महिला ने प्रेमी के सामने रखी एक शर्त, प्रेमी ने कर दी उसके जेठ की हत्या, पुलिस को चकमा देने को किया ऐसा
प्रेम संबंधों में बाधक बनने पर एक महिला ने अपने ही जेठ की हत्या करा दी। हत्यारोपी भी कम शातिर नहीं था। पुलिस को चकमा देने के लिए वह पहले मिल में गया और वहां हाजरी लगाई। इसके बाद हत्या को अंजाम दिया और चुपचाप काम पर लौट गया।
सोमवार 14 जून की रात कुंडा थाना क्षेत्र के गांव टीला निवासी चंद्रपाल सिंह की ईंट से कुचलकर हत्या कर दी गई थी। मंगलवार सुबह उसकी हत्या का पता चला तो हड़कंप मच गया। मृतक के पुत्र सचिन ने अपनी चाची सविता देवी पत्नी रामपाल और उसके प्रेमी गांव के ही मंजीत सिंह पुत्र करन सिंह पर हत्या का शक जाहिर किया गया था। उसकी तहरीर के आधार पर कुंडा पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया।
बुधवार को एसपी प्रमोद कुमार ने अपने कार्यालय में पत्रकार वार्ता कर इस हत्याकांड से पर्दा उठाया। उन्होंने बताया कि सविता का विवाह वर्ष 2009 में चंद्रपाल के सबसे छोटे भाई रामपाल के साथ हुआ था। शादी के बाद सविता के गांव के ही मंजीत सिंह से अवैध संबंध हो गए। सविता अवैध संबंधों में सबसे बड़ी रुकावट जेठ चंद्रपाल को मानती थी। पति रामपाल और सविता में अक्सर झगड़ा होता था। तीन साल पहले गांव वालों ने सविता और मंजीत को रात के समय घर में पकड़ा था और जमकर हंगामा हुआ था। लॉकडाउन में मिलना बंद हो जाने पर तीन दिन पहले दोनों भागकर मुरादाबाद चले गए थे।
मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर दोनों को रेलवे पुलिस ने संदिग्ध देखकर पूछताछ की। किसी तरह पुलिस को समझा कर दोनों वहां से निकले। खतरे को देखते हुए दोनों गांव वापस आ गए। इसी दौरान सविता ने मंजीत से कहा कि उसने प्रेम के चक्कर में अपना सब कुछ छोड़ दिया है। रोज पिटाई खाती है, गाली-गलौज सहती है, लेकिन मंजीत ने उसके लिए कुछ नहीं किया है। इस पर मंजीत ने पूछा कि उसे क्या करना है तो सविता ने उससे वादा ले लिया कि मंजीत घर के मुखिया चंद्रपाल सिंह की हत्या कर दे। चंद्रपाल सिंह उनके रास्ते की बाधा बन गया है।
मंजीत ने सविता से वादा किया कि वह चंद्रपाल सिंह को मार डालेगा। इसके बाद सोमवार रात मंजीत सिंह कत्यायनी पेपर मिल में हाजिरी लगाने के बाद टीला गांव पहुंचा और चंद्रपाल सिंह की ईंट से कुचलकर हत्या कर दी। इसके बाद दोबारा मिल में जाकर काम में जुट गया। ताकी वह दावा कर सके कि हत्या के दौरान वह मिल में था। कोर्ट के समक्ष पेश करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
शातिराना कत्ल व अवैध संबंध की प्राकास्ठा