सत्ता का नशा, सीएम के कार्यक्रम में कार्यकर्ता से भिड़े विधायक, औकात दिखाने की दी धमकी, आप ने लिया मजा, सीएम बोले- बनाएंगे आठ नए महाविद्यालय

रायपुर डिग्री कॉलेज में नए भवन की आधारशिला रखने के कार्यक्रम में सीएम पुष्कर सिंह धामी के आने से पहले स्थानीय विधायक उमेश शर्मा काऊ अपने ही दल के कार्यकर्त्ताओं पर बरस पड़े। अनुशासन का दम भरने वाली भारतीय जनता पार्टी के विधायक और कार्यकर्त्ताओं में सीएम के कार्यक्रम से ठीक पहले जबरदस्त भिड़ंत देखकर मौके पर तमाशा खड़ा हो गया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत के सामने काऊ का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और उन्होंने कार्यक्रम को छोड़ने तक की धमकी दे दी। भाजपा विधायक अपने ही पार्टी के कार्यकर्त्ताओं को औकात में रहने तक की धमकी देने लगे। विधायक जिस कार्यकर्त्ता से उलझे वह जिला पंचायत के सदस्य हैं और पार्टी में 15 से 20 सालों के लिए काम कर रहे हैं।
उमेश शर्मा काऊ हरीश रावत सरकार के दौरान कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल हुए थे। तब से ही उन्हें भाजपा के कार्यकर्ता पचा नहीं पा रहे हैं। हालांकि क्षेत्रीय जनता में पकड़ मजबूत होने के कारण उन्हें भाजपा से पिछले चुनाव में टिकट मिला और वह जीत दर्ज करने में भी कामयाब रहे। इस बीच गाहे बगाहे उनकी कार्यकर्ताओं से न बनने की शिकायतें आती रही हैं। कोरोना की दूसरी लहर में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और काऊ कोविड सेंटर को लेकर आपस में भिड़ गए थे। तब गणेश जोशी ने आरोप लगाया था कि कोविड अस्पताल के नाम पर पैसों की फिजूलखर्ची की गई है। यही नहीं, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ भी उनकी पटरी सही ढंग से नहीं बैठ पाई। तब उनका कहना था कि रायपुर विधानसभा के कार्यों के शासनादेश जारी नहीं किए जा रहे हैं। त्रिवेंद्र के खिलाफ भीतरखाने विरोध करने वालों में उनकी भूमिका भी मानी जाती है। सीएम बदलने के बाद जब तीरथ सिंह रावत सीएम बने तो उनकी काऊ के साथ पटरी सही ढंग से बैठी। तब से रायपुर क्षेत्र में उद्घाटन और शिलान्यास के कार्यक्रमों में तेजी आई। तीरथ के बाद जब धामी सीएम बने तो उनके कार्यक्रम भी रायपुर क्षेत्र में लगाए जा रहे हैं।
कार्यकर्ताओं के साथ विधायक का तालमेल नहीं बैठ पाया। हाल ही में 29 अगस्त को पीएम के मन की बात सुनने के रायपुर विधायक की ओर से आयोजित कार्यक्रम से भाजपा कार्यकर्ताओं ने किनारा किया। डांडा लखौंड के रामलीला मैदान में मन की बात सुनने और पौधारोपण कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कार्यकत्र्ता एकत्रित हुए, लेकिन रायपुर विधायक के कार्यक्रम में कोई कार्यकर्ता नहीं गया। पूर्व भाजयुमो महानगर अध्यक्ष रंजीत भंडारी और मंडी समिति के अध्यक्ष राजेश शर्मा की ओर से रविवार 29 अगस्त को डांडा लखौंड में कार्यक्रम आयोजित कर शक्ति प्रदर्शन किया गया। इसके बाद क्षेत्र में पौधे रोपकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। इस दौरान भाजपा के कार्यकर्ताओं ने रायपुर विधायक के विरोध में नारे भी लगाए।
अब रायपुर में आज शनिवार चार सितंबर को हुए कार्यक्रम में विधायक के बिगड़ने पर पंचायत सदस्य वीर सिंह भी चुप नहीं रहे। उन्होंने कहा कि इससे कार्यकर्त्ताओं का मनोबल गिर रहा है। एक विधायक को यह शोभा नहीं देता कि वह अपने ही पार्टी के कार्यकर्त्ताओं को इस तरीके से धमकाए। आरोप लगाए की उच्च शिक्षा विभाग के कार्यक्रम को विधायक उमेश शर्मा काऊ अपना निजी कार्यक्रम तक बता रहे हैं और कार्यकर्त्ताओं को कार्यक्रम से निकलने तक की धमकी देने दे रहे हैं।
