यदि बार बार बुखार आए तो नहीं लीजिए हल्के में, जानिए कारण, लक्षण और निदान के उपाय
बुखार एक सामान्य स्वास्थ्य से संबंधित प्रक्रिया है। वहीं, बदलते मौसम में कई बार लोग बार बार बुखार की समस्या से परेशान होने लगते हैं। यदि किसी व्यक्ति को बार-बार बुखार आता है तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। इस बात को आप हल्के में नहीं टाल सकते हैं। साथ ही यह किसी बीमारी के शुरुआती लक्षण भी हो सकते हैं। जब शरीर का तापमान 98.6 डिग्री फॉरेनहाइट से बढ़ जाता है तो यह बुखार की स्थिति होती है। बुखार होने पर न तो खाना अच्छा लगता है और कुछ पीना। कई लोगों को बार बार बुखार हो जाता है। मतलब बुखार आता जाता रहता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बच्चों को करता है परेशान
बुखार आमतौर पर बच्चों को परेशान करता है या निश्चित समयावधि के बाद बार-बार होता रहता है। जैसे कि 1 महीने के बाद या 2 महीने के बाद। बार बार बुखार आने का मतलब हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर होना है। ऐसे में आपको अपने बॉडी का इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाना होगा। बार-बार बुखार आना को एपिसोडिक फीवर कहा जाता है। बार-बार बुखार आने की समस्या 5 साल से कम उम्र वाले बच्चों में ज्यादा दिखाई देती है। वहीं बार-बार बुखार आने के कई कारण हो सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बुखार के लक्षण
– शरीर का तापमान 100.4 डिग्री फॉरेनहाइट से ऊपर होना।
-ठंड लगना।
-शरीर का गर्म होना।
-हमेशा थकान महसूस होना।
-खाने में कुछ भी अच्छा ना लगना या किसी भी खाने का टेस्ट कड़वा महसूस होना।
नोटः प्रस्तुत लेख में में सलाह केवल आम जानकारी के लिए है। इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी समस्या होने पर पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बुखार आने के कारण
बुखार आमतौर पर वायरस, बैक्टीरियल, इनफेक्शन या वैक्सीनेशन के कारण हो सकता है।
बॉडी टेंपरेचर दिन में या एक्सरसाइज के बाद थोड़ी देर के लिए बढ़ सकता है, लेकिन बार-बार बुखार आना बैक्टीरियल इंफेक्शन की ओर इशारा करती है। साथ ही यह पीरियोडिक फीवर सिंड्रोम के कारण भी हो सकता है। यह सिंड्रोम जेनेटिक डिफेक्ट के कारण भी हो सकता है। बार-बार बुखार आना पीरियोडिक फीवर सिंड्रोम की के कारण होता है। इसकी वजह से भी शरीर का टेंपरेचर अप डाउन हो सकता है. इसके कई और भी कारण हो सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये हैं प्रमुख कारण
वायरस
बैक्टीरियल इंफेक्शन
वैक्सीनेशन
बार-बार बुखार आने पर यह करें ये काम
-बार-बार बुखार आने की स्थिति में आप इसका इलाज सामान्य बुखार की तरह ही करें।
-ढेर सारा पानी पिएं।
-अगर आपके बच्चे को बार-बार बुखार आता है तो उसके सांस लेने के तरीके का ध्यान रखें।
-अगर बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रही है और बच्चे का बुखार 5 दिन से ज्यादा से है. तो डॉक्टर को संपर्क करें।
-बुखार कितने देर और कितने दिन तक रहा है है इसका ध्यान जरूर रखें।
-बार-बार बुखार आने की स्थिति में एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
बार बार बुखार से बचने के लिए आयुर्वेदिक उपाय
-वायरस और बैक्टीरिया से सफाई बरतें।
-खाना खाने से पहले शौच के बाद साबुन से हाथ जरूर धोए गर्म पानी से हाथ धोने से कीटाणु मर जाते हैं।
-अपने नाक, मुंह या आंखों को छूने से बचें। खांसते और छींकते समय अपनी नाक को ढकें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ऐसे बनाएं इम्यून सिस्टम को मजबूत
-शरीर में तरल पदार्थ की कमी ना होने दें जिससे शरीर हाइड्रेट रहता है।
-तुलसी की चाय नियमित रूप से पीने पर इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
-गिलोय का काढ़ा पीने से भी मिनट की अच्छी बनी रहती है।
इनका भी कर सकते हैं सेवन
इसके अलावा जो लोग अपनी इम्यूनिटी को बूस्ट करना चाहते हैं। वे पिपली चूर्ण, कुटकी चूर्ण, कटंकारी चूर्ण, पूपकर मूल चूर्ण को किसी जड़ी-बूटी के दुकान से लाएं। इनको एक साथ मिक्स करके एक डिब्बे में स्टोर करके रखने सुबह-शाम इस चूर्ण को शहद के साथ सेवन करें इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है यह आपको आवर्ती बुखार से छुटकारा दिलाएगा।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।