उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने किया मातृशक्ति का अपमानः गरिमा मेहरा दसौनी
उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के उस बयान की निंदा की, जिसमें ऋषिकेश में आयोजित महिला कार्यसमिति की बैठक में उन्होंने महिलाओं को झाड़ू हाथ में लेकर घर के जाले और गंदगी साफ करने वाली बताया। दसौनी ने कहा कि आखिर मुख्यमंत्री धामी ने इस बात को स्वीकार कर ही लिया की भाजपा में गंदगी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने पूछा की क्या मुख्यमंत्री ने मातृशक्ति को सिर्फ और सिर्फ घर के जाले और गंदगी साफ करने वाला समझ रखा है? दसोनी ने पूछा कि मातृशक्ति की हैसियत क्या मुख्यमंत्री की नजरों में सिर्फ इतनी सी है? क्या महिला सशक्तिकरण की भाजपा की यही सोच और परिभाषा है? दसौनी ने कहा कि कहीं ऐसा तो नहीं की मातृशक्ति की आड़ में मुख्यमंत्री अपने दल के लोगों के द्वारा किए गए कुकर्म कुकृतियों और बड़बोलेपन को ढकने का प्रयास कर रहे हैं? कहीं ऐसा तो नहीं कि मुख्यमंत्री मातृशक्ति को ढाल बनाकर भारतीय जनता पार्टी पर महिला उत्पीड़न के तमाम आरोपों को साफ कराना चाहते हैं? (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसोनी ने यह भी कहा कि भाजपा में लगातार ऐसे प्रकरण सामने आते रहे, जिनकी वजह से भारतीय जनता पार्टी की सार्वजनिक रूप से किरकिरी होती रही। फिर चाहे वह संजय कुमार का यौन उत्पीड़न प्रकरण हो, या फिर महेश नेगी एपिसोड, सुरेश राठौर या फिर विनय गोयल का यह कहना कि प्रांतीय प्रचारकों की भी शारीरिक जरूरत होती है और राजनीति में प्रवेश करने वाली महिलाओं को मानसिक रूप से तैयार होकर आना चाहिए। या फिर वह बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि राजनीति में अच्छे घर की महिलाएं नहीं आती। यही नहीं, अंकिता हत्याकांड में जुड़े वीआईपी के तार भी भाजपा से ही जोड़कर देखे जा रहे हैं। इसीलिए मुख्यमंत्री महिला मोर्चा का आह्वाहन करके उन बदनुमा दागो को मिटाने की गुजारिश कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा कि कहीं यह मुख्यमंत्री का कन्फेशन तो नहीं था? मुख्यमंत्री को ये क्यों लगता है कि उनके घर में अपराध कोई भी करें, उसकी सफाई महिला मोर्चा की सदस्यों को करनी होगी ? दसौनी ने कहा कि निश्चित रूप से हाकम सिंह, संजय धारीवाल, नितिन चौहान, आदित्य कोठारी जैसे भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए मातृशक्ति सामने आए, ऐसा अनुरोध मुखिया करते दिख रहे हैं।
भाजपा महिला मोर्चा की उपस्थित सदस्यों की मनोदशा भी हतप्रभ करने वाली है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गरिमा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में तानाशाही इस कदर हावी है कि कोई भी महिला सदस्य मुख्यमंत्री के बयान का प्रतिकार नहीं कर पाई और उल्टा उनके इस निम्न स्तर के बयान पर बजाते हुए दिखाई दी। इससे साफ पता चलता है कि भाजपा महिला मोर्चा की सदस्य शायद अपनी सोचने समझने की शक्ति गंवा बैठी और उन्हें पता ही नहीं चल पा रहा है कि किस मंच से उनका मजाक उड़ाया जा रहा है और कौन नेता उनका अपमान कर रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गरिमा ने महिला मोर्चा की सदस्यों को नसीहत देते हुए कहा कि कोई दूसरा आपकी इज्जत सिर्फ तब करेगा, जब आप खुद अपनी इज्जत करेंगी। अपने आत्मसम्मान के साथ समझोता नही करेंगीष उन्होंने भजन की दो पंक्तियां महिला मोर्चा के सदस्यों को याद दिलाई-हमको मन की शक्ति देना। मन विजय करें, दूसरों की जय से पहले खुद की जय करें।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