मौके पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत से विधायक उमेश शर्मा काऊ ने शिकायत की कि ये मुझे अपना विधायक नहीं मानते हैं और इस क्षेत्र में जो भी पोस्टर लगते हैं, उनको यह फाड़ देते हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले जिस तरीके से रायपुर भाजपा के भीतर फूट देखने को सरेआम मिल रही है, उससे कहीं ना कहीं पार्टी के लिए यह चिंता का विषय भी है। आखिर चुनावी रण में जाने से पहले पार्टी में इस तरह के मतभेद क्यों है? जिसका समाधान पार्टी को चुनाव से पहले निकालना होगा। हालांकि, मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और कॉलेज के प्राचार्य प्रो. एसएस साहनी ने विधायक व कार्यकर्त्ताओं को मना लिया। फिर मामला शांत हुआ।
आप ने कहा-बीजेपी का असली चेहरा
उत्तराखंड में आप पार्टी प्रवक्ता संजय भट्ट ने बयान जारी करते हुए कहा कि बीजेपी में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। इस पार्टी में त्रिवेन्द्र शासन काल से ही नाराजगी का दौर चल रहा है, जो समय समय पर विद्रोह के रुप में नजर आता है। उन्होंने आज रायपुर विधानसभा में हुए घटनाक्रम पर उन्होंने कहा कि अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाली पार्टी का ये चरित्र है कि जिन कार्यकर्ताओं के दम पर विधायक जीत कर सदन पहुंचते हैं, उन्हें उनकी औकात में रहने की बात विधायक करते हैं। जो बडी ही शर्म की बात है।
आप प्रवक्ता ने कहा कि इस पार्टी में अनुशासन नाम की कोई चीज नहीं है। बीजेपी के विधायकों के खिलाफ ऋषिकेश, रुद्रप्रयाग, देवप्रयाग, पौडी, थराली में भी जनता की लगातार नाराजगी सार्वजनिक तौर पर सामने आती रही है। इससे साफ है विधायकों को जनता के सरोकारों से कोई वास्ता नहीं। इसलिए मजबूरन जनता को अपनी नाराजगी सार्वजनिक तौर पर दिखानी पड़ती है। उन्होंने आगे कहा कि कोई भी राजनीति दल हो उसकी ताकत उसके कार्यकर्ता होते हैं और कार्यकर्ताओं को सरेआम ऐसे जलील करना वाकई में बीजेपी का असली चाल, चरित्र और चेहरा उजागर करता है।
सीएम धामी ने की घोषणा, सात बनाए जाएंगे आठ नए महाविद्यालय, सात को होगा उच्चीकरण
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता (रायपुर) देहरादून में विज्ञान संकाय भवन का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि राज्य में 08 नये महाविद्यालयों की स्थापना की जायेगी। जिन नये महाविद्यालयों की स्थापना की जायेगी उनमें देहरादून शहर, हरिद्वार शहर (भूपतवाला), हल्द्वानी शहर में, गदरपुर ऊधमसिंह नगर, दन्या अल्मोड़ा, कल्जीखाल पौड़ी, खिर्सु पौड़ी, देवाल चमोली शामिल हैं। राज्य के 07 महाविद्यालयों का स्नातक से स्नातकोत्तर में उच्चीकरण किया जायेगा। इनमें राजकीय महाविद्यालय, मुनस्यारी(पिथौरागढ़), राजकीय महाविद्यालय, गैरसैंण(चमोली), राजकीय महाविद्यालय, कपकोट(बागेश्वर), राजकीय महाविद्यालय सोमेश्वर, राजकीय महाविद्यालय, हल्दूचौड़(नैनीताल), राजकीय महाविद्यालय, लक्सर(हरिद्वार), राजकीय महाविद्यालय, थलीसैंण(पौड़ी) शामिल हैं।
राजकीय महाविद्यालयों में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त शैक्षणिक पद सृजित होंगे
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की कि पूर्व से संचालित राजकीय महाविद्यालयों में वहां की आवश्यकतानुसार स्नातक स्तर पर 50 एवं स्नातकोत्तर स्तर पर 10 अतिरिक्त शैक्षणिक पदों का सृजन किया जायेगा। राज्य के समस्त शासकीय महाविद्यालयों में कम से कम एक वीडियो कांफ्रेसिंग एवं अन्य आवश्यक आधुनिक तकनीकी सुविधायुक्त लैक्चर हाल स्थापित किया जायेगा।
पाठ्यक्रमों में बदलाव को गठित होगी उच्च स्तरीय समिति
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के क्रम में शासकीय विश्वविद्यालयों में इण्टर-डिसिप्लिनरी कोर्स प्रारंभ करने एवं वर्तमान पाठ्यक्रमों में बदलाव के लिए राष्ट्रीय अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के सुविख्यात शिक्षाविद की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति गठित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता (रायपुर) में स्नातकोत्तर स्तर पर विज्ञान संकाय एवं गृह विज्ञान की कक्षाएं भी प्रारम्भ की जायेंगी।
रायपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने की घोषणाएं
