किसान सभा आसनमंडल के अमर बहादुर बने अध्यक्ष, प्रदीप कुमार को चुना महासचिव
1 min readसम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर जिलाध्यक्ष दलजीत सिंह ने कहा कि किसानों ने जनता के सवालों को लेकर लम्बा संघर्ष किया। अनेक शहादतें दी हैं। किसानों कै अपने संघर्ष को निर्णायक मुकाम तक पहुंचाना होगा। सहसपुर के पूर्व ब्लाक प्रमुख एवं किसान नेता ने सम्मेलन की रिपोर्ट पेश की। जिस पर 17 प्रतिनिधियों ने हिस्सेदारी की। प्रतिनिधियों ने जनहित में किसान सभा को मजबूत करने की सलाह दी। सम्मेलन में आसनमंडल के कार्यकारिणी के चुनाव में अमर बहादुर को अध्यक्ष और प्रदीप कुमार को महासचिव चुना गया। साथ ही उपाध्यक्ष उषा देवी, कोषाध्यक्ष सुधा देवली, संयुक्त मंत्री होम बहादुर राणा के अलावा कार्यकारिणी सदस्य चुने गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पारित किए गए ये प्रस्ताव
सम्मेलन में फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य, सभी गरीब एवं खेतिहर मजदूरों की ऋण माफी, 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को सम्मानजनक पेशन, मनरेगा का दायरा शहरों तक बढाने के साथ 200दिन का काम तथा मजदूरी 600 रूपये करना, बढ़ती महगाई पर रोक लगाने, पेट्रोस, गैस के दाम कम करने, भूमिहीनों को भूमि तथा ग्रामीण भूमि पर बसे लोगों को मालिकाना हक देना, बाढ़ से सुरक्षा, सभी आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता, जंगली जानवारों से फसलों की सुरक्षा, भर्तियों में घोटाले की सीबीआइ जांच, ग्रामीण क्षेत्र में टूटी सड़कों एवं पुलियाओं का निर्माण करना, धान की फसलों पर कीड़े के कारण किसानों की श्रृणमाफी एवं मुआवजे की व्यवस्था करना, पशुओं की बीमारी को मद्देनजर निशुल्क वैक्सीन की व्यवस्था, अल्पसंख्यक समुदाय, कमजोर तबकों महिलाओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ प्रस्ताव पारित किये गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर मुख्य वक्ताओं में किसान सभा प्रान्तीय अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह सजवाण, कोषाध्यक्ष शिपप्रसाद देवली, जिला महामन्त्री कमरूद्दीन, उपाध्यक्ष याकूब अली ने विचार रखे। सम्मेलन को ज्ञान विज्ञान समिति के कमलेश खन्तवाल ने शुभकामनाएं दी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।