दिल्ली और हिमाचल में फिर महसूस किए गए भूकंप के अलग अलग झटके, कल रात देश भर मची थी अफरा तफरी
कल रात अफगानिस्तान के हिंदूकुश इलाके में आए भूकंप के झटकों से भारत के कई इलाकों में भी अफरा तफरी मच गई थी। उत्तराखंड, यूपी, दिल्ली एनसीआर, हिमाचल, हरियाणा, यूपी सहित देश के कई भागों में जोरदार झटके महसूस होने पर अफरातफरी तक मच गई थी। इसके ठीक 18 घंटे बाद दिल्ली में फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए। दिल्ली से पहले हिमाचल के किन्नौर में भी गत रात 12 बजकर 51 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
21 मार्च की रात करीब 10 बजकर 17 मिनट पर अफगानिस्तार के हिंदुकुश इलाके में 6.6 तीव्रता का भूकंप आया। इसका आक्षांस 36.09 और देशांतर 71.35 था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.6 थी और गहराई जमीन के 156 किलोमीटर भीतर थी। भूकंप के झटके भारत के साथ पाकिस्तान, तजाकिस्तान, चीन में भी महसूस किए गए। भारत में उत्तराखंड से लेकर दिल्ली एनसीआर, यूपी पंजाब, जम्मू कश्मीर, हरियाणा तक लोगों में अफरातफरी मच गई। लोग घरों से बाहर निकल गए। गनीमत ये रही कि भारत में कहीं किसी नुकसान की सूचना नहीं है। वहीं, पाकिस्तान में नौ लोगों की मौत हो गई। साथ ही 302 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एक बार फिर से दिल्ली में महसूस किए गए झटके
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, आज बुधवार 23 मार्च की शाम करीब चार बजकर 42 मिनट 35 सेकेंड पर पश्चिम दिल्ली में 2.7 तीव्रता का भूकंप आया। आक्षांस 28.66 और देशांतर 71.03 था। इसकी गहराई जमीन के भीतर पांच किलोमीटर थी। हालांकि, झटके मामूली थे, इसलिए कई लोगों को इसका पता नहीं चल पाया। भूकंप का केंद्र पश्चिम दिल्ली था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हिमाचल के किन्नौर में भी आया भूकंप
कल रात करीब 12 बजकर 51 मिनट पर हिमाचल के किन्नौर में 2.8 तीव्रता का भूकंप आया था। इसका आक्षांस 31.46 और देशांतर 78.49 था। साथ ही इसकी गहराई जमीन के भीतर पांच किलोमीटर थी। हालांकि, दिल्ली और हिमाचल के भूकंप से भी कहीं कोई नुकसान की सूचना नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड संवेदनशील
भूकंप की दृष्टि से उत्तराखंड बेहद संवेदनशील है। राज्य के अति संवेदनशील जोन पांच की बात करें इसमें रुद्रप्रयाग (अधिकांश भाग), बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी जिले आते हैं। ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, चंपावत, हरिद्वार, पौड़ी व अल्मोड़ा जोन चार में हैं और देहरादून व टिहरी दोनों जोन में आते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड में आ चुके हैं दो बड़े भूकंप
उत्तराखंड के उत्तरकाशी और चमोली जिले में दो बड़े भूकंप आ चुके हैं। इससे भूकंप के हलके झटके से ही लोग दहशत में आ जाते हैं। उत्तरकाशी में 20 अक्टूबर 1991 को 6.6 तीव्रता का भूकंप आया था। उस समय हजारों लोग मारे गए थे। साथ ही संपत्ति को भी अत्यधिक क्षति हुई थी। इसके बाद 29 मार्च 1999 में चमोली जिले में उत्तराखंड का दूसरा बड़ा भूकंप आया। भारत के उत्तर प्रदेश (अब उत्तराखंड) राज्य में आया यह भूकंप हिमालय की तलहटियों में 90 वर्षों का सबसे शक्तिशाली भूकंप था। इस भूकंप में 103 लोग मारे गए थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये हैं भूकंप के कारण
भू-वैज्ञानिकों के मुताबिक पिछले चार सालों में मेन सेंट्रल थ्रस्ट पर 71 से ज्यादा बार भूकंप के झटके आ चुके हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह क्षेत्र कितना सक्रिय है। उनका कहना है कि छोटे-छोटे भूकंप के झटके बड़े झटकों की संभावनाओं को रोक देते है। मेन सेंट्रल थ्रस्ट के रूप में जाने जानी वाली दरार 2500 किमी लंबी और कई भागों में विभाजित है। इंडियन और एशियन प्लेट के बीच दबाव टकराने और घर्षण से भूकंप की घटना होती है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।