यूसर्क की कार्यशाला में छात्रों को पानी की गुणवत्ता की जांच की विधि सिखाई, बताया कैसे करें वाटर ट्रीटमेंट
प्रथम तकनीकी सत्र में यूसर्क के वैज्ञानिक डॉक्टर भवतोष शर्मा ने “वाटर क्वालिटी एनालिसिस” विषय पर तीन दिवसीय कार्यक्रम में पांच शिक्षण संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे 25 स्नातक एवम् स्नातकोत्तर स्तर के छात्र छात्राओं को हैंड्स ऑन ट्रेनिंग प्रदान की।
डॉक्टर शर्मा ने उपस्थित प्रतिभागियों को जल के नमूनों के पी एच, टीडीएस, टर्बिदिटी, हार्डनेस, कॉलीफार्म बैक्टीरिया एनालिसिस, पानी में घुली हुई ऑक्सीजन आदि पैरामीटर्स को चेक करना सिखाया। सभी प्रतिभागियों द्वारा लाए गए जल नमूनों की गुणवत्ता की जांच प्रतिभागियों की ओर से की गई। कार्यक्रम का द्वितीय व्याख्यान ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी देहरादून की रसायन विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉक्टर अरुणिमा नायक ने “वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट” विषय पर अपना विशेष व्याख्यान दिया।
उन्होंने अपशिष्ट जल में उपस्थित रसायनों, उनके प्रभाव, वर्तमान समय में अपशिष्ट जल के उपचार एवं प्रबंधन की आवश्यकता, अपशिष्ट जल को उपचारित करने की विभिन्न वैज्ञानिक विधियों जैसे फिल्ट्रेशन, सेंट्रीफुगेशन, सेडिमेंटेशन, कोआगुलेशन, फ्लोटेशन, एरोबिक एवम् अनाएरोबिक ट्रीटमेंट, आयन एक्सचेंज, रिवर्स ऑस्मोसिस, नैनो टेक्नोलॉजी आदि को विस्तार पूर्व वैज्ञानिक ढंग से समझाया।
यूसर्क के वैज्ञानिक डॉक्टर राजेंद्र सिंह राणा ने फील्ड में जल गुणवत्ता के विश्लेषण विषय पर दिया एवं मल्टी पैरामीटर्स एनालाइजर के प्रयोग के बारे में बताया। डॉक्टर ओम प्रकाश नौटियाल ने जल संरक्षण में तकनीकी के प्रयोग, आई ओ टी के प्रयोग के बारे में बताया।
समापन कार्यक्रम के अवसर पर सभी प्रतिभागियों को यूसर्क की निदेशक प्रोफेसर डॉ अनीता रावत ने प्रमाण पत्र प्रदान किए। उन्होंने कहा कि यूसर्क द्वारा राज्य के विद्यार्थियों के लिए यूसर्क जल शाला के माध्यम से प्रशिक्षण कार्यक्रम, ऑनलाइन व्याख्यान, जागरूकता कार्यक्रम आदि का आयोजन लगातार किया जा रहा है। जलस्रोतों की गुणवत्ता अध्ययन कार्य विद्यार्थियों को कराया जा रहा है। साथ ही साथ अन्य विशेष कार्यक्रम मेंटर शिप कार्यक्रम, ज्ञानकोष पोर्टल, तकनीकी आधारित शिक्षा, स्मार्ट इको क्लब आदि के द्वारा विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संबंधी गतिविधियों को सम्पूर्ण प्रदेश में पहुंचाने को कार्य किया जा रहा है।
कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन यूसर्क के वैज्ञानिक डॉ ओम प्रकाश नौटियाल ने किया। कार्यक्रम में यूसर्क की आईसीटी टीम के ओम जोशी, रमेश रावत, राजीव बहुगुणा, हरीश ममगाई सहित कुल 40 लोगों ने प्रतिभाग किया गया। तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में पांच शिक्षण संस्थानों राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर, एसजीआरआर यूनिवर्सिटी, ग्राफिक एरा पर्वतीय विश्व विद्यालय, डीबीएस महाविद्यालय, डॉल्फिन पीजी इंस्टीट्यूट के बीएससी एवं एमएससी के छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।