अल्मोड़ा में प्रभारी जेल अधीक्षक सहित चार कर्मियों को किया निलंबित, छापे में कैदियों के पास मिले थे मोबाइल, नगदी और मादक पदार्थ
महानिरीक्षक कारागार पुष्पक ज्योति ने अल्मोड़ा के प्रभारी जेल अधीक्षक संजीव कुमार ह्यांकी, प्रधान बंदी रक्षक शंकर राम आर्य, बंदी रक्षक प्रदीप मालिला और राहुल राय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

उत्तराखंड में अल्मोड़ा जिले की जेल में एसटीएफ और अल्मोड़ा पुलिस की संयुक्त टीम के छापे में कैदियों के पास से मोबाईल फोन, सिम, मादक पदार्थ आदि की बरामदगी के मामले को पुलिस के आला अधिकारियों ने गंभीरता से लिया है। इस मामले में महानिरीक्षक कारागार पुष्पक ज्योति ने अल्मोड़ा के प्रभारी जेल अधीक्षक संजीव कुमार ह्यांकी, प्रधान बंदी रक्षक शंकर राम आर्य, बंदी रक्षक प्रदीप मालिला और राहुल राय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। उधर, गैंगस्टर कलीम व उसके मददगार कैदी महिपाल को सात अक्टूबर को कोर्ट में तलब किए जाने के बाद पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए अनुमतिपत्र दाखिल कर दिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार पीसीआर के दौरान कुख्यात कलीम व महिपाल से कुछ और अहम जानकारी मिल सकती हैं।
ये है प्रकरण
एसटीएफ व अल्मोड़ा पुलिस की संयुक्त टीम ने चार अक्टूबर को जिला कारागार से रंगदारी वसूली के खेल का खुलासा करने के मकसद से छापा मार सर्च ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान हत्या के मामले में सजा काट रहे बदमाश महिपाल की बैरक से 1.30 लाख रुपये, तीन मोबाइल, चार सिम व मादक पदार्थ बरामद किया गया था। कलीम के इशारे पर फिरौती में मिली रकम को जेल का ड्राइवर ललित मोहन भट्ट अपने खाते में मंगाने के बाद जेल के भीतर पहुंचाता था। इस रकम को महिपाल अपनी बैरक में जमा करता जाता था। मामले के खुलासे से जेल प्रशासन कठघरे में आ गया था।
हरिद्वार के कुख्यात गैंगस्टर कलीम को मंगलवार को टिहरी जेल शिफ्ट किया जाना था। मगर बीते रोज कारागार से रंगदारी वसूली का पर्दाफाश होने के बाद शिफ्टिंग टल गई।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।