का सामना करना पड़ा। उपस्थित लोग ने इनके खिलाफ नारेबाजी कर उनके वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद विधायक वापस लौट गई। आरोप है कि उन्होंने देर रात संबंधित रिसार्ट पर जेसीबी चलाकर अंकिता भंडारी के कमरे को क्षतिग्रस्त कर दिया। जिससे मौके पर साक्ष्य नष्ट होने का पूरा अंदेशा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देर रात चला बुलडोजर
शुक्रवार देर रात करीब 12:00 बजे इस रिसॉर्ट में एक जेसीबी पहुंचा। जेसीबी ने रिसोर्ट के बाएं हिस्से में तोड़फोड़ शुरू कर दी। हालांकि इस हिस्से में दोपहर में भी स्थानीय ग्रामीणों ने पत्थरबाजी कर रिसॉर्ट के शीशे तोड़ दिए थे। इस जेसीबी ने शेष बचे शीशों को भी तोड़ दिया। वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ तो तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई। कई इंटरनेट मीडिया यूजर्स ने इसे सरकार और प्रशासन की ओर से की गई कार्रवाई बताते हुए शेयर किया। वहीं बीजेपी की ओर से भी बुलडोजर का वीडियो जारी किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बुलडोजर चलाने पर उठाए सवाल
सोशल मीडिया में बुलडोजर चलाने को लेकर अब लोगों में रोष की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। लोगों का कहना है कि मामला बीजेपी नेता के बेटे से जुड़ा है। ऐसे में रिसोर्ट में बुलडोजर चलाने के नाम पर सबूत नष्ट करने के प्रयास किए गए हैं। बुलडोजर भी उस कमरे में चलाया गया, जिसमें अंकिता रहती थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सीएम ने किया एसआइटी का गठन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्विट किया कि आज प्रातः काल बेटी अंकिता का पार्थिव शव बरामद कर लिया गया। इस हृदय विदारक घटना से मन अत्यंत व्यथित है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक पी. रेणुका देवी के नेतृत्व में SIT का गठन कर इस गंभीर मामले की गहराई से त्वरित जांच के भी आदेश दे दिए हैं। आरोपियों के गैर कानूनी रूप से बने रिजॉर्ट पर बुल्डोजर द्वारा करवाई भी कल देर रात की गई है। हमारा संकल्प है कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आरोपी के भाई को किया बर्खास्त
हत्या आरोपी पुलकित आर्य के भाई अंकित आर्य को मुख्यमंत्री ने ओबीसी आयोग पद से बर्खास्त कर दिया है। इस संबंध में बीजेपी की ओर से सूचना दी गई है। साथ ही बीजेपी की ओर से कहा जा रहा है कि धाकड धामी ने बड़ा एक्शन लिया। पहाड़ की बेटी के हत्यारों पर धामी ने बुलडोजर चला दिया है। वहीं, बुलडोजर चलाने की घटना को लोग सबूत नष्ट करने का प्रयास बता रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अंकिता हत्याकांड मे विनोद आर्य और अंकित आर्य निष्काषित
भाजपा ने अंकिता हत्याकांड मे पुलकित आर्य की गिरफ़्तारी के बाद आरोपी के पिता विनोद आर्य और उसके भाई डॉ अंकित आर्य को पार्टी से निष्काषित कर दिया है। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के निर्देश पर यह कार्रवाई की गयी है।
ये है प्रकरण
पौड़ी जिले के यमकेश्वर प्रखंड के अंतर्गत गंगा भोगपुर स्थित रिसोर्ट से पांच दिन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी लापता हो गई थी। पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि हत्या कर उसका शव चीला नहर में फेंक दिया गया था। इस मामले में रिसोर्ट मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी पुलकित हरिद्वार के भाजपा नेता विनोद आर्य का पुत्र है। विनोद आर्य पुत्र में दर्जाधारी भी थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कमरे में नहीं मिली तो दर्ज कराया था मुकदमा