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रायपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए भी विभिन्न घोषणाएं की। जिसमें मालदेवता खेरी ग्रामीण क्षेत्र में 33 के.वी. विद्युत घर का निर्माण तथा आई.टी पार्क के समीप डांडा लखोंड में 33 के.वी विद्युत केन्द्र का निर्माण किया जायेगा। मालदेवता के अंतर्गत पंजाब नेशनल बैंक वाले खाले में आर.सी.सी. पाइप लाइन द्वारा जल निकासी का कार्य स्वीकृत किया जायेगा। विकासखंड रायपुर में सोंग नदी पर मालदेवता फार्म से मालदेवता बाजार तक बाढ़ सुरक्षा का कार्य किया जायेगा। रायपुर विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत नगर निगम क्षेत्र में नदी/नाले/खाले में आपदा से क्षतिग्रस्त पुस्तों का निर्माण किया जायेगा, बाल्टी नदी में दिनांक 24 एवं 25 अगस्त को आयी आपदा से नदी व सडक की बाढ़ सुरक्षा का कार्य किया जायेगा। रायपुर विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत आपदा से क्षतिग्रस्त सहस्त्रधारा-खैरी- मालदेवता मार्ग का मरम्मत कार्य किया जायेगा। वार्ड संख्या 58 डिफेंस कॉलोनी के मुख्य करिय्पा मार्ग का चौड़ीकरण, नवीनीकरण व सौंदर्यीकरण का कार्य किया जायेगा।
रायपुर-तुनवाला-मियावाला मार्ग का चौड़ीकरण किया जायेगा। रायपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत क्षतिग्रस्त मुख्य व आंतरिक मार्गों का निर्माण किया जायेगा। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता (रायपुर) के विस्तारीकरण के लिए भूमि उपलब्ध करने एवं ग्राम सभा खेरी मानसिंह, मालदेवता, सौडा द्वारा एवं केशर वाला में जंगली हाथियों से फसलों के बचाव हेतु सोलर फेंसिंग का कार्य एवं आबादी क्षेत्रों के समीप आरक्षित वन भूमियों में कूड़े-करकट से बचाव हेतु जाल लगवाये जायेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 02 माह पूर्व राज्य के मुख्य सेवक रूप में कार्य करने का मौका मिला। शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। जन समस्याओं के त्वरित निदान के लिए प्रत्येक स्तर पर अधिकारियों की जिम्मेदारी फिक्स की गई। जो कार्य विकासखण्ड एवं तहसील स्तर के हों उनका समाधान वहीं पर हो और जो कार्य जिला स्तर पर हो सकते हैं, उनका निदान जिलास्तरीय अधिकारियों द्वारा ही किया जायेगा। सभी अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि जो कार्य जनपद स्तर पर पूर्ण हो सकते हैं, उन्हें शासन स्तर पर न भेजा जाय। उनका वहीं निदान किया जाय। कार्यों के सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। नो पेंडेंसी के आधार पर कार्य करने के अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि प्रत्येक कार्यदिवस को प्रातः 10 से 12 बजे तक अपने कार्यालयों में जन समस्याओं को सुनेंगे और उनका समाधान करेंगे। तहसील दिवसों का नियमित आयोजन किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को रोजगार से जोड़ने पर सरकार का विशेष ध्यान है। विभिन्न पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी है। ये सभी प्रक्रियाएं जल्द पूर्ण कर ली जायेगी। समाज के हर वर्ग को ध्यान में रखकर जन कल्याणकारी योजनाएं शुरू की है। सरकार का प्रयास है कि समाज के अन्तिम पंक्ति पर खड़े लोगों तक योजनाओं का लाभ पहुंचे।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य में एक लाख सात हजार छात्र-छात्राएं वर्तमान में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। सभी महाविद्यालयों में 4जी वाईफाई की सुविधा दी गई है। एक-एक टेबलेट की व्यवस्था की जा रही है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में राज्य में अनेक कार्य किये जा रहे हैं। रोजगारपरक शिक्षा एवं शिक्षा के गुणात्मक विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काऊ, दिलीप सिंह रावत, मुकेश कोली, प्राचार्य राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता (रायपुर) के प्राचार्य प्रो.सतपाल सिंह सहानी भी उपस्थित थे।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।