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August 8, 2025

गीतकार प्रसुन्न जोशी व सात अन्य हस्तियों को दिया गया पांचवां सरस्वती साधना सम्मान

गान सरस्वती पद्मविभूषण किशोरी अमोणकर की स्मृति में आयोजित पांचवें सरस्वती सम्मान समारोह में देश के जाने माने प्रसिद्ध गीतकार एवं साहित्यकार प्रसुन्न जोशी, शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में प्रसिद्ध गायिका रुचीरा केदार, वायलिन वादक असगर हुसैन, पद्मविभूषण डॉक्टर सोनल मानसिंह, डॉक्टर योगी ऐरेन, डॉक्टर डीआर पुरोहित, संगीत की विभागाध्यक्ष रही स्मिता बहुगुणा व मंजू नारायण को उत्तराखंड के वन मंत्री सुबोध उनियाल व प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने शाल पहनाकर स्मृति चिह्न के साथ नकद राशि दे कर सम्मानित किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस अवसर पर वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि संगीत हमारे जीवन में सुकून देता है व नए रंग भर देता है। उन्होंने कहा कि कलाश्रय द्वारा राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों को उत्तराखंड में आमंत्रित करने का जो सिलसिला शुरू किया गया वो सराहनीय है। प्रसिद्द गीतकार प्रसुन्न जोशी ने गान सरस्वती किशोरी जी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि वे विलक्षण प्रतिभा की धनी ऐसी गायिका थीं, जिनको सुन कर हमने संगीत की शिक्षा ली व सुरों व गायन की साधना सीखी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि भाषाओं में सर्वश्रेष्ठ अपनी मातृभाषा होती है और वो हर व्यक्ति के लिए प्रासंगिक है। उन्होंने श्रोताओं व उपस्थित अतिथियों से अपना उत्तराखंड से रिश्ता साझा करते हुए कहा कि वे नरेंद्रनगर व गोपेश्वर में पड़े और उनको गर्व है कि उनकी जड़ें उत्तराखंड में हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व कलाश्रय संस्था के संरक्षक सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि कला व साहित्य समाज को जोड़ने का काम करती है और आज सैटलाइट युग में शास्त्रीय संगीत के कलाकारों को मंच पर बुला कर दर्शक व श्रोता जुटाने जैसा कठिन काम कलाश्रय कर रहा है यह बहुत सराहनीय काम है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून के सर्वे चौक स्थित IRDT सभागार में इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय सांस्कृतिक सामाजिक संस्था कलाश्रय की ओर से किया गया। यह कार्यक्रम विश्वविख्यात शास्त्रीय गायिका पद्मविभूषण किशोरी अमोनकर जी की स्मृति में पिछले पांच वर्षों से किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में देश के प्रख्यात लोककला, साहित्य, संगीत, शिक्षण एवं सामाजिक क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले महानुभावों को यह सम्मान प्रदान किया जाता है। इस मौके पर शास्त्रीय गायन में रुचिरा केदार ने अपनी मधुर प्रस्तुतियां से दर्शकों का मन मोह लिया।असगर हुसैन ने वायलिन की प्रस्तुति से सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया।
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Bhanu Prakash

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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