Video: बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार पहुंचे मसूरी, mission cinderela के फिल्माए गए दृश्य, फैंस में उत्साह

बालीवुड स्टार अक्षय कुमार अपनी आने वाली फिल्म रत्सासन में इस फिल्म में स्थानीय कलाकारों को भी मौका दिया जा रहा है। ये फिल्म तमिल फिल्म की रीमेक है। इस फिल्म को mission cinderela के नाम से रिलिज किया जाना है। निर्माता वासु भगनानी और रंजीत तिवारी के निर्देशन में साउथ फिल्म रत्सासन की रीमेक फिल्म मनोवैज्ञानिक अपराध पर आधारित है। मंगलवार को अभिनेता अक्षय कुमार सुबह सात बजे चार्टड प्लेन से जौलीग्रांट पहुंचे। यहां से पुलिस की सुरक्षा के बीच वह सीधे मसूरी में शूटिंग स्थल पहुंचे। सेंटजार्ज कालेज और ओकग्रोव स्कूल में तकरीबन 12 घंटे की शूटिंग चली।
अक्षय कुमार के मसूरी पहुंचने की सूचना जैसे ही उनके प्रशंसकों को मिली, वह शूटिंग स्थल पर पहुंच गए। उनको आगे बढ़ता देख सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें वहीं रोक दिया। हालांकि मंगलवार की देर शाम तक कई प्रशंसक अक्षय की झलक पाने का इंतजार करते रहे।
तमिल में बन चुकी है ये फिल्म
राम कुमार द्वारा निर्देशित 2018 की भारतीय तमिल भाषा की फिल्म रत्सासन मनोवैज्ञानिक अपराध थ्रिलर फिल्म है। फ्लिम की मूल संरचना और चरित्र दो वास्तविक व्यक्तित्वों पर आधारित है। फिल्म में विष्णु विशाल और अमला पॉल हैं , जबकि सरवनन, काली वेंकट , विनोदिनी वैद्यनाथन और रामदास सहायक भूमिकाएँ निभाते हैं। फिल्म एक महत्वाकांक्षी फिल्म निर्देशक की कहानी बताती है जो अपने पिता की मृत्यु के बाद एक पुलिस अधिकारी बन जाता है और एक सीरियल किलर को ट्रैक करने की कोशिश करता है।
फिल्म में संगीत और पृष्ठभूमि स्कोर घिबरन द्वारा रचित है , छायांकन पीवी शंकर द्वारा और संपादन सैन लोकेश द्वारा किया गया है। उत्पादन नवंबर 2016 में शुरू हुआ, मुख्य फोटोग्राफी जून 2017 में शुरू हुई। फिल्म 5 अक्टूबर 2018 को रिलीज हुई, जिसे दर्शकों से सकारात्मक समीक्षा मिली। और यह एक व्यावसायिक सफलता भी बन गई, जिसने दुनिया भर में ₹ 75 करोड़ की कमाई की।
इसके बाद रत्नासन को तेलुगू में रक्षसुडु (2019) के रूप में बनाया गया था, जिसका निर्देशन रमेश वर्मा ने किया था। जिसमें बेलमकोंडा श्रीनिवास और अनुपमा परमेश्वरन मुख्य भूमिकाएँ निभा रही थीं। यह फिल्म हिंदी वर्जन मे ‘मैं हूं दंडाधिकारी’ के नाम से भी रिलीज हुई थी।
कुछ ऐसी है कहानी
इस फ़िल्म में एक serial killer है जो की हर kidnapping के बाद वहां एक gift box छोड़कर जाता है उस गिफ्ट बॉक्स में एक डॉल का कटा हुआ सिर होता है और उसका चेहरा चाकू से पूरा बिगाड़ा हुआ होता है। शहर में एक-एक करके इसी तरह से हत्या होती जाती है दूसरी तरफ फिल्म में पुलिस की investigation चलती रहती है। इस department में जो पुलिस ऑफिसर के बीच में ego problem है, वो भी फिल्म में बहुत खूबसूरती के साथ दिखाया गया है। इन ego problems को दिखाने की वजह से फिल्म में tension create होता है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।