दिल्ली छावला रेप और हत्या के आरोपियों की रिहाई के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ माकपा का प्रदर्शन, जलाया पुतला
इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट में सही पैरवी नहीं करने पर केन्द्र सरकार एवं दिल्ली पुलिस की भूमिका की आलोचना की गई। वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार ने न्याय एवं कानून व्यवस्था का मखौल बनाकर रख दिया है। इसलिए सरकार एवं न्यायालय की मिलीभगति के चलते बिलकिस बानोकांड के हत्यारे एवं बलात्कारी जेल से रिहा हो जाते हैं। गुजरात दंगों के खिलाफ पैरवी करने वाली तिस्ता शीतलवाड़ को जेल के सलाखों के पीछे जाना पड़ता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वक्ताओं ने कहा है कि यदि न्यायालयों एवं देश की सरकार जनविरोधी फैसले लेते रहे तो निश्चित रूप से जनता सड़कों पर उतरेगी। वक्ताओं ने कहा है कि अभी अंकिता आदि हत्याकांड में राज्य की जनता न्याय मांग ही रही थी। कल सुप्रीम कोर्ट कै फैसले ने उत्तराखंड एवं देश को निराश किया है। उत्तराखंड की बेटी के माता पिता को न्याय की उम्मीद थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले से उन्हें भी धक्का लगा। साथ ही न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। देश की जनता सुप्रीम कोर्ट के फैसले से स्तब्ध है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वक्ताओं ने कहा है कि यदि न्यायालय ने अपराधियों की सजा बरकरार नहीं रखी। केन्द्र की भाजपा सरकार ने पीड़ितों के लिए न्याय एवं सुरक्षा के लिए कुछ नहीं किया, तो आन्दोलन को व्यापक बनाया जाऐगा। इस अवसर पर पार्टी राज्य सचिव मंडल सदस्य सुरेन्द्र सिंह सजवाण, जनवादी महिला समिति की प्रान्तीय उपाध्यक्ष इन्दु नौडियाल, सीपीएम के जिला सचिव राजेन्द्र पुरोहित, देहरादून महानगर सचिव अनन्त आकाश, सीटू के प्रांतीय महामन्त्री महेंद्र जखमोला, प्रान्तीय सचिव लेखराज, बीजीवीएस के इन्देश नौटियाल, कमलेश खन्तवाल, सतीश धौलाखंडी, सीटू के अध्यक्ष किशन गुनियाल, भगवन्त पयाल, रविन्द्र नौडियाल, कलम सिंह लिंगवाल, सैदुल्लाह अंसारी, एन एस पंवार, मामचन्द आदि बड़ी संख्या पार्टी कार्यकर्ता शामिल थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।