महाराष्ट्र में जल्द उठ सकता है पर्दा, सरकार गठन के फार्मूले पर शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात, अमित शाह भी रहे मौजूद
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच एक खबर ये आ रही है कि जल्द ही सरकार गठन को लेकर शिवसेना का बागी गुट अब सामने आ सकता है। इस गुट के नेता एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से वड़ोदरा में मुलाकात कर चुके हैं।
बताया जा रहा है कि गुवाहटी के होटल से शिवसेना से बागी हुए एकनाथ शिंदे और एक विधायक होटल से लापता थे। जो कल सुबह वापस होटल में लौट आए। उनका मोबाइल होटल में ही था उनके ट्विटर हैडल से ट्वीट को पोस्ट किया जा रहा था। ताकि किसी को इसकी भनक न लगे कि वे कहां गए। वहीं, एकनाथ शिंदे के साथ गई उनकी स्पेशल मीडिया टीम सारे ट्वीट पोस्ट कर रही थी।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार की देर रात हुई इस मुलाकात में सरकार गठन पर चर्चा हुई है। इसमें सरकार के गठन का फार्मूला निकाला गया। यह भेंट ऐसे वक्त हुई है, जब शिवसेना के भीतर असली शिवसेना को लेकर जंग तेज हो गई है। उद्धव ठाकरे के पास विधायकों की संख्या भले ही कम हो, लेकिन पार्टी पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए उनकी कवायद तेज हो गई है। शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की शनिवार को बैठक हुई थी। इसमें उद्धव ठाकरे को बागियों पर कार्रवाई का अधिकार दिया गया है। साथ ही उनके नेतृत्व पर भरोसा भी पार्टी पदाधिकारियों ने जताया है। खबरों के मुताबिक, एकनाथ शिंदे विशेष विमान के जरिये वडोदरा पहुंचे थे, जहां दोनों नेताओं की मुलाकात हुई।
मामले के जानकार लोगों का कहना है कि शिंदे विशेष फ्लाइट के जरिये परसों रात असम के गुवाहाटी से वडोदरा पहुंचे थे। शिंदे इस मुलाकात के बाद गुवाहाटी के उस पांच सितारा होटल लौट गए, जहां 40 से ज्यादा बागी विधायक डेरा डाले हुए हैं। वहीं, शिवसेना के ठाकरे गुट ने विधानसभा के डिप्टी स्पीकर को आवेदन दिया है और 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की बात कही है। इसको लेकर डिप्टी स्पीकर ने इन विधायकों को दो दिन का समय दिया है और 27 जून को शाम 5.30 बजे तक लिखित जवाब देने को कहा है। शिंदे गुट ने इस कार्रवाई पर ही सवाल उठाते हुए कहा है कि पार्टी की बैठक को लेकर व्हिप लागू नहीं होता।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अलग ही सलाह दी थी। शिवसेना प्रवक्ता ने कहा कि फडणवीस इस मसले से दूर ही रहें, नहीं तो फंस जाएंगे। राउत ने शिवसेना में बगावत का देवेंद्र फडणवीस को मास्टरमाइंड बताया। शिवसेना नेता ने कहा कि मैं देवेंद्र फडणवीस को केवल एक सलाह दूंगा, इस संकट में खुद को शामिल न करें।
शिंदे गुट पहले ही कह चुका है कि शिवसेना को एनसीपी-कांग्रेस के साथ के महा विकास अघाड़ी के गठबंधन से बाहर आना चाहिए। साथ ही अपने स्वाभाविक सहयोगी बीजेपी के साथ हाथ मिलाना चाहिए। एकनाथ शिंदे ने भी कहा था कि एक राष्ट्रीय शक्ति उनके पीछे है। विद्रोही गुट ने यह भी कहा है कि उनके नए गुट का नाम शिवसेना बालासाहेब होगा और पार्टी उनकी विचारधारा के आधार पर आगे चलेगी।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।