कोविड ने एक दिन में समेट दी 14 दिन की रामलीला, आयोजकों ने निकाला ये हल, पढ़िए खबर
कोरोना का साया इस बार देहरादून जिले की रामलीलाओं में भी पड़ा। वर्षों से लगातार हो रहे रामलीला के आयोजन को इस बार प्रशासन की अनुमति नहीं मिली। इस पर आयोजकों ने रामलीला का मंचन निरस्त कर दिया। अब एक दिन के मंचन की अनुमति मिली तो आयोजकों को ये चिंता सताने लगी कि क्या दिखाया जाए। फिर तय किया कि अंतिम दिन वाली रामलीला राामदरबार का मंचन किया जाएगा।
बात हो रही है देहरादून में श्री आदर्श रामलीला सभा राजपुर की। इस संस्था की ओर से इस साल पंचायती धर्मशाला बिरगिरवाली के मैदान में रामलीला का 71 वां मंचन होना था। कोरोना के चलते जिला प्रशासन ने रामलीला के मंचन की अनुमति नहीं दी। इससे यहां हर साल दूसरे नवरात्र से शुरू होने वाले रामलाली का मंचन स्थगित कर दिया गया।
फिर आयोजकों को चिंता सताने लगी कि इस साल मंच कैसे खाली छोड़ा जाए। क्योंकि यदि रामलीला का किसी कारण मंचन न हो तो आगे से रामलीला का मंचन उक्त स्थान पर रोक दिया जाता है। इस पर संस्था के लोगों ने जिलाधिकारी से फिर गुहार लगाई। प्रशासन ने सिर्फ एक दिन 31 अक्टूबर के लिए रामलीला मंचन की अनुमति दे दी।
संस्था के प्रधान योगेश अग्रवाल ने बताया कि एक दिन में 14 दिन की रामलीला नहीं दिखाई जा सकती है। इसलिए तय किया गया कि सीधे राम, लक्ष्मण, सीता के वन से लौटने और राम दरबार का मंचन किया जाएगा। इस कार्यक्रम को भी सूक्ष्म रूप से किया जा रहा है। बैठने के लिए शारीरिक दूरी का भी ख्याल रखा जा रहा है। मंचन शनिवार की रात नौ बजे से शुरू होगा। गौरतलब है कि देहरादून में राजपुर की रामलीला का विशेष महत्व है। इस रामलीला को देखने के लिए देहरादून शहर के कोने कोने से लोग पहुंचते हैं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।