ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में जल संरक्षण पर समारोह, युवाओं से जल संरक्षण में भागीदारी का आह्वान
विश्व जल दिवस पर देहरादून में ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के सभागार में आयोजित समारोह में विशेषज्ञों ने युवाओं से जल संरक्षण में भागीदारी निभाने का आह्वान किया।
वक्ताओं का स्वागत करते हुए ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ जे कुमार ने जल संकट की विकटता,
उपयोग और साथ ही बढ़ती आबादी के साथ पानी की खपत का विश्लेषण तथ्यों के साथ प्रस्तुत किया। उत्तराखंड के पानी रखो आंदोलन के प्रणेता और पथरीली जमीन को हरा भरा बनाने वाले जल पुरुष सच्चिदानंद भारती ने स्लाइड शो के माध्यम से उफरे खाल इलाके में जल संरक्षण के पारंपरिक उपायों और छोटे बड़े तालाबों से सूखे क्षेत्र को रिचार्ज करने पर प्रस्तुति दी।
यूएसइआरसी की निर्देशक डॉ अनीता रावत ने कहा कि जब प्रकृति और मानव के बीच सामंजस्य होगा तभी हम
प्राकृतिक संसाधनों को भविष्य की पीढ़ी के लिए बचा सकेंगे। आईसीएआर के निर्देशक डॉ एम मधु ने जल संरक्षण में युवाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यदि हम अपने दिनचर्या और प्रकृति के प्रति अपने रवैए में बदलाव लाएं तो जल संकट के साथ-साथ पर्यावरण की कई समस्याएं अपने आप हल हो सकती हैं।
युवा पर्यावरणविद और कलतरु संस्था से जुड़े मितेश्वर आनंद ने कहा कि अब समय आ गया है कि प्रकृति संरक्षण
के लिए हम सब को अपने स्तर पर प्रयास करने होंगे। उन्होंने छात्र-छात्राओं से अपने जन्मदिवस पर एक पेड़
लगाने और उसकी देखरेख करने का आह्वान भी किया। विश्वविद्यालय के केपी नौटियाल ऑडिटोरियम में समारोह का शुभारंभ पत्रकारिता की छात्रा आरुषि की नृत्य प्रस्तुति से शुरू हुई।
कार्यक्रम का आयोजन डिपार्टमेंट ऑफ कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग और उत्तराखंड साइंस एजुकेशन
एंड रिसर्च सेंटर(यूएसइआरसी ) ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ एच एन नागराजा, ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार कैप्टन हिमांशु धूलिया, शिक्षक और छात्र छात्राएं मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका अंशु शर्मा ने किया।