उत्तरकाशी टनल हादसा, सीएम धामी पहुंचे घटनास्थल, जानिए सुरंग में फंसे लोगों का अपडेट

उत्तरकाशी में दिवाली के दिन यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर धंसी निर्माणाधीन सुरंग में फंसे लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीम दूसरे दिन भी जुटी है। राहत की बात ये हैं सुरंग में फंसे सभी लोग फिलहाल सुरक्षित बताए जा रहे हैं। उनके पास खाने और पीने का सामान पहुंचाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से राहत-बचाव कार्यों की जानकारी ली है। सीएम धामी भी घटना का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंच गए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के आधार पर ही हम ये जानकारी दे रहे हैं। एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेट करमवीर सिंह भंडारी ने रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि अब तक दस से पंद्रह मीटर की खुदाई हो चुकी है। अंदर जितने भी लोग है वो सभी सुरक्षित हैं। उनके लिए खाने के चिप्स और पानी सी व्यवस्था कर दी गई थी। हम उम्मीद है कि आज उन्हें बाहर निकालने की कोशिश करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज उत्तरकाशी के सिलक्यारा के पास सुरंग से हुए भू धसाव की घटना का स्थलीय निरीक्षण के लिए पहुंच गए हैं। साथ ही वह राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी ले रहे हैं। सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए जारी बचाव और राहत कार्यों का जायजा लेने के लिए मलवा हटाने का कार्य निरंतर जारी है। मलवा हटाने के लिए हैवी एक्सकैवेटर मशीनों को जुटाया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बचाव अभियान और मलबा हटाने का काम तेजी से चल रहा है। खाद्य सामग्री अंदर भेज दी गई है और हम विशेषज्ञों से बात कर रहे हैं। हमारी प्राथमिकता है सभी को सुरक्षित बचाए जाने की है। मुख्यमंत्री ने कहा राहत और बचाव कार्यों के लिए सभी संभव विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। बचाव कार्य के लिए बड़े व्यास के ह्यूम पाइप हरिद्वार और देहरादून से भेजे जाने की व्यवस्था कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया कि ईश्वर की कृपा और बचाव अभियान में जुटी टीम के प्रयासों के चलते सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को जल्द सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
फंसे मजदूरों को जल्द सुरक्षित निकालना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थलीय निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य में और अधिक तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरंग में फंसे मजदूरों को जल्द सुरक्षित निकालना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, जिसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने राहत और बचाव अभियान में जुटे अधिकारियों और विभिन्न एजेंसियों को परस्पर बेहतर समन्वय और तत्परता के साथ राहत और बचाव कार्य उच्च दक्षता और पूरी क्षमता के साथ चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अभियान के लिए बाहर से जिस तरह के संसाधनों व तकनीकी सहायता की आवश्यकता होगी उसे सरकार यथाशीघ्र उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा किसी भी स्तर पर कोई भी आवश्यकता होने पर शीघ्र शासन को सूचित किया जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राहत और बचाव कार्यों के लिए सभी संभव विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। बचाव कार्य के लिए बड़े व्यास के ह्यूम पाइप हरिद्वार और देहरादून से भेजे जाने की व्यवस्था कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया की ईश्वर की कृपा और बचाव अभियान में जुटे लोगों के अथक प्रयासों के चलते सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को जल्द सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन के माध्यम से टनल में फँसे श्रमिकों की स्थिति, राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने बताया प्रधानमंत्री जी ने इस दुर्घटना से निपटने हेतु हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। साथ ही हर स्थिति पर नजर बनाए रखने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा केंद्रीय एजेंसियों को भी राहत और बचाव कार्यों में सहयोग करने हेतु निर्देशित किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, एनएचआईडीसीएल तथा अन्य एजेंसी के अधिकारियोंने राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए मलवा हटाने का कार्य निरंतर जारी है। मलवा हटाने के लिए हैवी एक्सकैवेटर मशीनों को जुटाया गया है। दरकते मलवे को थाने के लिए मशीनों से शार्टक्रीटिंग की जा रही है। टनल में फंसे मजदूरों से पाइप के जरिये संदेशों का आदान प्रदान किया गया है। पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है । इसी पाइपलाइन के जरिए रात में चने के पैकेट कंप्रेसर के जरिए दबाव बनाकर टनल में फंसे श्रमिकों तक भेजे गए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री के साथ घटना स्थल पर पहुंचे गढ़वाल मंडल के आयुक्त विनय शंकर पांडे ने भी राहत और बचाव कार्यों को लेकर अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। इस दौरान विभिन्न विशेषज्ञ एवं रेस्क्यू अभियान में जुटे दस्तों के प्रमुख मौजूद रहे। यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक संजय डोभाल, ब्लॉक प्रमुख डुंडा शैलेन्द्र कोहली, भाजपा जिलाध्यक्ष सत्येंद्र राणा और राष्ट्रीय मंत्री स्वराज विद्वान भी इस दौरान साथ रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