ग्राम श्रीकोट, पट्टी नादलस्यूं, पौड़ी गढ़वाल निवासी (19 वर्षीय) अंकिता भंडारी की गुमशुदगी के सम्बन्ध में राजस्व पुलिस चौकी उदयपुर तल्ला में मुकदमा पंजीकृत हुआ था। जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल ने उपरोक्त मुकदमा 22 सितम्बर को राजस्व पुलिस से थाना लक्ष्मणझूला पुलिस को स्थानान्तरित किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए लक्ष्मणझूला पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए 24 घंटे के अन्दर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर केस वर्कआउट कर लिया। बीती 19 सितंबर की सुबह अंकिता अपने कमरे में नहीं मिली। इसके बाद उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तीन आरोपियों को किया था गिरफ्तार
गुरुवार को यह मामला राजस्व पुलिस से नागरिक पुलिस को हस्तांतरित होने के बाद अपर पुलिस अधीक्षक पौड़ी शेखर सुयाल के नेतृत्व में टीम का गठन कर मामले की जांच शुरू की गई थी। इस मामले में छह लोग को हिरासत में लेते हुए पुलिस ने रिसॉर्ट में ताला जड़ दिया था। इस मामले में हत्या का मामला दर्ज करते हुए लक्ष्मण झूला पुलिस ने रिसॉर्ट के मालिक को पुलकित आर्य पुत्र विनोद आर्य निवासी आर्य नगर हरिद्वार, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपी पुलकित आर्य, अंकित और सौरभ भाष्कर ने जुर्म कबूल लिया और पूरे मामले का सच बताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
षड्यंत्र रचकर ठिकाने लगाया
पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के बाद दावा किया कि वनन्तरा रिसार्ट के अंदर चल रहे अनैतिक कार्यों का राजफाश न हो, इसके लिए अंकिता को पूरी तरह से षडयंत्र रचकर ठिकाने लगाया गया। पहले आरोपी उसे बहाने से ऋषिकेश लाए और जब नहीं मानी तो चीला नहर में फेंक दिया। अंकिता ने डूबने से पहले दो बार पानी की लहरों से बाहर निकलकर बचने का प्रयास भी किया, लेकिन हत्यारे उसके डूबने का इंतजार करते रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सच उगलवाया तो हर कोई रहा हैरान
गुमशुदगी से लेकर हत्या तक पहुंचे इस जघन्य हत्याकांड में पुलिस ने आरोपियों से सच उगलवाया तो हर कोई हैरान रह गया। अपर पुलिस अधीक्षक शेखर सुयाल ने जब संदेह होने पर शुक्रवार सुबह तीनों आरोपियों रिसार्ट मालिक पुलकित और प्रबंधक सौरभ समेत सहायक प्रबंधक अंकित को गिरफ्तार किया तो रिसार्ट में चल रहे अनैतिक कार्यों से लेकर अंकिता हत्याकांड तक की समस्त कड़ियां खुल गईं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कस्टमर को खुश करने डालते थे दबाव
जांच में सामने आया कि तीनों आरोपित अंकिता पर ग्राहकों को खुश करने दबाव डालते थे। अंकिता राजी नहीं हुई और उसने यह बात अपने सहयोगी को बता दी। जिससे आरोपित उससे नाराज हो गए व उनका अंकिता से विवाद भी हुआ। जब उन्हें अंकिता के रिसार्ट छोड़कर जाने की तैयारी का पता चला तो उन्होंने उसकी हत्या का षड्यत्र रचा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
घूमने के बहाने ले गए थे अंकिता को साथ
पुलिस के मुताबिक 18 सितंबर की रात पुलकित, सौरभ और अंकित ऋषिकेश घुमाने के बहाने अंकिता को साथ ले आए। अंकिता सौरभ के साथ बाइक पर बैठी, जबकि पुलकित व अंकित स्कूटी पर गए। ऋषिकेश में बैराज होते हुए चारों लोग एम्स के पास पंहुचे। वहां चारों में कुछ देर बात हुई और फिर वापस चले। वापसी में पुलकित ने अंकिता को स्कूटी पर बैठाया, जबकि सौरभ व अंकित बाइक पर चले। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अंकिता ने गलत काम करने को लेकर दी थी चेतावनी
