आगामी चुनावों के मंथन में जुटी भाजपा, आप ने बजाई थाली, कांग्रेस ने दिया धरना, किसान सभा ने फूंकी कानून की प्रतियां
जैसे जैसे कुछ राज्यों में चुनाव निकट आ रहे हैं, वैसे वैसे लगता है राजनीतिक दलों को अब कोरोना का भय नहीं रहा है। भाजपा ने चुनाव के मद्देनजर राज्यों में बैठकों का दौर शुरू किया तो विपक्ष ने भी सरकारों पर हमले बोलने के अभियान को तेज कर दिया। दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनावों को लेकर मंथन के लिए राष्ट्रीय महासचिवों की बैठक बुलाई है। वहीं, उत्तराखंड में भी विपक्ष क्यों पीछे रहेगा। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सहित सीपीएम ने शनिवार को प्रदर्शन किया। अब कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के बीच चुनाव की तैयारी से आमजन को ये चिंता होना स्वाभाविक है कि क्या इस तरह के कोरोना को मात दी जा सकेगी। कारण ये है कि अब पार्टियों के कार्यकर्ता गांव गांव में जाकर वोट पकाने का काम करेंगे।
इन राज्यों में हैं चुनाव
अगले साल की शुरुआत में जिन राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं, उनमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब के अलावा गोवा और मणिपुर भी शामिल हैं। वर्ष 2022 के अंत में गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। इनमें पंजाब को छोड़कर सभी राज्यों में भाजपा सत्ता में है।
भाजपा में बैठकों का दौर जारी
आगामी चुनाव के मद्देनजर भाजपा में बैठकों का दौर जारी है। राष्ट्रीय नेता राज्यों के साथ आएदिन बैठकें करके उन्हें दिशा निर्देश दे रहे हैं। साथ ही लोगों के बीच जाने और पार्टी की नीति का प्रचार करने के लिए कह रहे हैं। ऐसे में उत्तराखंड में भी कोरोना की दूसरी लहर में ही युवा मोर्चा के साथ ही भाजपा नेताओं ने कई कार्यक्रम आयोजित किए।
आज फिर भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष अधिकारियों की शनिवार को बैठक हो रही है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर आयोजित बैठक में बीजेपी के सभी राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारियों ने शिरकत कर रहे हैं। बीएल संतोष, सीटी रवि, दुष्यंत गौतम, अरुण सिंह, डी पुरुदेश्वरी, दिलीप सैकिया बैठक के लिए पहुंचे हैं। कहा जा रहा है कि मीटिंग में राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा की जा रही है। साथ ही कोरोना से पैदा हुई स्थितियों पर भी चर्चा होगी। बैठक में कोरोना महामारी से पैदा हुई स्थितियां और पार्टी के द्वारा चलाए जा रहे ‘सेवा ही संगठन’ अभियान की समीक्षा की भी संभावना है। पार्टी महासचिवों की दो दिवसीय बैठक में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब सहित पांच राज्यों में 2022 की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा संभावित है।
बीजेपी कार्यालय के समक्ष तीन कृषि कानूनों की जलाई प्रतियां
देशव्यापी विरोध दिवस के अवसर पर आज देहरादून में सीपीएम से संबद्ध किसान सभा ने बीजेपी के देहरादून कार्यालय के समक्ष तीन किसान विरोधी कानूनों की प्रतियां जलाकर अपना जोरदार विरोध व्यक्त किया। इस मौके पर मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आज किसान सभा से जुड़े कार्यकर्ता सभा के प्रान्तीय कामरेड सुरेंद्र सिंह सजवाण के नेतृत्व में लैंसडाउन चौक पर इकट्ठा हु तथा बीजेपी कार्यालय के बाहर जोरदार नारेबाजी की। मांग की कि बीजेपी नेता अपनी सरकार पर किसान विरोधी कानून वापस लेने के लिये दबाब बनाएं। अन्यथा उनका भी अन्य प्रदेशों की तरह इस राज्य में भी जोरदार विरोध किया जायेगा।
देहरादून के डोईवाला में भी किसान कानूनों के विरोध में कार्यक्रम का आयोजन किया तथा तीन किसान कानूनों की प्रतियां जलायी गई। इस दौरान किसान सभा के प्रान्तीय कोषाध्यक्ष शिवप्रसाद देवली, जिलामहामन्त्री कमरूद्दीन, सीटू महामंत्री लेखराज, उपाध्यक्ष सुधा देवली, कोषाध्यक्ष माला गुरुंग, राजेन्द्र पुरोहित, अनन्त आकाश, रविन्द्र नौडियाल, अमर बहादुर शाही, यूएन बलूनी, अतुल नौडियाल दयाकृष्ण आदि शामिल थे।
रामनगर में किसानों ने विधायक कार्यालय के बाहर किया प्रदर्शन
कृषि कानूनों के विरोध में नैनीताल जिले के रामनगर में किसानों ने विधायक दिवान सिंह बिष्ट के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए कृषि कानून की प्रतियां फूंक डाली। पीरुमदारा क्षेत्र के दर्जनों किसानों ने विधायक के कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना कई किसान प्रदर्शन में ट्रेक्टर लेकर पहुचे थे। उन्होंने किसान विरोधी बिल की प्रति को आग लगाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रदर्शन के बाद पीरुमदारा में हुई एक नुक्कड़ जनसभा में किसान संघ अध्यक्ष दीवान कटारिया ने किसान की उपेक्षा को राष्ट्र की अंतरात्मा के साथ कुठाराघात बताया। प्रदर्शनकारियों में रमनदीप सिंह, कुलदीप पहलवान, ज्योति ग्रेवाल, ललित उपरेती ,मनीष कुमार ,बलदीप ताखर, बलजीत सिंह सोनू ,परमजीत सिंह पम्मा, ओंकार सिंह ,अमृत सिंह मौजूद रहे।
