उत्तराखंड क्रिकेट में महिला खिलाड़ियों के शोषण की हो सीबीआई जाँचः युवा उक्रांद
उत्तराखंड क्रांति दल के युवा प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट ने क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उतराखंड की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि तीन महिला खिलाडियों ने लिटिल मास्टर क्रिकेट अकादमी के संचालक तथा कोच नरेंद्र शाह व अन्य दो के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इस प्रकरण में पुलिस का रवैया भी सुस्त नजर आ रहा है। उन्होंने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एक बयान में यूकेडी के युवा अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट ने कहा कि महिला खिलाड़ियों से अभद्रता के मामले में सीएयू के सचिव महिम वर्मा तथा सदस्य धीरज भंडारी का भी आया था। आरोपियों पर पोक्सो एक्ट लगाने के बाद भी अभी तक इनकी गिरफ्तारी नहीं की गई। प्रशासन भी इन्हें शह दे रही है। बिष्ट ने कहा कि आरोपी महिम वर्मा की प्रवृत्ति पहले से आपराधिक रही है। उस पर कई अन्य थानों में मुकदमे दर्ज हैं। साथ ही हाई कोर्ट में केस चल रहा है। इसके साथ ही जो CAU के सदस्य हैं, इसमें से अधिकतर इनके संबंधी और परिवार के हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि एक ही समय में बी सी सी आई के उपाध्यक्ष तथा क्रिकेट एसोशिएशन ऑफ उतराखंड के सचिव पद पर रहने से इन्होंने नियमो का भी उलंघन किया है। ऐसे कुख्यात आरोपी जिसका नाम पहले से अपराध के क्षेत्र में हो, अलग अलग थानों में मुकदमे दर्ज हो, वह पहाड़ के युवाओं का भविष्य किस प्रकार से बर्बाद कर रहा है। यह राज्य में खेलो एवं खिलाडियों के लिए बड़ा ही चिंताजनक विषय है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बिष्ट ने कहा कि कुछ लोग पहाड़ के युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। नरेंद्र शाह मात्र एक छोटी कड़ी है। यदि इस घटना की सीबीआई जाँच होती है तो इसके पीछे बड़े आरोपी भी जेल की सलाखों में होंगे। जाति सूचक शब्दो का प्रयोग करने पर तत्काल नरेंद्र शाह की गिरफ्तारी होनी चाहिए थी, लेकिन वह तत्काल जमानत लेकर खुलेआम घूम रहा है। बिष्ट ने कहा कि CAU सोसाइटी एक्ट में रजिस्टर्ड है। यह विभाग मुख्यमंत्री के पास है। अतः इसका अब तक का ऑडिट की जाँच की जानी चाहिए। जिसमें जो पैसे अभी तक आये हैं इसमें CAU ने पहाड़ में कितने ग्राउंड बनाए, कितने पिच तैयार किये। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही तत्काल सीएयू को भंग किया जाए। इस घटना की सीबीआई जाँच की जाए। इसके साथ ही युवा उक्रांद चेतावनी दी कि यह मुद्दा हमारी महिला खिलाडियों से जुड़ा है। अतः जब तक इस घटना की सी बी आई जांच नहीं की जाती और महिम वर्मा और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता। तब तक यह आंदोलन चलता रहेगा। साथ ही कल युवा उक्रांद का शिष्ट मंडल डीजीपी से मिलकर इनकी गिरफ्तारी की मांग करेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है प्रकरण
गौरतलब है कि क्रिकेट कोच का ट्रेनी नाबालिग महिला खिलाड़ियों से फोन पर अश्लील बात करने का वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो के वायरल होने के बाद आरोपी ने जहर खा लिया था और अस्पताल में भी भर्ती रहा। डिस्चार्ज होने के बाद आरोपी क्रिकेट कोच नरेंद्र लाल शाह को पुलिस ने गिरफ्तार किया। जिसे जमानत भी मिल गई। तीनों नाबालिग क्रिकेट खिलाड़ियों के भी मजिस्ट्रेटी बयान दर्ज हो चुके है। आरोप है कि कोच शाह इन खिलाड़ियों को टीम में सेलेक्शन का लालच देकर अन्य पदाधिकारियों से सम्बन्ध बनाने का दबाव बनाता था। साथ ही धमकी भी देता था। ऑडियो में कोच शाह खुलेआम एक नाबालिग को भद्दी भद्दी गालियां भी दे रहा है। ऑडियो वॉयरल होने के बाद क्रिकेटर स्नेह राणा के कोच नरेंद्र शाह को क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) ने सह समन्वयक पद से हटा दिया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मामले में क्रिकेट संघ से जुड़े दो नामों के अलावा कुछ अधिकारियों के नाम भी तेजी से उछल रहे हैं। चर्चा है कि क्रिकेट एसोसिएशन से किसी न किसी तौर पर जुड़े इन अधिकारियों तक दून पुलिस की जांच का घेरा कसा जाएगा। हालांकि, दर्ज की गई एफआईआर में किसी बड़े अधिकारी का नाम नहीं है, सिर्फ क्रिकेट संघ से जुड़े दो पदाधिकारियों के नाम दर्ज किए गए हैं।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।