केदारनाथ उपचुनाव के बीच सीएम धामी का उमड़ा गैरसैंण प्रेम, बगैर प्रोटोकॉल के पहुंचे, किया रात्री प्रवास
कल 20 नवंबर को केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव को लेकर मतदान होना है। चुनाव प्रचार थम चुका है। उत्तराखंड के सीएम धामी ने भी बीजेपी प्रत्याशी के प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी। प्रचार थमा तो वह सप्ताह में करीब दूसरी बार चमोली जिले के गैरसैंण पहुंच गए। क्योंकि कुछ दिन पूर्व भी सीएम धामी ने गैरसैंण में कई बैठक की थी। यदि नवंबर माह की बात की जाए तो इसी माह उनका ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में ये तीसरा दौरा है। सोमवार को सीएम ने गैरसैंण में रात्री प्रवास भी किया। सरकारी मीडिया ने इसे सीएम धामी के गैरसैंण प्रेम के रूप में प्रचारित किया। वहीं, सवाल है कि केदानाथ उपचुनाव के दौरान ही सीएम धामी का गैरसैंण प्रेम अचानक कैसे उमड़ गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सरकार की ओर से बताया गया कि सीएम का गैरसैण का यह दौरा बिना किसी सरकारी कार्यक्रम या विधानसभा सत्र के है। ये इस बात का प्रतीक है कि मुख्यमंत्री धामी प्रदेश के दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्रों को लेकर न केवल सजग हैं, बल्कि उन्हें प्राथमिकता भी दे रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव प्रचार के विभिन्न कार्यक्रमों और जनसंवाद के बाद बिना किसी प्रोटोकॉल व सुरक्षा के अचानक गैरसैण पहुंच गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री के इस अप्रत्याशित आगमन की खबर जैसे ही गैरसैंण के अधिकारियों को मिली, वे हैरान रह गए। यह इसलिए भी खास है क्योंकि राज्य गठन के बाद से अब तक किसी मुख्यमंत्री ने इस तरह बिना किसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम या सूचना के गैरसैण का दौरा नहीं किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सरकारी प्रेस नोट में कहा गया कि मुख्यमंत्री धामी का बार-बार गैरसैण आना उनके इस क्षेत्र के प्रति विशेष संवेदनशीलता और लगाव को दर्शाता है। यह उनके नेतृत्व की समर्पित सोच और जमीनी जुड़ाव को रेखांकित करता है। सीएम का ये दौरा भी ठीक उसी प्रकार का माना जा सकता है, जैसे किसी बड़े चुनाव के दौरान जब प्रचार अभियान समाप्त हो जाता है तो पीएम नरेंद्र मोदी भी किसी ना किसी स्थल पर पहुंचकर अपनी तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित करते रहे हैं। उनकी तरह की इस बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रयोग किया।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।