लोक विरासत कार्यक्रम में सीएम धामी ने किया प्रतिभाग, गढ़ कौथिग में ‘समलौंण’ पुस्तक का किया विमोचन
उन्होंने कहा कि हम सभी को अपनी संस्कृति एवं पूर्वजों के बनाए हुए जो हमारे संस्कार है, उनसे जरूर जुड़ना चाहिए। इतिहास गवाह है जो लोग अपनी संस्कृति से दूर चले जाते हैं, वह उस पेड की तरह होते हैं जो पेड़ तो होता है, परन्तु जिसकी जड़े सुख चुकी होती है। धीरे धीरे वह पेड़ भी सुख जाता है। इसलिए हम सभी अगर अपनी संस्कृति से जुड़े रहेंगे तो हम सभी को पोषण, ऊर्जा एवं प्रोत्साहन मिलता रहेगा। साथ ही हमारे पूर्वजों को आर्शीवाद मिलता रहेगा। इन्ही सब को ध्यान में रखते हुए हमने इस बार इगास त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया। ऐसे ही प्रयासों से निश्चित रूप से हमारी संस्कृति पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरित होती रहेगी। ऐसे पर्वो से नई पीढ़ी भी कहीं न कहीं अपना जुड़ाव महसुस करती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। यह अमृत महोत्सव आजादी के पहले और आजादी के बाद देश के लिये अपना योगदान देने वालों के सम्मान के साथ देश ने जो उपलब्धियां हासिल की उनका स्मरण करने का महोत्सव है। अब हम आजादी की शताब्दी की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड की संस्कृति के विकास के लिए अनेक योजनायें चलाई जा रही है। आपदा के बाद केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण हुआ है, संपूर्ण परिसर में विभिन्न विकास कार्यों का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसे 2023 के अंत तक कर पुरा कर लिया जाएगा। लगातार नया भव्य और दिव्य केदार बन रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ धाम के भव्य निर्माण हेतु मास्टर प्लान बन कर तैयार हो गया है। हाल ही में प्रधानमंत्री ने उनके द्वारा माणा को भारत के अन्तिम गांव की बजाय देश का पहला गांव कहे जाने पर मुहर लगाते हुए कहा कि अब तो उनके लिये भी सीमाओ पर बसा हर गांव देश का पहला गांव ही है। यह हमारे सीमान्त क्षेत्र के निवासियों के भी सम्मान की बात है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने सभी का आह्वान करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने वोकल फॉर लोकल का जिक्र करते हुए देशवासियों से आग्रह किया है कि जहां भी जाएं एक संकल्प करें कि यात्रा पर जितना भी खर्च करते हैं उसका कम से कम 5 प्रतिशत वहां के स्थानीय उत्पाद खरीदने पर खर्च करें। इससे राज्य के उत्पादों को बढ़ावा मिलने के साथ देश व दुनिया में उनकी पहचान भी बनेगी। प्रधानमंत्री ने हमारी संस्कृति को भी पहचान दिलाने का कार्य किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जहां प्रधानमंत्री के सफल नेतृत्व में सम्पूर्ण देश का विकास हो रहा है वहीं उत्तराखण्ड से उनका विशेष लगाव किसी से छुपा नही है। हमारी सरकार भी प्रदेश के सांस्कृतिक विकास के लिए कई कदम उठा रही है। उत्तराखण्ड की नई फिल्म नीति के तहत गढ़वाल, कुमाउनी एवं जौनसारी में फिल्म बनाने पर हमने 02 करोड़ रूपये की सहायता राशि का प्रावधान किया है। ऐसी अनेक योजनाये हमने भाषा एवं संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए लाये हैं। कार्यक्रम में जागर सम्राट पदमश्री डॉ. प्रीतम भरतवाण, प्रसिद्ध लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी, मीना राणा एवं संगीता ढौंडियाल सहित विभिन्न गायकों ने अपनी प्रस्तुति दी। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री चन्दन राम दास, विधायक विनोद चमोली, मेयर देहरादून सुनिल उनियाल गामा सहित अन्य उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गढ़वाल भातृ मंडल के गढ़ कौथिग में सीएम ने किया प्रतिभाग
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को गढ़ भवन बेल रोड क्लेमेंटाउन देहरादून में गढ़वाल भातृ मंडल संस्था द्वारा आयोजित ‘गढ़ कौथिग मेला-2022’ में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने ‘ समलौंण’ नामक पुस्तक का विमोचन भी किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मेलो के संरक्षण से संस्कृति का संरक्षण संभव
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गढ़वाल भातृ मंडल संस्था के सदस्यों को भव्य कार्यक्रम हेतु शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस तरह के मेले एवं कार्यक्रमों से युवा पीढ़ी को लोक संस्कृति गायन नित्य के बारे में पता चलता है, उन्होंने युवाओं से अनुरोध करते हुए कहा कि हमें अपने पूर्वजों से अपनी संस्कृति सभ्यताओं के बारे में जानना चाहिए। साथ ही उसे विरासत के तौर पर आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा सांस्कृतिक मेले हमारी परंपराओं को जीवित रखते हैं उनके संरक्षण से ही हम अपनी संस्कृति का संरक्षण भी करते है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
विश्व की सांस्कृतिक राजधानी बनेगा उत्तराखंड
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारा राज्य प्राकृतिक सौंदर्य, जंगल मैदान पर्वतों से भरपूर है, यह राज्य विभिन्न संस्कृति एवं सभ्यताओं से बना है उन्होंने कहा हमारा राज्य कल्चरल हब एवं विश्व की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी बने इसके लिए हमारी सरकार कार्यरत है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा विभिन्न विभागों से रिक्त पड़े पदों की सूची मांगी गई है। ताकि जल्द से जल्द भर्ती कराई जा सके। उन्होंने कहा विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े करीब 30 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा प्रतिभावान युवाओं को आगे आने का मौका मिले एवं योग्यता के आधार पर नौकरी मिले ऐसे में हम निष्पक्ष परीक्षाओं हेतु जल्द ही उत्तराखंड में सख्त अध्यादेश लाएंगे। इस अवसर पर विधायक विनोद चमोली, सुंदरलाल सेमवाल, जयपाल सिंह, ग्राफिक एरा एजूकेशनल समूह के अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।