कोरोनाकाल के दो साल बाद उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय आफलाइन मोड में आयोजित कर रहा विज्ञान की कार्यशाला

इस कार्यशाला में विज्ञान विषय विशेषकर रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, जन्तु विज्ञान एवं भूगोल की प्रायोगात्मक कार्यशाला आगामी दस दिनों तक चलेगी। इसमें विद्यार्थियों की ओर से पूरे वर्ष किये गये प्रायोगिक कार्यों को इन कार्यशालाओं में परखा जायेगा। साथ विज्ञान की नयी तकनीकियों से अवगत कराया जायेगा। इस कार्यशाला में देहरादून जनपद के अध्ययन केन्द्रों के विद्यार्थिओं के अतिरिक्त अन्य क्षेत्रीय केंद्रों के विद्यार्थी भी प्रतिभाग कर रहे है। इन विद्यार्थिओं में से अधिंकाश विद्यार्थी उत्तराखण्ड के विभिन्न विभागों में कार्यरत है तथा विभाग से अवकाश लेकर इस कार्यशाला में प्रतिभाग कर रहे है।
आज शुरू हुई कार्यशाला में एमएससी रसायन विज्ञान के 111, एमएससी भौतिकी के 85, एमएससी वनस्पति विज्ञान के 100, एमएससी जन्तु विज्ञान के 93 एंव बीएससी के 39 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। प्रयोगात्मक कार्यशाला में विद्यार्थियों को प्रायोगिक जानकारी देने के अलावा विषय वस्तु पर भी प्रकाश डाला गया। जो विद्यार्थी कार्यशाला में नियमित प्रतिभाग करेंगें। उनकी प्रायोगिक परीक्षा कार्यशाला के समापन के बाद तुरन्त आयेाजित की जायेगी।
डॉ. एचवी पंत ने बताया कि जो विद्यार्थी आज कार्यशाला में सम्मिलित नही हो पाये हैं, वे बैक परीक्षा फार्म भरकर विश्वद्यिालय की ओर से निर्धारित की जाने वाली आगामी कार्यशाला मे प्रतिभाग कर सकते हैं। इस अवसर पर महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष डॉ. एमके पुरोहित, डॉ. पूनम शर्मा, डॉ. मनोज बलूनी, डॉ. गीता रावत एवं विश्वविद्यालय से आये विषय विशेषज्ञों के साथ महाविद्यालय के विषय विशेषज्ञ हेम चन्द्र पन्त, दिग्विजय बिष्ट, गीता रतूड़ी, सीएस खाली एवं परमानन्द जोशी की ओर से विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान किया।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।