फ्री बिजली मुद्दे पर आप नेता कर्नल कोठियाल ने बीजेपी और कांग्रेस को दी चुनौती, सामूहिक मंच पर किया आमंत्रित, इस मुद्दे पर महिलाओं के साथ
कर्नल अजय कोठियाल ने कहा कि अगर वाकई में बीजेपी और कांग्रेस को उत्तराखंड की जनता की फिक्र है। वो जनता को उनके हक की बिजली फ्री देना चाहते हैं। तो आप पार्टी उनका स्वागत करती है। साथ ही इस मुद्दे पर सार्वजनिक मंच में खुली बहस के लिए दोनों दलों को आमंत्रित करती है। ताकि वे फ्री बिजली देने की योजना को जनता के सामने रखें।
कर्नल कोठियाल ने कहा कि ये दोनों दल फ्री बिजली की बात कर जनता को गुमराह कर रहे हैं। दोनों ही दल बताएं कि आखिर कैसे वो प्रदेश की जनता को मुफ्त बिजली प्रत्येक माह देंगे। वह आप पार्टी की फ्री बिजली की योजना को सार्वजनिक मंच पर दोनों पार्टियों के साथ शेयर करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा आप पार्टी की योजना पूरी तरह तैयार है और वह दोनों ही दलों के नेता के साथ अपना ब्लूप्रिंट जनता के सामने रखने को तैयार हैं। बीजेपी और कांग्रेस सिर्फ जनता को भ्रमित कर रहे हैं। उनके पास मुफ्त बिजली देने की कोई कारगर योजनाएं नहीं हैं।
उन्होंने कहा इन दोनों पार्टियों ने 21 साल एक के बाद एक उत्तराखंड में राज किया, लेकिन कभी भी जनता के हक उनको नहीं दिए। उन्होंने कहा कि जब आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 300 यूनिट फ्री बिजली प्रतिमाह, हर परिवार को देने की घोषणा की। तब दोनों ही दलों के नेता जनता को गुमराह करने के लिए फ्री बिजली की बात कह रहे। इसके उलट उनके पास फ्री बिजली को लेकर कोई योजना नहीं है।
कर्नल कोठियाल ने दोनों ही पार्टियों से सवाल पूछा कि आप की फ्री बिजली घोषणा से पहले ये दोनों पार्टियां कहां थी। आज तक क्यों नहीं इन्होंने बिजली के मुद्दे पर जनता को उनके हक से वंचित रखा। अब आप की घोषणा के बाद ये दोनों पार्टियां बिजली पर सियासत कर रही और मुफ्त बिजली देने की बात कर रही हैं। भाजपा पहले 100 यूनिट बिजली मुफ्त देने की बात करती है और फिर इससे मुकर जाती है। इसी तरह कांग्रेस भी कभी 100 यूनिट तो कभी 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने की बात करती है। सच्चाई ये है कि इन दोनों ही पार्टियों का बिजली के मुद्दे पर स्टैंड बिल्कुल भी साफ नहीं है। दोनों ही दल अब अपनी राजनीतिक जमीन खिसकती देखकर जनता को बरगलाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोडना चाहती है। कर्नल कोठियाल ने कहा कि आप पार्टी कोरी घोषणाएं नहीं करती, बल्कि काम करती है। उत्तराखंड में भी सरकार बनते ही आप पार्टी का फोकस सिर्फ राज्य के विकास और यहां की मूलभूत समस्याओं के निराकरण पर ही रहेगा।
बहनों के रोजगार की लड़ाई लड़ेगा उनका भाई कर्नल कोठियाल
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कर्नल (सेनि) अजय कोठियाल ने टेक होम राशन स्कीम पर जारी किए गए टेंडर को लेकर राज्य सरकार पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा मेरे उत्तराखंड में सरकार मेरी बहनों से उनका रोजगार छीन रही है। इससे ज्यादा पीड़ा देने वाली बात और क्या हो सकती है। टेक होम राशन स्कीम जिससे हमारी गढ़वाल और कुमाऊं की बहनों को रोजगार मिल रहा था। अब उसे भाजपा सरकार निजी हाथों में बेच रही है। क्या इसी दिन के लिए हमारे शहीदों ने कुर्बानियां दी थी? क्या इसी दिन के लिए राज्य आंदोलन में हमारी माताओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था? क्या हमने अपने लिए अलग राज्य सिर्फ इसलिए बनाया था ताकि हम अपने राज्य को पूंजीपतियों को सौंप दें?
उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन आने वाला है। रक्षाबंधन पर जिस तरह हर भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन देता है, उसी तरह आज हम टेक होम राशन योजना से जुड़ी उत्तराखंड की सभी बहनों को वचन देते हैं आपके अधिकार की रक्षा के लिए हर तरह का संघर्ष करेंगे। हमारे रहते हुए कोई इस तरह हमारी बहनों का रोजगार नहीं छीन सकता।
हम अपनी बहनों को वचन देते हैं कि बस 6 महीने का इंतजार कीजिये, आपका भाई आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही न केवल टेक होम राशन योजना का काम अपनी बहनों को सौंपेगा, बल्कि जनहित से जुड़ी सभी योजनाओं में अपनी बहनों की भागेदारी सुनिश्चित करेगा।
उन्होंने कहा कि देश में राखी का त्योहार आने को है, और बहनों को तोहफा देने के बजाय उत्तराखंड की महिला विरोधी सरकार इस टेक होम राशन स्कीम का ठेकेदारी करण कर तकरीबन 40 हजार महिलाओं का रोजगार छीनने का काम करने जा रही है। जो बहुत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है। इस स्कीम के तहत आंगबाडी केन्द्रां में पोषण युक्त राशन शिशु और पात्रों के लिए बांटा जाता था। अब राज्य सरकार इस आहार को लैब से टेस्ट करवाकर वितरण प्रणाली अनिवार्य कर रही है। इसके लिए टेंडर आमंत्रित किए हैं और इससे कई समूहों में काम कर रहे महिलाओं का रोजगार छिनना तय है ।
कर्नल कोठियाल ने बताया कि धामी सरकार ‘टेक होम राशन स्कीम’ का काम निजी हाथों में सौंपने जा रही है। इससे स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी करीब 40 हजार महिलाओं के बेरोजगार होने का खतरा है। जिसके विरोध में दो महिलाओं ने हाल ही में तीलू रौतेली पुरस्कार सरकार को वापस भी कर दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबी सरकार है। जो सिर्फ कमीशनखोरी को बढावा देती है। इसी का नतीजा है कि राज्य सरकार अपने चहेतों को यह टेंडर देने जा रही है ,जो लगभग साढ़े पांच सौ करोड़ रुपए की लागत का है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी महिला सशक्तिकरण की बात करती है। वो सिर्फ एक दिखावा है। दरअसल बीजेपी महिला विरोधी सरकार है और इस स्कीम को निजी हाथों में देना इसका सबसे बडा प्रमाण है। उन्होंने कहा कि इस राज्य के सृजन में यहां की मातृशक्ति का बहुत बडा योगदान है। किसी भी कीमत पर महिलाओं के बलिदान को नहीं भुलाया जा सकता है। पूरी आम आदमी पार्टी स्वंय सहायता समूह से जुडी हर महिला के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खडी है और इस टेंडर को निरस्त करने की मांग करती है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।