बैराज चौकी से कुछ आगे पहुंचने पर सभी चीला नहर किनारे रुक गए। पुलिस ने बताया कि यहां पुलकित, सौरभ व अंकित ने शराब पी। इस दौरान रिसार्ट के अनैतिक कार्यों को लेकर पुलकित और अंकिता का फिर विवाद हो गया। अंकिता ने चेताया कि वह रिसार्ट में चल रहे कामों की जानकारी अपने घरवालों और परिचितों को बता देगी। झगड़ा बढ़ने पर उसने पुलकित का मोबाइल नहर में फेंक दिया। इसके बाद पुलकित से अंकिता की हाथापाई भी हुई। इससे ताव में आए पुलकित ने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया। आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि नहर में गिरने के बाद अंकिता ने दो बार पानी के ऊपर आकर मदद के लिए चिल्लाने और बाहर आने का प्रयास किया। लेकिन, कुछ देर बाद वह नहर में डूब गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वापिस लौटकर रचा पूरा नाटक
अंकिता की हत्या के बाद तीनों आरोपी जब देर रात रिसार्ट पहुंचे तो उन्होंने रिसार्ट स्टाफ को गुमराह करने के लिए पूरा नाटक रचा। दरअसल, अंकिता को जब आरोपित ऋषिकेश ले जा रहे थे तब रिसार्ट के स्टाफ के दो कर्मचारियों अभिनव व कुश ने उन्हें देख लिया था। रिसार्ट आने से पूर्व अंकित ने शेफ मनवीर को फोन कर चार व्यक्तियों का खाना बनाने को कहा। हत्या कर रिसार्ट लौटे तीनों आरोपित किनारे वाले दरवाजे से अंदर गए। अंकित ने अंकिता के लिए शेफ मनवीर से खाना लिया व खुद अंकिता के कमरे में गया, जबकि हमेशा खाना मनवीर ले जाता था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
खुद ही दर्ज कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट
अगले दिन यानी 19 सितंबर की सुबह पुलकित व अंकित हरिद्वार जाने की बात कहकर निकल गए। वहां पुलकित ने नया मोबाइल खरीदा और दूसरे नंबर से रिसार्ट के एक कर्मचारी को फोन कर कहा कि उसका मोबाइल अंकिता के कमरे में रह गया है, जाकर ले आए। जब वह कर्मचारी कमरे में पहुंचा तो न अंकिता थी, न फोन। उसने मालिक पुलकित को इसकी जानकारी दी। जिस पर पुलकित को लगा कि उनका षड्यंत्र सफल हो गया और तीनों ने पटवारी चौकी पहुंचकर अंकिता की गुमशुदगी दर्ज करा दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एक आडियो आया था सामने
18 सितंबर का अंकिता की एक आडियो क्लीप सामने आई थी, जिसमें वह सहयोगी कर्मचारी को फोन कर रो रही थी। सहयोगी कर्मचारी से उसने अपना बैग लाने को कहा गया था। उसकी व्हाट्सअप चैट भी पुलिस ने जांची है, जिसमें पुलकित के गलत कामों के बारे में वह अपने एक करीबी दोस्त को बता रही थी। इसी दोस्त की सक्रियता के बाद अंकिता के लापता होने की जांच तेज हो सकी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अंकिता का शव बरामद
पुलिस पूछताछ में पता चला कि रिसॉर्ट ओनर पुलकित आर्य और अन्य आरोपित अंकिता पर कस्टमर से सम्बन्ध बनाने का दबाव बनाते थे। यह बात अंकिता ने अपने कुछ साथियों को बता दी थी। इसी को लेकर अंकिता और आरोपितों के बीच विगत 18 सितंबर को विवाद हुआ था। जिसके बाद आरोपित उसे अपने साथ दोपहिया वाहन में घुमाने के लिए ले गए और उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस की टीम नहर में अंकिता का शव तलाश कर रही थी। शनिवार की सुबह अंकिता का शव चीला नहर से बरामद कर लिया गया है। अंकिता के पिता और भाई ने शव की पहचान कर ली है। वहीं अपनी बेटी को इस हाल में देख पिता टूट गए हैं। पिता और भाई का कहना है कि शव पर जो कपड़े हैं, वह अंकिता के ही है। वहीं पुलिस रिसॉर्ट कर्मचारियों से भी शिनाख्त करवाएगी।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।