दिल्ली समेत यूपी में बारिश से बिगड़े हालात, 1964 के बाद सर्वाधिक बारिश, यूपी में सात की मौत, स्कूलों में दो दिन की छुट्टी
दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश से हालात बिगड़ने लगे हैं। उत्तर प्रदेश में स्थिति और भी चिंताजनक बनी हुई है। कई जिलों में पिछले 24 घंटों में 100 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है। अगले कुछ घंटों तक ऐसे ही हालात बने रहने की आशंका है। वहीं दिल्ली में भी गुरुवार दोपहर तक 1159.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जो 1964 के बाद से सबसे अधिक और अब तक की तीसरी सर्वाधिक बारिश है। उत्तर प्रदेश में बारिश और उससे जुड़ी घटनाओं में अब तक सात लोग अभी तक जान गंवा चुके हैं। इसके साथ ही रायबरेली में 24 घंटे में 186 मिमी बारिश होने के बाद यूपी के स्कूलों में दो दिन 17 व 18 सितंबर की छुट्टी कर दी गई है। इसके साथ ही राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण बिजली आपूर्ति भी प्रभावित रही। कई इलाकों में रेलवे ट्रैक डूब गए हैं और सड़कों पर पानी भर जाने के बाद अंडरपास को भी बंद कर दिया गया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिन भारी बारिश की संभावना हैं। उनमें करीब दस जिलों में 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। आकाशीय बिजली के साथ जोरदार बारिश होगी। ऐसे में कानपुर नगर, कन्नौज, गौतम बुद्ध नगर, फतेहपुर, कानपुर देहात, हरदोई, उन्नाव, अलीगढ़ व बांदा जैसे जिलों में रेड अलर्ट किया गया है। साथ ही 26 जिलों में येलो अलर्ट भी जारी किया गया है।
बारिश के चलते कई मौतें
उत्तर प्रदेश के जौनपुर के सुजानपुरा में भारी बारिश के कारण दीवार ढह जाने से 3 लोगों की मौत हो गई है। वहीं बाराबंकी के रामसनेही घाट इलाके में भी ऐसी ही घटना में दो लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा कौशांबी, अयोध्या और सीतापुर में भी बारिश के कारण हुई घटनाओं में लोगों की मौत की खबर मिली है, हालांकि इसकी संख्या की फिलहाल जानकारी नहीं मिल सकी है। बताया जा रहा है कि यूपी में अब तक कुल सात लोगों की मौत हो चुकी है।
यूपी के 26 जिलों के लिए अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए बाराबंकी, लखनऊ, गाजियाबाद, अयोध्या, सुल्तानपुर मथुरा, सीतापुर, संभल, मुरादाबाद, शामली, बुलंदशहर, बिजनौर, सहारनपुर, अमरोहा, मुजफ्फरनगर, शाहजहांपुर, बागपत, हापुड़, मेरठ, इटावा, हमीरपुर, बलिया, जालौन, औरैया, ललितपुर व फर्रुखाबाद सहित कुल 26 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
इन जिलों में रेड अलर्ट
वहीं, कानपुर नगर, कन्नौज, गौतम बुद्ध नगर, फतेहपुर, कानपुर देहात, हरदोई, उन्नाव, अलीगढ़ व बांदा जैसे जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
दिल्ली के भी बिगड़े हालात
वहीं राष्ट्रीय राजधानी की बात की जाए तो दिल्ली में सितंबर में हुई बारिश ने 400 मिमी के निशान को पार कर लिया है। गुरुवार दोपहर 403 मिमी बारिश हुई। सितंबर 1944 में 417.3 मिमी के बाद से इस महीने में हुई सबसे अधिक वर्षा है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि वर्षा ऋतु के जाते-जाते यह दिल्ली में दूसरी सबसे ज्यादा मानसून की बारिश हो सकती है।
दिल्ली में सामान्य तौर पर होती है इतनी बारिश
सामान्य तौर पर, दिल्ली में मानसून के मौसम में 653.6 मिलीमीटर बारिश होती है। पिछले साल राजधानी में 648.9 मिली बारिश हुई थी। एक जून को जब मानसून शुरू होता है, तब से 15 सितंबर के बीच शहर में सामान्य तौर पर 614.3 मिमी बारिश होती है। दिल्ली से मानसून 25 सितंबर तक लौटता है।
1964 के बाद सर्वाधिक बारिश
आईएमडी के मुताबिक, शहर के लिए आधिकारिक मानी जाने वाली सफदरजंग वेधशाला का कहना है कि शहर में बृहस्पतिवार को दोपहर तक इस मौसम की 1159.4 मिमी बारिश हो चुकी है। 1975 में 1155.6 मिमी और 1964 में 1190.9 मिमी बारिश हुई थी। अब तक की सबसे ज्यादा बारिश का रिकॉर्ड 1933 में हुई 1,420.3 मिमी वर्षा का है. इससे पहले, सुबह मौसम विभाग ने दिल्ली में दिन में मध्यम बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। शुक्रवार को हल्की बारिश की संभावना है।
एक निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि 23-24 सितंबर तक बारिश बीच-बीच में होती रहेगी, जिसका मतलब है कि मानसून समाप्त होने तक दिल्ली के नाम अब तक दूसरा सबसे ज्यादा बारिश वाला मानसून दर्ज हो सकता है। पिछले दो दशकों में यह केवल तीसरी बार है जब दिल्ली में मानसून की बारिश ने 1000 मिमी के निशान को पार किया है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।