संपर्क में हैं मजदूर
वॉकी-टॉकी के थ्रू टनल में फंसे मजदूरों से संपर्क हुआ हैं। फिलहाल सभी मजदूर सुरक्षित बताए जा रहे हैं। टनल में पानी की आपूर्ति के लिए बिछी पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है । इसी पाइपलाइन के जरिए रात में चने के पैकेट कंप्रेसर के जरिए दबाव बनाकर टनल में फंसे श्रमिकों तक भेजे गए हैं। पूरी रात बचाव कार्य चला है और अभी भी चल रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
श्रमिकों की सही संख्या को लेकर विरोधाभास
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग के अंदर भूस्खलन होने से भीतर फंसे मजदूर भी हिम्मत दिखा रहे हैं। वे भी भीतर मोटर चलाकर पाइप से पानी छोड़ रहे हैं। ये दिवाली की सुबह हुआ था। हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उत्तरकाशी की घटना की जानकारी ली है। उन्होंने सीएम धामी को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। सुरंग में फंसे श्रमिकों की संख्या को लेकर विरोधाभास बना हुआ है। पुलिस और जिला प्रशासन ने सुरंग के अंदर 36 श्रमिकों के फंसने की जानकारी दी। वहीं, निर्माण कर रही कंपनी नवयुग कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश पंवार का कहना है कि टनल के अंदर 40 श्रमिक फंसे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीएम ने की बात, सीएम ने दी जानकारी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उत्तरकाशी की घटना की जानकारी ली। उन्होंने मुख्यमंत्री धामी को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री धामी ने इंटरनेट मीडिया में पोस्ट साझा कर यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री धामी ने लिखा कि लेपचा हिमाचल प्रदेश से लौटते ही आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने फोन के माध्यम से आज उत्तरकाशी के सिल्क्यारा के पास टनल निर्माण के समय मलबा आने की वजह से टनल में फंसे श्रमिकों की स्थिति, राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने आगे लिखा कि प्रधानमंत्री जी को श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने के लिए संचालित बचाव कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं वस्तु स्थिति से अवगत कराया। माननीय प्रधानमंत्री जी ने इस दुर्घटना से निपटने हेतु हर संभव मदद का आश्वासन दिया। भारत सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों को राहत और बचाव कार्यों में सहयोग करने हेतु निर्देशित कर दिया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अधिकारियों से लगातार संपर्क में हूं
उधर, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि घटना के बाद से मैं लगातार अधिकारियों से संपर्क में हूं। हादसे की पूरी जानकारी है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ मौके पर मौजूद है। सभी की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। वहीं हादसे को देखते हुए जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने जिले के सभी अधिकारियों की छुट्टी रद्द करते हुए उन्हें तत्काल अपने-अपने कार्य स्थल पर रिपोर्ट करने और राहत एवं बचाव कार्यों के लिए चौबीस घंटे तत्पर रहने के निर्देश दिए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
यहां हुआ भूस्खलन
एडीजी कानून व्यवस्था एपी अंशुमान ने बताया कि अभी किसी की मौत की सूचना नहीं है। एसडीआरएफ और अन्य बचाव दल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए है। जानकारी के अनुसार, हादसा रविवार सुबह 5:00 बजे हुआ। सिलक्यारा की ओर सुरंग के द्वार से 200 मीटर की दूरी पर यह भूस्खलन हुआ है, जबकि जो मजदूर काम कर रहे थे, वो वाहन द्वार के 2800 मीटर अंदर हैं। गौरतलब है कि चारधाम सड़क परियोजना के तहत यमुनोत्री हाईवे पर 850 करोड़ रुपये की लागत से सिलक्यारा से पोल गांव तक करीब 4.5 किमी लंबी ये सुरंग बनाई जा रही है। इसी सुरंग में ये हादसा हुआ। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अब टनल में फंसे मजदूरों ने दिखाई हिम्मत
टनल में फंसे मजदूर भी हिम्मत दिखा रहे हैं। सुरंग निर्माण करने वाली नवयुग कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश पंवार मीडिया को बताया कि सुरंग के अंदर फंसे हुए श्रमिकों ने मोटर चलाकर पाइप से पानी छोड़ा है। इससे सभी श्रमिकों के सुरक्षित होने की उम्मीद है। भूस्खलन का मलबा भी हटाया जा रहा है। जल संस्थान की वर्टिकल ड्रिलिंग मशीन में पहुंच चुकी है। उम्मीद है कि जल्द मलबे को हटा लिया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ऑक्सीजन की सप्लाई
सिल्कियारा में निर्माणाधीन टनल के अंदर फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान तेजी से जारी है। फंसे हुए मजदूर तक पानी के लिए बिछाए गए पाइप के जरिए ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है। वहीं, रेस्क्यू से जुड़ा हेल्पलाइन नंबर 7455991223 जारी किया गया है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।