Video: बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार पर बोला हमला, पुलिस बर्बता का वीडियो पोस्ट कर कर दी ऐसी टिप्पणी
भाजपा सांसद वरुण गांधी समय समय पर अपनी ही सरकार की आलोचना से पीछे नहीं रहते। चाहे किसानों का मुद्दा रहा हो, या फिर कोई दूसरी समस्या। वह सोशल मीडिया में ऐसी पोस्ट डालकर सरकार को भी आगाह करते रहते हैं। उनके ऐसे तेवरों से नाराज भाजपा नेतृत्व में उन्हें बीजीपी की राष्ट्रीय कार्यसमिति से भी हटा दिया था। इसका खामियाजा उनकी मां मेनका गांधी को भी भुगतना पड़ा और उन्हें भी कार्यसमिति से अलग कर दिया गया। इसके बावजूद वरुण गांधी के आक्रमक तेवर कम नहीं हुए। लखीमपुर खीरी में किसानों को वाहन से कुचलने का उनका वीडियो तो सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ। अब ऐसे समय जब अगले ही वर्ष यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं, पीलीभीत से सांसद वरुण ने एक ट्वीट करके फिर राज्य की योगी सरकार और राज्य की पुलिस की कथित निरंकुशता पर वार’ किया है।अपने ट्ववीट के साथ उन्होंने एक वीडियो भी पोस्ट किया है जिसमें बच्चे को गोद में लिए व्यक्ति पर एक पुलिसकर्मी लाठी बरसाता नजर आ रहा है। वरुण गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा कि-सशक्त कानून व्यवस्था वह है जहां कमजोर से कमजोर व्यक्ति को न्याय मिल सके। यह नहीं कि न्याय मांगने वालों को न्याय के स्थान पर इस बर्बरता का सामना करना पड़े। यह बहुत कष्टदायक है। भयभीत समाज कानून के राज का उदाहरण नहीं है। सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कानून का भय हो, पुलिस का नहीं।
सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कमजोर से कमजोर व्यक्ति को न्याय मिल सके।
यह नहीं कि न्याय मांगने वालों को न्याय के स्थान पर इस बर्बरता का सामना करना पड़े,यह बहुत कष्टदायक है।भयभीत समाज कानून के राज का उदाहरण नहीं है।
सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कानून का भय हो,पुलिस का नहीं। pic.twitter.com/xoseGpWzZH
— Varun Gandhi (@varungandhi80) December 10, 2021
वरुण गांधी की ओर से पोस्ट किया गया वीडियो कानपुर के देहात इलाके का है। बच्चे को गोद में लिए एक व्यक्ति पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाईं। पुलिस ने उसके बच्चे को भी छीनने की कोशिश की। पुलिस का दावा है कि इस व्यक्ति ने एक इंस्पेक्टर के हाथ पर काट लिया था। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के मुताबिक कुछ लोग इलाके में अराजकता फैला रहे थे। अस्पताल की ओपीडी को बंद कर रहे थे और मरीजों को डरा रहे थे। हमने उन्हें रोकने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। वहीं एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने माना कि युवक पर अत्यधिक बल प्रयोग किया गया था। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह आदमी अस्पताल में निर्माण कार्य को रोकने की कोशिश कर रहा था। जब पुलिस ने हस्तक्षेप करने और उसे रोकने की कोशिश की, तो उसने एक पुलिस निरीक्षक का हाथ काट दिया।





