अखिल गढ़वाल सभा दून में 11 नवंबर से आयोजित करेगी दस दिवसीय उत्तराखंड महोत्सव-कौथिग
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का शुभारंभ एक विराट सांस्कृतिक सद्भावना रैली से किया जाएगा। ये रैली देहरादून में गांधी पार्क से प्रातः 10 बजे निकाली जाएगी। इस रैली का समापन दोपहर एक बजे कौथिग स्थल पर होगा।। विशेष आकर्षणों में पहले 2 दिन उत्तराखंड के लोक नृत्यों के साथ उत्तराखंडी वेश भूषा प्रतियोगिता भी रहेगी। इस बार 13 नवंबर और 19 नवंबर को उतराखण्ड के सुप्रसिद्ध लोकगायकों की गीत संध्या रमछोल का आयोजन भी होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि 14 नवंबर को हिमालयी राज्यो के आकर्षक लोकनृत्य, 15 नवंबर को गढ़वाली कवि सम्मेलन रहेगा। 16 नवंबर को 2 वर्गों में आयोजित की गई गीत व लोकगीत प्रतियोगिता का फाइनल होगा। 17 नवंबर को दिव्यांग लोककलाकारों की प्रस्तुति शाम के समय मुख्य मंच पर होगी। इसके अतिरिक्त 17 तारीख को शाम को उतराखंड के विभूतियों को गढ़ गौरव सम्मान दिया जाएगा। इस सम्मान के लिए पद्मश्री प्रीतम भरतवाण, स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के कुलपति विजय धस्माना, ग्राफिक एरा एजूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला, डॉ. डी आर पुरोहित, डॉ. जयंत नवानी के नाम का चयन किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसके अतिरिक्त डिग्री कॉलेज के विद्यार्थियों की लोकनृत्य प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है।
सुबह के कार्यक्रमों में चक्रव्यूह नाटक, स्कूली विद्यार्थियों की गढ़वाली समूह गान प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोहिता रहेगी। इसके अतिरिक्त 2 दिन सुबह की बेला में उत्तराखंड के विविध लोकवाद्य यंत्रों की प्रस्तुति होगी और 18 नवंबर को काल मे उनका सामूहिक प्रदर्शन भी रहेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पत्रकार वार्ता के दौरान सभा की उपाध्यक्ष निर्मला बिष्ट, महासचिव गजेंद्र भंडारी, प्रचार सचिव अजय जोशी, विधि सचिव अब्बल सिंह नेगी, हेम चंद सकलानी, सहसचिव दिनेश बौराई, मोहन खत्री, कुसुम लता शर्मा, उदवीर पंवार, आदि उपस्थित थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।