रात को पांडव नृत्य के बाद प्रसाद को खाने से तीस से अधिक ग्रामीण बीमार, देरी से पहुंची सरकारी मदद
उत्तरकाशी जिले की बड़कोट तहसील के क्वाल गांव में फूड प्वाइजनिंग से करीब तीस से अधिक लोगों की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें उल्टी दस्त की शिकायत होने लगी। सूचना के काफी देर बात सरकारी मदद पहुंची। तब तक एंबुलेंस के इंतजार में ग्रामीण इधर उधर पड़े रहे। बीमार लोगों में छोटे बच्चों की संख्या अधिक है। बीमारों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़कोट पहुंचाया गया। बताया जा रहा है कि मंगलवार को गांव में धार्मिक आयोजन था। इसके तहत रात को पांडव नृत्य का कार्यक्रम था। वहां खाना खाने के बाद से ही सभी लोगों को उल्टी और दस्त की समस्या महसूस होने लगी। गांव में खून के दस्त होने के मामले भी सामने आए हैं।
उत्तरकाशी जिले की बड़कोट तहसील के क्वाल गांव में एक दर्जन से अधिक परिवारों के सदस्यों की
सूचना के बाद आज सुबह ही गांव में एंबुलेंस पहुंची। ग्रामीणों की संख्या तीस से अधिक बताई जा रही है। ऐसे में आल वेदर रोड निर्माण कार्यों के दौरान आपातकालीन स्थिति के लिए रखी गई एंबुलेंस को भी गांव पहुंचाया गया। ग्रामीणों में रोष है कि सूचना के बावजूद एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची। ऐसे में सुबह से ही बीमार सड़क पर एंबुलेंस का इंतजार करते रहे। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सूचना मिलने पर मुख्य चिकित्साधिकारी को इस मामले को गंभीरता से लेने के लिए कहा। साथ ही गांव में तत्काल टीम भेजने और सभी को समय से उपचार देने के दिशा-निर्देश भी दिए हैं। एसडीएम चतर सिंह गांव में पहुंचे, जिसके बाद उन्होंने पुरोला, नौगांव से भी एंबुलेंस मंगवा दी।
आधी रात के बाद बिगड़ने लगी तबीयत
बताया जा रहा है कि आधी रात के बाद ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ने लगी। व्यावसायिक वाहन के चालक राकेश नौटियाल ने खुद की तबीयत खराब होने के बावजूद कई लोगों को पाल गांव से कुछ बीमार लोगों को राजकीय महाविद्यालय कटाव तक पहुंचाया। इसके बाद उनकी भी तबीयत खराब होने लगी। वह वाहन चलाने के लायक नहीं रहे। आरोप है कि प्रशासन को सूचित करने के दो घंटे बाद ही सरकारी मदद पहुंची।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।