एक डीएम का फरमान, जींस और टी शर्ट पहनकर ऑफिस नहीं आएंगे कर्मचारी, दूसरे डीएम ने बस में खड़े होकर किया सफर

उत्तराखंड में बागेश्वर के डीएम विनीत कुमार ने तो सरकारी दफ्तरों में ड्रेस के लिए दिए गए नियम तोड़ने पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी है। जिलाधिकारी कार्यालय से बुधवार को एक ज्ञापन जारी हुआ है। वह इंटरनेट मीडिया पर छाने लगा। इससे अफसर और कर्मचारियों में हड़कंप मचा है। जिलाधिकारी ने जनपदस्तरीय अधिकारियों और कर्मचारियों को ड्रेस कोड का अनुपालन करने के निर्देश जारी किए हैं।
उन्होंने कहा कि वह एक राजकीय कर्मचारी को शोभा नहीं देता है। कार्यालय प्रबंधन की छवि खराब होने के साथ ही समाज में गलत तरीके से संदेश भी जाता है। उन्होंने अधिकारी, कर्मचारियों को कार्यालय अवधि में पूर्ण गणवेश के साथ आने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी अधिकारी, कर्मचारी जींस व टी-शर्ट आदि पहन कर आते हैं तो उसे गंभीरता से लिया जाएगा। इसके अलावा ऐसे अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी।
इधर, जिलाधिकारी विनीत कुमार ने कहा कि सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को ड्रेस कोड का पालन करने के निर्देश दिए हैं। उच्च अधिकारियों को निर्धारित ड्रेस में मुलाकात करने को कहा है। कार्यालय अवधि के दौरान जीन्स-टी शर्ट में आने वालों पर कार्रवाई होगी।
दून के डीएम आर राजेश कुमार ने व्यवस्थाएं जांचने को बस में किया सफर
देहरादून के जिलाधिकारी एवं स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार ने आज आईएसबीटी से तहसील चौक तक स्मार्ट सिटी लिमिटेड की बस सेवा में सफर किया। इस दौरान वे जनमानस से रूबरू हुए तथा बस सेवा मे और अधिक सुधार एवं बेहतर व्यवस्थाएं बनाए जाने के लिए जनमानस से सुझाव भी प्राप्त किए तथा बस सेवा के प्रति लोगों के विचार भी जाने। इस दौरान जब सवारियां ज्यादा हुई तो वे खड़े हो गए और अपनी सीट सवारी को दे दी। हालांकि कोरोना संबंधी गाइडलाइन के मुताबिक बस और ट्रेन में सफर करने की अनुमति नहीं है।
जिलाधिकारी ने बस में सफर के दौरान विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा बस में सफर कर रहे यात्रियों के टिकट भुगतान के लिए मैन्यूवल व्यवस्था के साथ ही क्यूआर कोड के माध्यम से आनलाइन व्यवस्था बनाने, एलाउंसमैन्ट सिस्टम को और अधिक प्रभावी बनाये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने साथ में चल रहे स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारियों को बस में बेहतर प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था के साथ -साथ मास्क भी रखें। ताकि यदि किसी सवारी के पास मास्क न हो तो उसे मास्क दिया जाए। उन्होंने कहा कि बस में सफर के दौरान कोविड बिहेवियर का पालन सुनिश्चित करवाया जाएं।
उन्होंने स्मार्ट सिटी की बसों पर राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का स्क्रीन के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने बस में महिला एवं वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों के लिए कुछ सीटें आरक्षित करने के लिए भी निर्देश दिए। इस सफर के दौरान जिलाधिकारी ने स्वयं एवं साथ में चल रहे स्टाफ का टिकट भी लिया। उन्होंने बस में सीटें भर जाने के कारण अपनी सीट सवारियों के लिए छोड़ते हुए खड़े होकर सफर किया। इस दौरान उन्होंने बस में सफर कर रहे यात्रियों, महिला यात्रियों से बस सेवा के प्रति उनके अनुभव प्राप्त किए तथा सेवा को और अधिक बेहतर बनाए जाने के लिए उनसे सुझाव भी मांगे। बस में सफर कर रहे यात्रियों द्वारा स्मार्ट सिटी लिमिटेड की बस सेवा को बेहतर बताया तथा जनपद में अन्य रूट पर भी बस सेवाएं प्रांरभ करने का सुझाव दिया।
उन्होंने आईएसबीटी में स्मार्ट सिटी की ओर से लगाए गए ट्रैफिक सिग्नल एवं यातायात नियंत्रण व सुरक्षा के लिए लगाए गए स्मार्ट सीसीटीवी कैमरे भी देखे। जिनका नियंत्रण आईटी पार्क स्थित स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम से हो रहा है। उन्होंने स्मार्ट सिटी द्वारा चलाई जा रही इलैक्ट्रिक बसों को डबल डेकर के रूप में उतारने तथा आवागमन में यात्रियों को और अधिक सुगम यातायात दिए जाने के लिए कार्ययोजना तैयार करने को कहा। उन्होंने आईएसबीटी में अत्यधिक वाहनों के यातायात के दबाव के दृष्टिगत यातायात सिग्नल को और अधिक सुदृढ़ करने को कहा। ताकि आवागमन करने वाले पैदल यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इस दौरान स्मार्ट सिटी परियोजना लिमिटेड के वित्त नियंत्रक अभिषेक आनंद, एजीएम जेएस चौहान सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।