आगामी विधानसभा चुनाव में डूब जाएगा भाजपा का जहाज, भारी बहुमत के साथ सरकार बनाएगी कांग्रेसः धीरेंद्र प्रताप
उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप में कहा है कि भाजपा का आगामी 2022 के चुनाव में जहाज डूबना तय है। कांग्रेस भारी बहुमत के साथ सरकार में वापस आ रही है।
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काशीपुर लोक निर्माण विभाग के अतिथि गृह में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता समझ चुकी है कि भाजपा सिर्फ झूठे वायदे करती है। उन्होंने कहा कि राज्य में हाल ही में हुई हरिद्वार और उधम सिंह नगर की परिवर्तन यात्राऔ ने भाजपा के भ्रष्टाचार की पोल खोल कर रख दी है। कांग्रेस के तीन शीर्ष नेताओं हरीश रावत, प्रीतम सिंह और गणेश गोदियाल ने जिस तरह से यात्राओं में भाजपा पर हमला किया है, उसने भाजपा की राज्य में चूले हिला दी हैं।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि वह स्वयं भी परिवर्तन यात्राओं के बाद आज चार दिवसीय 4 जनपदों टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल, देहरादून और अल्मोड़ा के दौरे से लौटते काशीपुर पहुंचे हैं। स्थिति ये है कि न केवल राज्य के मैदानी जिलों हरिद्वार और उधमसिंह नगर में जनता भाजपा के क्रियाकलापों से नाराज है, बल्कि टिहरी गढ़वाल और पौड़ी गढ़वाल के जो शुद्ध पर्वतीय जिले हैं वहां की जनता भी भाजपा के शासन में रहते राज्य में फैले भारी भ्रष्टाचार और आसमान छूती महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अब मैदानी जिलों में अपनी यात्रा पूरी कर ली है। इसके बाद अब गढ़वाल मंडल के जिलों का दौरा शुरू किया जाएगा। कांग्रेस पार्टी ने अपने सभी नेताओं को एक दिवसीय रात्रि प्रवास का आदेश है। इसमें पार्टी के तमाम बड़े नेता अपनी-अपनी विधानसभा की एक न्याय पंचायत में रात्रि प्रवास करेंगे। उन्होंने कहा कांग्रेस का यह ” चलो गांव की ओर “अभियान राज्य में भाजपा के भ्रष्टाचार का ग्रामीण स्तर पर पर्दाफाश का काम करेगा।
पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह और क्रिकेटर सिद्धू के बीच चल रहे वाक युद्ध पर धीरेंद्र प्रताप ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा की पार्टी हाईकमान को इसमें सख्त रवैया अपनाना चाहिए। हरीश रावत को चाहे राजा हो या क्रिकेटर दोनों के विरुद्ध सख्त रवैया अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा पिछले 1 महीने से चल रहे पंजाब प्रकरण से देशभर के पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटा है। अब यह जरूरी हो गया है कि इन लोगों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने पिछले साढ़े 4 साल में उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारियो की उपेक्षा की है। 2 अक्टूबर 1994 के मुजफ्फरनगर कांड को अब 26 बरस होने वाले है। इस कांड के अभियुक्तों को सजा दिलाने के लिए सरकार ने कोई पैरवी नहीं की। इसके अलावा जो लोग नारायण दत्त तिवारी की सरकार के समय उनके आंदोलनकारी सम्मान परिषद के अध्यक्ष रहते हजारों लोग नौकरी पाए थे, उनकी भी नौकरियां भी निरस्त कर दी गई हैं। वहीं, राज्य सरकार खामोश बैठी हुई है।
उन्होंने सरकार की इसी निष्क्रियता के खिलाफ आगामी 2 अक्टूबर को राज्य भर में राज्य आंदोलनकारियों की ओर से काला दिवस मनाने का आह्वान किया। वह स्वयं उस दिन मुजफ्फरनगर शहीद स्मारक पर सत्याग्रह करेंगे। इस मौके पर कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष एडवोकेट संदीप सहगल, ब्लॉक अध्यक्ष रवि ढींगरा, ब्लॉक अध्यक्ष रोशनी बेगम, राज्य आंदोलनकारी एवं चिह्नित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के उधम सिंह नगर जिले के अध्यक्ष नीरज गुप्ता, एडवोकेट राशिद फारुकी, मोहम्मद मियां, भारती, विकास कौशिक, मोहम्मद जुबेर, राज्य आंदोलनकारी नरेंद्र सोटियाल, भी मौजूद थे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।