टी-20 विश्वकप में शर्मनाक हार के बाद अब टीम इंडिया में बड़े बदलाव की तैयारी, इन सीनियर खिलाड़ियों की छुट्टी तय

दो साल बाद है अगला टी-20 विश्वकप
अगला टी20 विश्व कप अब भी दो साल दूर है और अगर मामले की जानकारी रखने वालों की बात मानी जाए तो हार्दिक पंड्या की अगुआई में नई टीम तैयार होगी। क्योंकि वह लंबे समय तक कप्तानी करने के दावेदार हैं। बीसीसीआइ के एक सूत्र ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर पीटीआई को बताया कि बीसीसीआइ कभी किसी को संन्यास लेने के लिए नहीं कहता है। यह एक व्यक्तिगत निर्णय है, लेकिन 2023 में सीमित टी20 मुकाबलों को देखते हुए अधिकांश सीनियर एकदिवसीय और टेस्ट मैचों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अब अगले टी-20 में नहीं नजर सीनियर खिलाड़ी
सूत्र ने कहा कि अगर आप नहीं चाहते कि आपको संन्यास की घोषणा करने की जरूरत नहीं है। फिर भी आप अगले साल ज्यादातर सीनियर खिलाड़ियों को टी20 खेलते हुए नहीं देखेंगे। पीटीआई ने हालांकि जब मुख्य कोच राहुल द्रविड़ से कोहली और रोहित जैसे सीनियर खिलाड़ियों के भविष्य के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि बदलाव के बारे में बात करना जल्दबाजी होगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अगले साल 50 ओवर के मैचों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित
द्रविड़ ने कहा कि सेमीफाइनल मुकाबले के बाद अभी इसके बारे में बात करना जल्दबाजी होगी। इन खिलाड़ियों ने हमारे लिए शानदार प्रदर्शन किया है। हमारे पास इस पर विचार करने के लिए कुछ साल हैं। यह समझा जाता है कि अगले एक साल के लिए टी20 अंतरराष्ट्रीय प्रारूप को अधिक तवज्जो नहीं मिलेगी। क्योंकि भारत अगले साल स्वदेश में होने वाले 50 ओवर के विश्व कप से पहले कम से कम 25 एकदिवसीय मैच खेलेगा। भारत के भविष्य दौरा कार्यक्रम पर नजर डालें तो पता चलता है कि 50 ओवर के विश्व कप तक टीम अगले सप्ताह न्यूजीलैंड में तीन मैच की श्रृंखला से शुरू होने वाले द्विपक्षीय आयोजनों के रूप में केवल 12 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगी। शुभमन गिल को टीम में शामिल करने और ऋषभ पंत (दौरे के लिए उप-कप्तान) के पारी का आगाज करने से पावरप्ले बल्लेबाजी का समीकरण बदल सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पृथ्वी साव की लगातार की गई उपेक्षा
बेहद प्रतिभाशाली पृथ्वी साव को भी नहीं भूलना चाहिए, जिन्हें कोच के रूप में द्रविड़ के कार्यकाल में बार-बार नजरअंदाज किया गया है। रोहित और कोहली बहुत बड़े नाम हैं और संभावना है कि बीसीसीआइ अपने भविष्य का फैसला उन्हें ही करने देगा। रोहित अभी 35 साल के हैं और दो साल में 37 साल की उम्र में उनके वैश्विक टी20 टूर्नामेंट में टीम की अगुआई करने की उम्मीद नहीं है। कार्तिक को मौजूदा टी20 विश्व कप को देखते हुए अल्पकाल के लिए फिनिशर की भूमिका सौंपी गई थी। जहां तक अश्विन की बात है तो पूरे टूर्नामेंट के दौरान वह विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान करने में नाकाम रहे। छह मैच में उनके छह में से तीन विकेट जिंबाब्वे के खिलाफ आए। उन्होंने इस दौरान 8.15 की इकोनॉमी रेट से रन दिए। चोटों से पहले टीम में जगह पक्की करने वाले वाशिंगटन सुंदर को अब अधिक मौके मिलेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुश्किल होगा केएल राहुल पर फैसला
एकमात्र मुश्किल फैसला कन्नौर लोकेश राहुल को लेकर होगा। उनका 120.75 का स्ट्राइक रेट दर्शाता है कि भारतीय टीम में सब कुछ सही नहीं है। राहुल शीर्ष टीमों में एकमात्र सलामी बल्लेबाज हैं, जिन्होंने दो मेडन ओवर खेले हैं और बड़े मैच में किसी भी शीर्ष टीम (चार बनाम पाकिस्तान, नौ बनाम दक्षिण अफ्रीका, नौ बनाम इंग्लैंड) के खिलाफ दोहरे अंक में नहीं पहुंच पाए। भारतीय टीम के मानसिक अनुकूलन कोच पैडी अप्टन का अनुबंध टी20 विश्व कप में अभियान के समापन के साथ खत्म हो गया है। भारतीय टीम के साथ अप्टन के दूसरे कार्यकाल के वांछित परिणाम नहीं मिले हैं, क्योंकि टीम एशिया कप और टी20 विश्व कप दोनों में ही प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर पाई।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।