उत्तराखंड में पेपर लीक मामले में कोर्ट के कनिष्ठ सहायक को किया गिरफ्तार, अब तक 13 गिरफ्तारी
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का स्नातक स्तर का पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने एक और गिरफ्तारी की है। मंगलवार को एसटीएफ की टीम ने साक्ष्यों और बयानों के आधार पर रामनगर न्यायालय, जिला नैनीताल में तैनात कनिष्ठ सहायक हिमांशु कांडपाल को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले एसटीएफ ने सीजेएम कोर्ट नैनीताल में कनिष्ठ सहायक के पद पर तैनात महेन्द्र चौहान को गिरफ्तार किया था। अब तक इस मामले में कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)आज गिरफ्तार किए गए हिमांशु कांडपाल पर भी पूर्व में गिरफ्तार किए गए आरोपितों के साथ पेपर लीक कराने का आरोप है। पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद हिमांशु कांडपाल की गिरफ्तारी की गई है। एसटीएफ अब उससे पूछताछ कर रही है कि उसके साथ और कितने लोग थे और कितने अभ्यर्थियों को उसने पेपर बेचा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इससे पहले उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) का स्नातक स्तर की परीक्षा का पेपर लीक करने के मामले में उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने नैनीताल से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। आरोपी महेन्द्र चौहान न्यायालय सीजेएम कोर्ट नैनीताल में कनिष्ठ सहायक के पद पर तैनात था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
महेन्द्र सिंह पूर्व में गिरफ्तार बर्खास्त पीआरडी जवान मनोज जोशी का परिचित है। पेपर लीक मामले में मनोज जोशी की भूमिका अहम मानी गई है। आरोप है किं महेन्द्र ने मनोज जोशी से पेपर लेकर एसपी काशीपुर के गनर अंबरीश कुमार को उपलब्ध कराया था। पूरे प्रकरण में एसटीएफ अब तक 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। बता दें कि आयोग की ओर से 4-5 दिसम्बर 2021 को स्नातक स्तर के विभिन्न 13 विभागों में भर्ती परीक्षा करवाई गई थी, जिसका पेपर लीक हो गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है प्रकरण
गौरतलब है कि उत्तराखंड में उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की पिछले साल हुई स्नातक स्तर की परीक्षा में स्नातक स्तर की परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले छह युवकों को हाल ही में उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने गिरफ्तार किया। ये गिरफ्तारी अलग-अलग जगहों से की गई है। इस मामले में एक आरोपी से 37.10 लाख रूपये कैश बरामद हुआ। जो उसके द्वारा विभिन्न छात्रों से लिया गया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर जांच एसटीएफ को सौंपी थी। इस मामले में बेरोजगार संघ के प्रतिनिधिमंडल की ओर से सीएम को शिकायत की गई थी। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से चार और पांच दिसंबर 2021 को आयोजित स्नातक स्तर की परीक्षा में हुई थी। इसमें अनियमितता के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंप कर युवाओं ने कार्रवाई की मांग की थी। इस मामले में अब तक कुल 13 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।