महानगर कांग्रेस ने दिया धरना
देहरादून में व्यापार मंडल ने लगातार बाजार बंदी के विरोध में धरना दिया। व्यापारियों का कहना था कि उनका व्यापार चौपट हो गया है। वहीं, सरकार कोई मदद नहीं कर रही है। इस दौरान महानगर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने धरने पर शिकरत की और समर्थन दिया। महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष लाल चंद शर्मा नें व्यापार मंडल की ओर से आयोजित धरने में कहा कि सरकार वैश्विक महामारी कोरोना के चलते पूरे देश में छोटे-छोटे उद्योग धन्धे, होटल व्यवसाय, पर्यटन व्यवसाय एवं अन्य प्रकार के निजी व्यवसाय पूरी तरह बंद हो गये हैं। व्यापारियों को काफी नुकसान झेलना पड़ा है। उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में बाजार ना खोलना व्यापारियों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के हित में नहीं है।
उन्होनें कोरोना काल में तमाम लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। इस बीच समाज में ऐसे तमाम छोटे व्यापारी हैं। जोकि काफी आर्थिक संकट में है। यह छोटे व्यापारी रोजाना सुबह से लेकर रात तक मेहनत करके परिवार के लिए और रोजी रोटी का इंतजाम करते थे। मौजूदा समय में के यह छोटे व्यापारी अपने परिवार के लिए रोजी-रोटी का इंतजाम नहीं कर पा रहे हैं।
पूर्व विधायक राजकुमार नें सरकार से मांग की है कि ऐसे छोटे व्यापारियों के लिए इस कोविड कर्फ्यू में उनको अपने काम करने के लिए छूट दी जाए। ताकि वह अपने परिवार का लालन पोषण ठीक से कर सके। पिछले एक साल में छोटे व्यापारी काफी तंगी से जूझ रहे हैं। यह लोग बड़ी मुश्किल से अपने परिवार का पालन पोषण कर पा रहे हैं। इसलिए सरकार को इस समय इन छोटे व्यापारियों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए उचित कदम उठाने होंगे। इस दौरान शकील, संजीव कुमार, अर्जुन सोनकर, शेखर कपूर, राम कपूर, नरेश कपूर, अजीत सिंह, प्रवीन अरोरा, प्रवीन बांगा, विकास नेगी, भूपेन्द्र वादवा, फैजल, कपिल नैथानी, कपिल, विनय कुकरेजा, योगेश भटनागर, गुप्ता, नवीन, शशि पंकज, हरविन्दर पाल, इकरार, भूरा, नौषाद आदी मौजूद थे।
आप कार्यकर्ताओं ने बीजेपी कार्यालय के समक्ष बजाई थाली
आज देहरादून में बीजेपी प्रदेश कार्यालय के बाहर आप कार्यकर्ताओं ने आप के वरिष्ट नेता रविंद्र जुगरान के नेतृत्व में कृषि बिलों के विरोध में सांकेतिक धरना देकर प्रदर्शन किया। आप कार्यकर्ता सुबह 11 बजे बीजेपी कार्यालय के बाहर पहुंच कर हाथों में थाली लिए और कृषि बिलों को लेकर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आप कार्यकर्ताओं ने थाली और ताली बजाकर बीजेपी जनप्रतिनिधियों को भी जगाने का काम किया। केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने बेरिकेड लगाकर रोका, जिसके बाद आप कार्यकर्ता वहीं सड़कों पर बैठ कर प्रदर्शन करते रहे। कार्यकर्ताओं ने केंद्र की ओर से किसानों पर थोपे काले कानून के बिलों की प्रतियां आप फाड़कर अपना विरोध जताया।
आप के वरिष्ट नेता रविंद्र जुगरान ने इस दौरान कहा कि केंद्र की मोदी सरकार पूरी तरह दमनकारी नीति पर आ गई है। केंद्र सरकार किसानों के भविष्य को चौपट करने के मकसद और उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के मकसद से इन तीनों बिलों को किसानों पर थोपने का प्रयास कर रही है। इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा भारत के किसान जो हमारे अन्नदाता हैं और पिछले 6 महीने से भी ज्यादा समय से सड़कों पर काले कानून का विरोध कर रहे। इसके बावजूद केंद्र की तानाशाह सरकार की कानों में जूं तक नहीं रेंग रही को बेहद शर्मनाक है।
इस प्रदर्शन में आप के प्रवक्ता नवीन पीरशाली, उमा सिसोदिया, रविंद्र आनंद, डिंपल सिंह, भरत सिंह, संजय भट्ट, सीमा कश्यप, विनोद कुमार, हिंमांशु पुंडीर, जितेंद्र पंत, पंकज अरोड़ा, श्रीचंद आर्य, सिखा गुप्ता, अशोक सेमवाल, सुनील घाघट, सुशील सैनी, अमित अग्रवाल, राहुल भट्ट, वीरेंद्र सिंह, धर्मेंद्र ठाकुर, राजेश शर्मा, प्रीति गुप्ता समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
Bhanu Bangwal
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।