मंगलौर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के एजेंट की तरह व्यवहार कर रहा प्रशासन: करन माहरा
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने मंगलौर विधानसभा उपचुनाव में स्थानीय प्रशासन पर भाजपा के एजेंट की तरह काम करने आ आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की मांग की है। एक बयान में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि एक 20 साल पुराने मामले का संदर्भ लेते हुए स्थानीय प्रशासन द्वारा भाजपा सरकार के दबाव में कांग्रेस कार्यकर्ता को थाने में बुलाकर प्रताड़ित किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि मंगलौर नगर पालिका परिषद के पठानपुरा से सभासद रहे मोहम्मद को 20 साल पुराने एक मामले में थाने में बुलाकर प्रताड़ित किया गया, जबकि इस मामले में अदालत में वे निर्दोष साबित हो चुके हैं। अदालत उन्हें बरी कर चुकी है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व 2017 के विधानसभा चुनाव, 2019 के लोकसभा चुनाव तथा 2022 के विधानसभा व 2024 के लोकसभा चुनाव में थाने द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया, परन्तु वर्तमान उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी अपने प्रत्याशी की हार निश्चित मानकर ऐसे मामलों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तंग कर रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन पूरी तरह से धामी सरकार के दबाव में काम कर रहा है। इसका चुनाव आयोग को संज्ञान लेना चाहिए। करन माहरा ने कहा कि पारदर्शी एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए जरूरी है कि स्थानीय प्रशासन भी निष्पक्ष रहे। वहीं, परन्तु मंगलौर विधानसभा उपचुनाव में पुलिस प्रशासन की इस प्रकार की कार्रवाई से साफ संकेत मिल रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी मंगलौर विधानसभा उपचुनाव को प्रशासन और पुलिस के बल पर प्रभावित करना चाहती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि जिन मामलों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को न्यायालय भी बरी कर चुका है, ऐसे मामलों में केवल सरकार के दबाव में कार्यकर्ताओं को थाने पर बुलाकर केवल दहशत फैलाना मात्र है। इस पर रोक लगनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस की इस कार्रवाई से कांग्रेस कार्यकर्ता व आम जनता डरने वाले नहीं है। आने वाली 10 जुलाई को कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में भारी बहुमत साबित कर देगा कि जनता भाजपा के कुशासन एवं अलोकतांत्रित तरीकों से आजिज आ चुकी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि सरकारें तो आती-जाती रहती हैं, परन्तु प्रशासन को नियम-कायदे व कानून से ही चलना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार इस उपचुनाव में सारे कायदे-कानून को ठेंगा दिखाया जा रहा है। कर्मचारी सर्विस नियमावली की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, उससे चुनाव की पारदर्शिता एवं निष्पक्षता पर भी प्रश्न चिह्न खड़ा होता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
करन माहरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मंगलौर उपचुनाव मे हो रहे प्रशासन के दुरूपयोग को लेकर निर्वाचन आयोग को एक ज्ञापन भी प्रेषित किया है। मांग की है कि पारदर्शी एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए अत्यंत आवश्यक है कि ऐसे मामलों पर तत्काल रोक लगनी चाहिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने उपचुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग को रोके जाने तथा विधानसभा क्षेत्र में लोकतांत्रिक तरीके से निष्पक्ष चुनाव के मद्देनजर ऐसे अधिकारियों व कर्मचारियों पर चुनाव आचार संहिता के नियमों के अनुरूप कार्रवाई केो लिए प्रभावी कदम उठाये जाने की मांग की है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।