पीएम मोदी पर हमलावर हुए राहुल गांधी, वैक्सीन को लेकर उठाए सवाल, बोले-कोरोना को नहीं समझ पाए मोदी
देश में कोरोना की दूसरी लहर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी हमलावर नजर आए। वर्चुअली प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद आपने सारे दरवाजों को खुला छोड़ दिया।
देश में कोरोना की दूसरी लहर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी हमलावर नजर आए। वर्चुअली प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद आपने सारे दरवाजों को खुला छोड़ दिया। इससे कोरोना का हमला और अधिक बढ़ा है। उन्होंने कहा कि कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए मास्क, लॉकडाउन जैसे उपाय सिर्फ अस्थायी रूप से हो सकते हैं, लेकिन ये स्थायी समाधान नहीं है। स्थायी समाधान एकमात्र ये ही है कि देश के हर नागरिक को वैक्सीन लगे।उन्होंने कहा कि जिस गति से वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है, यदि ये ही गति रही तो वर्ष 2024 तक भी सभी कोरोना के टीके लगाना संभव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पहली लहर में तो चलो कहा जा सकता था कि हमें ज्यादा जानकारी नहीं है। दूसरी लहर तक सभी को पता चल गया कि कोरोना रूप बदल रहा है। ये गरीबों पर हमला कर रहा है। ज्यादा लोग प्रभावित हो रहे हैं। मौत के आंकड़े सरकार छिपा रही है। केंद्र सरकार झूठ बोल रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना को जितना वक्त देंगे, वो उतना बढ़ता जाएगा।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना को लेकर केंद्र सरकार को फिर से आगाह किया। कहा कि सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोरोना समझ ही न आया है। राहुल ने कहा कि आजतक ये (पीएम मोदी) न समझ पाए हैं कि कोरोना सिर्फ एक बीमारी नहीं है, कोरोना एक बदलती हुई बीमारी है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि आप कोरोना को जितना समय देंगे, वह उतना खतरनाक होता जाएगा, मैंने प्रधानमंत्री से कहा था कि कोरोना को जगह मत दीजिए, दरवाजा बंद कीजिए। उन्होंने कहा कि कोरोना सबसे पहले जिनके पास भोजन नहीं है, उन पर आक्रमण करता है। दूसरी तरफ जिनको बीमारियां हैं उन पर आक्रमण करता है। यह आहिस्ते-आहिस्ते बदलता है।
कोरोना को रोकने का तरीका बताते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि इस महामारी को रोकने के तीन-चार तरीके हैं, उसमें से एक वैक्सीन स्थायी तरीका है। लॉकडाउन हथियार है, मगर इससे लोगों को तकलीफ होती है। लॉकडाउन-सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क अस्थायी तरीका है। अगर वैक्सीन जल्दी नहीं की तो वायरस आपकी पकड़ से भाग जाएगा।
उन्होंने कहा कि लीडरशिप का ये मतलब नहीं कि किसी पर कमी निकालो। अब लीडर बनने का वक्त आया है। जो आपकी मदद करने की कोशिश कर रहे हैं, जो आपको सच्चाई बता रहे हैं, उनकी बात सुनिए। उनकी बात समझिए। सूचना आपके पास नहीं है, सूचना को तलाशिए। ये मत सोचिए कि हमने हरा दिया और फिर से नहीं आएगा।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि अगर वायरस को हिंदुस्तान में रोकेंगे नहीं तो वह म्यूटेट करता जाएगा। वैक्सीन की रणनीति के बारे में मैंने प्रधानमंत्री को कई बार कहा कि अगर सही से नहीं हुआ तो एक या दो नहीं कई लहर आएगी। अभी स्थिति यह है कि देश के 3 फीसदी लोगों को वैक्सीन दी। यानी 97 फीसदी लोगों को कोरोना पकड़ सकता है।






राहुल गांधी जी ने सही कहा, मोदी नही समझ पाये कोरोना को, उसे समझ ही नहीं है, बस फेकने के अलावा कुछ नहीं आता