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March 12, 2025

बीजेपी सांसद पर यौन शौषण के आरोपः बयान से पलटी नाबालिग महिला पहलवान

यौन शौषण के आरोप में घिरे बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। कयास लगाए जा रहे थे कि जल्द ही बीजेपी सांसद से बीजेपी किनारा कर लेगी और उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। इस बीच ऐसी खबर आ रही है, जो आरोपी के पक्ष में जाती है। एक तरफ देश के जाने माने पहलवानों ने बीते कुछ महीनों से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। वेबृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। वहीं अब एक नाबालिग महिला पहलवान अपने बयान से पलट गई है। उसने बृजभूषण शरण सिंह पर लगाए आरोप वापस ले लिए हैं। दिल्ली पुलिस ने नाबालिग महिला पहलवान का बयान पटियाला हाउस कोर्ट में कराया है। महिला ने 2 दिन पहले पटियाला हाउस कोर्ट में बयान वापस लिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ये है एफआईआर
पहलवानों के आरोपों के बाद बृजभूषण सिंह के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज हुई हैं। एफआईआर में एक नाबालिग पहलवान ने बृजभूषण पर कई बार यौन अत्याचार का आरोप लगाया है। एफआईआर में प्रताड़ना के आरोपों के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसके अनुसार, लड़की ने कहा कि उसने उसे अपनी ओर खींचा और उसके कंधे पर बहुत जोर से दबाया और फिर जानबूझकर अपना हाथ उसके कंधे के नीचे खिसका दिया। उसके शरीर पर हाथ फेरते हुए कहा, तू मेरे को सपोर्ट कर, मैं तेरे को सपोर्ट करूंगा। मेरे साथ टच में रहना। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

नाबालिग के पिता की ओर दर्ज कराई गई एफआईआर के अनुसार, घटना 2022 की है, जब वह 16 साल की थी। उसने राष्ट्रीय खेलों में सब जूनियर कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लिया था। एफआईआर में आगे कहा गया है कि जब नाबालिग ने बृजभूषण का कड़ा विरोध किया, तो उसने उससे कहा कि एशियाई चैम्पियनशिप के लिए जल्द ही ट्रायल होने वाले हैं और चूंकि वह उसके साथ सहयोग नहीं कर रही है, इसलिए उसे आगामी ट्रायल में नतीजे भुगतने होंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बृजभूषण सिंह के खिलाफ कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 354 (महिला का शील भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल प्रयोग), 354ए (यौन उत्पीड़न), 354डी (पीछा करना) और 34 (सामान्य मंशा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। उनके खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पहलवानों ने लगाए हैं ये आरोप
पहलवानों का आरोप था कि रेसलर फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने अपशब्दों का प्रयोग किया था और खिलाड़ियों को गाली भी दी थी। साथ की यौन शोषण के भी आरोप लगाए। पहलवानों ने कहा था कि हम यहां खेलने आए हैं। वो विशेष रूप से खिलाड़ी और राज्य को टारगेट कर रहे हैं। अध्यक्ष के खिलाफ सात महिला पहलवानों ने पुलिस को लिखित तहरीर भी दी है। इसमें एक नाबालिग पहलान भी शामिल है। इन महिला पहलवानों ने संघ अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में देश के शीर्ष पहलवानों की भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा कथित यौन दुराचार के खिलाफ एक याचिका पर सुनवाई हुई थी। इसके बाद दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं, लेकिन धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हमें दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं, वह कमजोर प्राथमिकी दर्ज कर सकती है। अब इस मामले में केस भी दर्ज कर लिया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पढ़ेंः बीजेपी सांसद बृजभूषण के खिलाफ सामने आईं दो एफआईआर, इतने पहलवानों ने की शिकायत, पढ़िए हरकतें
धरनास्थल जबरन किया साफ
कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर में करीब एक माह तक धरना देने वाले भारतीय पहलवानों को रविवार 28 मई को दिल्ली पुलिस ने तब गिरफ्तार किया था, जब वे नए संसद भवन की तरफ कूच करने का प्रयास कर रहे थे। इस दौरान कई पहलवानों को घसीटा गया। जंतर मंतर को पूरी तरह से खाली करा लिया गया। जंतर-मंतर से पहलवानों के अलावा सभी प्रदर्शनकारियों को हटाया गया। पहलवानों के टेंट और अन्य सामान को भी हटाकर जंतर मंतर को साफ कर दिया गया। हालांकि, रात को पहलवानों को रिहा कर दिया गया, लेकिन उन पर गंभीर धाराओं में मुकदमा भी दर्ज किया गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

गंगा में मैडल बहाने हरिद्वार पहुंचे थे पहलवान
इससे दुखी होकर 30 मई को आंदोलनरत पहलवान अपने मैडल को गंगा में बहाने के लिए हरिद्वार पहुंच गए थे। भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत की अपील पर उन्होंने मैडल नहीं बहाए और गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस को पांच दिन का समय दिया।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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