उत्तराखंड कांग्रेस ने बीजेपी का उड़ाया मजाक, दिया 23 और 47 का उदाहरण, आप भी जानिए क्या है मामला
उत्तराखंड में भाजपा की ओर से 2022 के विधानसभा चुनाव में हारी हुई 23 विधानसभाओं में वोट के प्रतिशत को बढ़ाने की कवायद शुरू हो चुकी है। इसके तहत सांसदों को जिम्मेदारी दी गई है। सांसद ऐसी विधानसभाओं में जाएंगे और वहीं प्रवास करेंगे। साथ ही पार्टी की नीति का प्रचार करेंगे। बीजेपी का लक्ष्य ऐसी विधानसभाओं में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर वोट प्रतिशत बढ़ाकर 60 फीसद करना है। बीजेपी की इस रणनीति को लेकर उत्तराखंड कांग्रेस ने मजाक उड़ाया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हारी हुई विधानसभा सीटों पर सांसदों के प्रवास को लेकर उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने भाजपा नेतृत्व को आड़े हाथों लिया है। दसौनी ने कहा कि आखिर उत्तराखंड भाजपा को उत्तराखंड की 23 विधानसभाओं में ही दिलचस्पी क्यों है। बाकी 47 विधानसभाओं में उत्तराखंड भाजपा ने ऐसे विकास के कौन से कीर्तिमान स्थापित कर दिए हैं, जिनको लेकर भाजपा नेतृत्व और संगठन इतना आश्वस्त दिखाई पड़ रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा की क्या उत्तराखंड की भाजपा ने जीती हुई 47 विधानसभा में भाजपा के जीते हुए विधायकों के द्वारा स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, सड़क इत्यादि के मसले सुलझा लिए। क्या उन 47 विधानसभा में राम राज्य स्थापित हो गया है? क्या उन 47 विधानसभाओं में कोई अपराध नहीं हो रहे हैं? क्या उन 47 विधानसभा में सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था, सरकारी विद्यालयों की व्यवस्था, सड़कों की व्यवस्था चाक चौबंद हो चुकी है? क्या उन 47 विधानसभाओं के युवाओं को रोजगार मिल चुका है? यदि ऐसा नहीं है तो फिर क्यों भाजपा संगठन एढ़ी चोटी का जोर सिर्फ 23 विधानसभा में लगाने की तैयारी कर रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा कि भाजपा बताए कि उत्तराखंड बीते दो वर्षों में जिन चुनौतियों से जूझ रहा था, उस वक्त उसके पांचो सांसद कहां नदारद थे। चाहे वह जोशीमठ भू धंसाव हो, या अंकिता भंडारी हत्याकांड। भर्ती घोटाले हों या केदारनाथ से सोना चोरी हुआ हो। सभी बड़े प्रकरणों पर भाजपा के पांचों सांसदों ने चुप्पी साधे रखी। उत्तराखंड बीजेपी को यह क्यों लगता है कि अब उसके सांसद जहां भी जाएंगे, उनको पलक पांवड़े बिछाकर जनता उनका स्वागत करेगी। या उनको स्वीकार करेगी। क्योंकि भाजपा, अपने किसी भी दावे और वादे पर खरी नहीं उतरी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गरिमा ने कहा की उत्तराखंड के आम जनमानस में आज भाजपा नेतृत्व को लेकर खासा आक्रोश और गुस्सा है। महंगाई और बेरोजगारी अपने चरम पर है। अस्पतालों और विद्यालयों की दुर्दशा हो चुकी है। सड़कों में गड्ढों की वजह से आए दिन जनता को दुश्वारियों से दो-चार होना पड़ता है। दसौनी ने कहा कि भाजपा मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रही है कि वह कांग्रेस के किलों को अपने सांसदों के द्वारा ढहाने का काम करेगी। यह दूर की कौड़ी है। भाजपा अपनी जीती हुई 47 सीटों पर ही अपनी जमानत बचा ले, वही उसके लिए बड़ी बात होगी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।