इस साल पड़ेंगे चार ग्रहण, हिंदू नववर्ष है 13 माह का, 59 दिन के सावन में होंगे आठ सोमवार
इस साल वर्ष 2023 को भी हर साल की तरह की चार ग्रहण लगेंगे। इसमें दो सूर्य और दो चंद्रग्रहण होंगे। पहला ग्रहण सूर्य का होगा। जो इसी माह में है। वहीं हम यदि हिंदू नववर्ष की बात करें तो विक्रम संवत 2080 इस बार 12 की जगह 13 माह का होगा। इसमें सावन माह भी एक की बजाय दो माह का होगा। जानें कि चारों ग्रहण कब किस महीने में लगेंगे और कहां-कहां नजर आएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पहला ग्रहण होगा सूर्य ग्रहण
पहला ग्रहण सूर्य ग्रहण है। ये 20 अप्रैल 2023 को होगा। दक्षिण पूर्व एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर, हिन्दमहासागर और अंटार्कटिका में ये ग्रहण नजर आएगा।
दूसरा है चंद्रग्रहण
दूसरा ग्रहण चंद्रग्रहण के रूप में 5-6 मई 2023 को होगा। ये ग्रहण दक्षिण पूर्व यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक, हिन्द महासागर, अंटार्कटिका में दिखेगा।
तीसरा ग्रहण है सूर्य ग्रहण
तीसरा ग्रहण सूर्य ग्रहण है। ये 14 अक्टूबर 2023 को होगा। ये ग्रहण पश्चिमी अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक, आर्कटिक में नजर आएगा।
चौथा ग्रहण चंद्रग्रहण
चौथा ग्रहण आंशिक चंद्रग्रहण है। ये ग्रहण 28–29 अक्टूबर 2023 को है। इसे यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, नॉर्थ अमेरिका, उत्तर पूर्व दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, हिन्द महासागर, आर्कटिक, अंटार्कटिका में देखा जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
13 माह का है हिंदी नववर्ष
हिंदू नववर्ष यानी कि नया विक्रम संवत 2080 इस बार 12 की जगह 13 माह का होगा। इस हिंदू नववर्ष में एक महीना मलमास का अधिक होगा। इस अतिरिक्त महीने को अधिकमास कहते हैं। दरअसल, कालगणना के अनुसार प्रत्येक तीसरे वर्ष में ऐसी स्थिति बनती है कि साल में एक महीना बढ़ जाता है। इस बार यह अधिकमास या मलमास सावन के महीने के बाद पड़ रहा है। इसलिए सावन का महीना 30 दिन की बजाय 59 दिन का होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस बार 8 सावन सोमवार
इस साल सावन का महीना 4 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त का चलेगा। यानी कि सावन महीना 30 दिन की बजाय 59 दिन का होगा। इस कारण इस साल सावन सोमवार भी 4 की बजाय 8 होंगे। वहीं इस बीच 18 जुलाई से 16 अगस्त तक सावन अधिकमास रहेगा। इसे मलमास व पुरुषोत्तम माह भी कहा जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
59 दिन के सावन महीने के पीछे की वजह
दरअसल, वैदिक पंचांग की गणना सौरमास और चंद्रमास के आधार पर होती है। एक चंद्रमास 354 दिनों का होता है, वहीं एक सौरमास 365 दिनों का होता है। इस तरह से इन दोनों में 11 दिन का अंतर आ जाता है। लिहाजा 3 साल में यह अंतर 33 दिन का हो जाता है। इस तरह हर तीसरे वर्ष में 33 दिनों का अतिरिक्त एक माह बन जाता है। इन 33 दिनों के समायोजन को ही अधिकमास कहा जाता है। साल 2023 में अधिकमास के दिनों का समायोजन सावन के माह में हो रहा है। इस कारण से सावन एक की बजाय दो महीने का होगा और सावन में आठ सोमवार पड़ेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
साल 2023 के सावन सोमवार और उनकी तारीख
सावन का पहला सोमवार- 10 जुलाई 2023
सावन का दूसरा सोमवार – 17 जुलाई 2023
सावन का तीसरा सोमवार – 24 जुलाई 2023
सावन का चौथा सोमवार – 31 जुलाई 2023
सावन का पांचवा सोमवार – 7 अगस्त 2023
सावन का छठवां सोमवार – 14 अगस्त 2023
सावन का सातवां सोमवार – 21 अगस्त 2023
सावन का आठवां सोमवार – 28 अगस्त 2023
![](https://loksaakshya.com/wp-content/uploads/2024/09/WhatsApp-Image-2024-09-20-at-1.42.26-PM-150x150.jpeg)
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।