रोजगार पर आप नेता कर्नल कोठियाल ने भाजपा और कांग्रेस को दी सार्वजनिक मंच पर बहस की चुनौती
वहीं उन्होंने कहा कि देवभूमि को आध्यात्मिक राजधानी बनाने की दिल्ली से सीएम अरविंद केजरीवाल की घोषणा के बाद से ही दोनों दल भयभीत हैं। दोनों दल अब आप पार्टी पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने दोनों दलों के नेताओं से पूछा कि इनको हिन्दुओं से तकलीफ है। या आध्यात्मिक राजधानी से तकलीफ है। जो बीते दिनों से आध्यात्मिक राजधानी पर बेवजह सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि योग हिमालय से जुडा हुआ है। जब हमारी पार्टी आध्यात्म को पहाड से जोड़ना चाहती है तो बीजेपी कांग्रेस के लोगों को तकलीफ होने लगी है।
कर्नल अजय कोठियाल ने उन्होंने यूथ फाउंडेशन की ओर से सेना में भर्ती युवाओं के बारे में कहा कि वो तथ्यों पर बात करते हैं। दोनों ही दल उनसे खुले मंच पर बहस कर लें। वो तथ्यों के साथ बहस के लिए हमेशा तैयार हैं। उन्होंने आगे कहा कि वो तो कभी भी सरकार में नहीं रहे। सरकार का हिस्सा तो कांग्रेस और बीजेपी रही। तब आखिर क्यों वो रोजगार देने के नाम पर चुप रहे। क्यों नहीं इन दोनों दलों ने युवाओं को रोजगार मुहैया नहीं करवाए। उन्होंने दोनों दलों के नेताओं से पूछा आखिर उन्होंने युवाओं के रोजगार, फौज में भर्ती, गौरव सेनानी, फौजियों और अन्य फोर्स के लिए अब तक क्या किया। उन्होंने बिना तथ्यों के आरोप प्रत्यारोप ना करें ।
उन्होंने कहा केदारनाथ पुननिर्माण से लेकर नंदा राजजात यात्रा तक उनके सानिध्य में कई युवाओं ने इन्हें संचालित किया। जो अपने आप में एक मिसाल है। अब आप पार्टी रुकने वाली नहीं है। यूथ फाउंडेशन पर उठे सवाल पर जवाब देते हुए कर्नल कोठियाल ने कहा कि 4 लोगों से शुरू हुआ यूथ फांउडेशन का सफर अब हजारों की संख्या पार कर चुका है। कई युवा आज इससे जुडकर रोजगार पा चुके हैं, लेकिन अफसोस कि कुछ लोगों को युवाओं को रोजगार देना गलत नजर आ रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारे मन में किसी के लिए भी द्वेष नहीं है और अगर मैं अच्छा काम करता हूं तो हरीश रावत जी को अच्छे काम की तारीफ जरुर करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यूथ फाउंडेशन का राजनीति से कोई भी सरोकार नहीं है और यूथ फांउडेशन गुप्काशी में आरएसएस के लोगों को भी डिजास्टर मैनेजमैंट की ट्रेनिंग दे चुका है। उन्होंने कहा कि डिजास्टर में यूथ फाउंडेशन ने बहुत बेहतर काम किया। अभी बीती 18 जुलाई में उत्तरकाशी जिले के गांवों में जो आपदा आई उसमें फाउंडेशन के युवाओं ने 15 दिन कैंप कर लोगों की मदद की। उन्होंने आगे कहा कि यूथ फाउंडेशन के विरोध का मतलब, रोजगार का विरोध करना है और आज प्रदेश के हर गांव में यूथ फाउंडेशन से जुडे युवा हैं। अगर अब भी बीजेपी कांग्रेस के नेताओं के मन में कोई सवाल है तो वो सवाल करते रहें उन्हें इससे और ज्यादा ताकत मिलेगी।
गौरतलब है कि एक दिन पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने सोशल मीडिया में आम आदमी पार्टी पर तंज कसा था। उन्होंने अरविंद केजरीवाल के उस बयान का जवाब दिया था, जिसमें कहा गया था कि यूथ फाउंडेशन ने उत्तराखंड में दस हजार युवाओं को फौज में भर्ती कराया। हरीश रावत ने लिखा था कि वे बताएं कि पिछले पांच साल में सेना में कितनी भर्तियां हुई और कितने लोगों को इसका लाभ मिला। आंकड़ों से साफ हो जाएगा। वहीं, उन्होंने अरविंद केजरीवाल से भी पूछा था कि दिल्ली में पांच सालों में कितने लोगों को अब तक रोजगार उपलब्ध कराया। रही बात उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाने की, इसे लेकर काफी समय से उत्तराखंड लोकतांत्रिक मोर्चा के अध्यक्ष एवं पूर्व आइएएस एसएस पांगती पैरवी कर रहे हैं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।