एम्स प्रमुख बोले-हम ऐसा नहीं कह सकते कि दिल्ली ने ऑक्सीजन की मांग चार गुना बताई, दूसरी की तरह खतरनाक नहीं होगी तीसरी लहर
ऑडिट कमेटी की अगुवाई करने वाले डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि दिल्ली ऑक्सीजन ऑडिट रिपोर्ट एक अंतरिम रिपोर्ट है। मुझे नहीं लगता है कि हम ऐसा कह सकते हैं कि ऑक्सीजन की मांग को 4 गुना बढ़ा चढ़ाकर बताया गया।
सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित ऑक्सीजन पैनल की रिपोर्ट सामने आने के बाद नया विवाद खड़ा हो गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना की दूसरी लहर के पीक के दौरान दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी की ऑक्सीजन जरूरतों को चार गुना बढ़ा चढ़ाकर बताया। इसके बाद दिल्ली सरकार और केंद्र में जुबानी जंग शुरू हो गई है। भाजपा नेता और केंद्र के मंत्रियों ने तो दिल्ली सरकार के खिलाफ हमले तेज कर दिए। कहा गया कि दिल्ली ने ज्यादा डिमांड बताकर 12 राज्यों के लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ किया। दिल्ली की बढ़चढ़कर की गई मांग से दूसरे राज्यों को ऑक्सीजन की कमी हो गई। इस बीच, एम्स के चीफ रणदीप गुलेरिया ने आज इस विवाद को शांत करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि अभी फाइनल रिपोर्ट नहीं आई है।ऑडिट कमेटी की अगुवाई करने वाले डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि दिल्ली ऑक्सीजन ऑडिट रिपोर्ट एक अंतरिम रिपोर्ट है। मुझे नहीं लगता है कि हम ऐसा कह सकते हैं कि ऑक्सीजन की मांग को 4 गुना बढ़ा चढ़ाकर बताया गया। उन्होंने आगे कहा कि- यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है। हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि शीर्ष अदालत इस बारे में क्या कहती है।
तीसरी के ज्यादा खतरनाक होने की संभावना कम
देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। तीसरी लहर को लेकर कई राज्यों ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बीच एम्स दिल्ली के चीफ डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोविड संक्रमण की तीसरी लहर के दूसरी लहर की तरह खतरनाक होने की संभावना कम है। बता दें कि दूसरी लहर में कोरोना के रोजाना आने वाले नए मामले चार लाख से ऊपर पहुंच गए थे और मृतकों की संख्या में काफी इजाफा हुआ था।
एम्स प्रमुख ने कोरोनावायरस और उसके वेरिएंट को कमतर नहीं आंकने के खिलाफ भी आगाह भी किया है। खासकर अधिक आक्रामक वेरिएंट के मामले में। एम्स प्रमुख ने कहा कि हमें तीसरी लहर से निपटने के लिए दूसरी लहर से सीखने की जरूरत है। डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि तीसरी लहर, दूसरी लहर की तुलना में अधिक गंभीर होगी या नहीं। इस पर बहुत बहस चल रही है, लेकिन मेरा मानना है कि बाद की लहर यानी तीसरी लहर, दूसरी लहर जितनी गंभीर नहीं होगी।
चिंता जताई जा रही है कि कोरोना की तीसरी लहर ‘डेल्टा प्लस’ वेरिएंट से आएगी। आशंका जताई जा रहा है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट, डेल्टा वेरिएंट से ज्यादा संक्रामक है। उन्होंने कहा कि सरकार स्थिति पर “करीब से निगरानी’ कर रही है, लेकिन डेल्टा स्ट्रेन ज्यादा चिंता का विषय है।





