बजट तैयार करने में विभिन्न क्षेत्र से जुड़े प्रतिनिधियों की सीएम धामी और वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने ली राय
बजट 2022-23 के निर्माण में विभिन्न क्षेत्र से जुड़े लोगों के साथ उत्तराखंड के सीएम धामी और वित्त मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने बैठक कर उनकी राय जानने का प्रयास किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ ही वित्त मंत्री अपने निधारित समयानुसार नैनीताल के कैलाखान हैलीपैड में पहुंचे और नैनीताल राज्य अतिथि गृह मे बजट 2022-23 के निर्माण में कुमाऊं मंडल संवाद के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े प्रतिनिधियों के समूह के साथ बजट-पूर्व संवाद में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर वित्त सचिवआर मीनाक्षी सुन्दरम मौजूद थे।इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभिन्न क्षेत्रों से आये स्टेकहोल्डर्स का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि यह बजट आम आदमी का बजट होगा। यह तभी होगा जब आप लोगो के साथ संवाद के तहत आप अपने सुझाव देगे कि किस क्षेत्र में प्रदेश के विकास के लिए कार्य किये जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि आप लोगो की बजट बनाने में एक अहम भूमिका होगी। प्रदेश में होम स्टे सरकार की पहली प्राथमिकता है। इसके तहत प्रदेश में 3600 होमस्टेट पंजीकृत है और आगे भी होम स्टेट को प्राथमिकता दी जायेगी।
उन्होने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 21वी सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा। इसके तहत इस वर्ष सभी क्षेत्रों में उत्तराखंड के लिए पर्यटन, शिक्षा, रोजगार आदि के लिए अच्छा वर्ष होगा। उन्होंने कहा कि चुनौतियां तो बहुत हैं, लेकिन हम सभी को मिलकर उनका समाधान करना होगा। ताकि जो जिस क्षेत्र से जुड़े है उनमें प्रगति की जा सके।
उन्होने कहा कि सरकार लगातार हर क्षेत्र में कार्य कर रही है। इसके तहत प्रधानमंत्री ने 1500 से भी अधिक कठोर नियमों को सरलीकरण करते हुये आम जनमानस के हित में कार्य किये हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में रानीबाग पुल, नैनीताल से देहरादून चौडीकरण, धामपुर से नगीना अफजलगढ़ के मार्गो को भी चौडीकरण किया जाएगा। ताकि यातायात के लिए सड़के सुगम हो सके।
उन्होंने कहा कि सरकार हर क्षेत्र की समस्याओं को पूरा करने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े प्रतिनिधियों से कहा कि जो जिस क्षेत्र से जुड़े है वे प्लान सुझाव बनाकर uttarakhnabudget.gmail.com पर ईमेल के माध्यम से उपलब्ध करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि बजट में सभी के विचारों को समाहित किया जायेगा तांकि प्रदेश के विकास के लिए एक अच्छा बजट मिल सके।
बजट पूर्व संवाद के अवसर पर कृषि, उद्यान, डेयरी, दुग्ध उत्पाद के प्रतिनिधियों ने कई सुझाव दिए। इनमें पशुचारा में छूट एवं अनुदान, टैक्टर ट्रॉली में छूट, स्थानीय उत्पाद को अच्छा बाजार उपलब्ध कराने, साग, सब्जीयों में मूल्य निधारित, मंडियों में पारदर्शिता, उत्तराखण्ड के जनपदों में नर्सरियों को अधिक से अधिक बढ़ावा देने पर जोर दिया। साथ ही फल पट्टी के क्षेत्रों में जुड़े विशेषज्ञों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को प्रशिक्षण, गुणवत्ता बीजों में छूट देने, जनपदों में सगंधन पौधालय केन्द्र बनाने, जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा के सुझाव दिए गए।
बजट संवाद के दौरान मेयर एवं जिला पंचायत अध्यक्षों ने अरबन एवं लोकल क्षेत्रों के तहत बजट बनाने, पर्यटन के क्षेत्र में राज्य वित्त आयोग का बजट अधिक करने, नगर निगमों हेतु स्वच्छ एवं सफाई तथा छोटे-छोटे कार्यों के लिए अलग से बजट, आपदा के दौरान क्षति ग्रस्त क्षेत्रों में बजट बढ़ाये जाने, वेडिंग जोन निर्माण के लिए बजट, स्वरोजगार के तहत ऋण व्यवस्था में सरलीकरण आदि के सुझाव दिए।
बजट बैठक में उद्योग प्रतिनिधियों द्वारा औद्योगिक क्षेत्रों में विद्युत व्यवस्था, सड़क मार्ग एवं हवाई सेवाओं से औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ने, प्लास्टिक निस्तारण के लिए अनुदान योजना के तहत बजट आवंटन, राईस मिल्स में कृषकों के भुगतान के लिए अधिक बजट की आवश्यकता जताई। साथ ही जीएसटी छूट, एक्साईज ड्यूटी में छूट, औद्योगिक क्षेत्रों में नये उद्योग स्थापित करने में विद्युत शुल्क में छूट, महिला सशक्तीकरण के लिए ग्रोथ सेन्टरों को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन बजट, पशु संरक्षण के लिए गौशला निर्माण को बजट आंवटन के सुझाव दिए। व्यापार मण्डल, ट्रेड, होटल, पर्यटन से जुडे प्रतिनिधियों ने राष्ट्रीय राज्य मार्गों का सुधारिकरण, होम स्टे योजना के तहत अधिक बजट व सरलीकरण करने आदि व्यवस्थाओं पर अपने सुझाव दिए।





