हरिद्वार कुंभ में कोरोना के हमले से डरा संत समाज, दो अखाड़ों ने की 17 अप्रैल को कुंभ मेला समापन की घोषणा, मंत्री बोले चलेगा मेला
एक संत की मौत के बाद दो अखाड़ों ने 17 अप्रैल को कुंभ मेला समापन की घोषणा की। हालांकि अभी 27 अप्रैल को कुंभ मेले का अंतिम शाही स्नान है। इन स्नानों में कुल 13 अखाड़े भूमिका निभाते हैं।
उत्तराखंड में जिस गति से कोरोना ने हमला किया, अब उससे संत समाज भी डरने लगा है। कोरोना ने कुंभ मेले में भी हमला कर दिया है। सरकार और सरकारी नुमाइंदे वाहवाही लूटने को कुंभ जारी रखने की बात कह रही है। वहीं, एक संत की मौत के बाद दो अखाड़ों ने 17 अप्रैल को कुंभ मेला समापन की घोषणा की। हालांकि अभी 27 अप्रैल को कुंभ मेले का अंतिम शाही स्नान है। इन स्नानों में कुल 13 अखाड़े भूमिका निभाते हैं। इनमें दो अखाड़ों ने अपनी राय दे दी है। उधर, कैबीनेट मंत्री बंशीधर भगत ने एक टीवी चैनल से की गई बातचीत में कहा कि कुंभ मेला पहले समाप्त नहीं किया जाएगा। हालांकि उनकी टीवी में जो बाइट नजर आ रही थी, उसमें भी उन्होंने मास्क नहीं लगाया हुआ था। अब इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो कोरोना के प्रति कितने संजीदा हैं। उन्होंने कहा कि अब बस एक ही शाही स्नान रह गया है। उसमें इतनी ज्यादा भीड़ नहीं होती। ऐसे में मेला चलते रहना चाहिए।
गौरतलब है कि हाल ही में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि कोरोना संक्रमित हुए थे। उनसे मिलने सपा नेता अखिलेश यादव भी अस्पताल में गए और वह भी संक्रमित हो गए। उधर, मंगलौर विधायक काजी निजामुद्दीन में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर इसकी जानकारी दी। अभी तक 51 संत भी संक्रमित हो चुके हैं।
इस बीच कुंभ मेला बैरागी कैंप में आए निर्वाणी अनी अखाड़े के संत श्री महंत कपिल देव की देहरादून के निजी अस्पताल में मौत हो गई। वह कोरोना संक्रमित थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। बैरागी कैंप में इस वक्त 10,000 से ज्यादा बैरागी संत महात्मा मौजूद। जो कि देश के विभिन्न राज्यों से आए हैं।
अब कोरोना संक्रमण के चलते एक महामंडलेश्वर की मौत और कई अन्य संतों के संक्रमित होने से संत समाज भी सहमा हुआ है। इस बीच, श्रीपंचायती अखाड़ा निरंजनी और आनंद अखाड़े ने वीरवार को पहल करते हुए अपने अखाड़े के संतों के लिए कुंभ मेला समाप्त करने की घोषणा कर दी। इधर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कोविड की रोकथाम के मसले पर शुक्रवार को उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। इसमें कुंभ मेले को लेकर भी बड़ा फैसला किया जा सकता है। रात्रि कर्फ्यू की अवधि बढ़ाने, कार्यालयों में उपस्थिति कम करने और बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगाने का भी फैसला किया जा सकता है।
मेले में नहीं हो रहा है नियमों का अनुपालन
हरिद्वार में इनदिनों कुंभ मेला चल रहा है, जिसमें शाही व पर्व स्नान के दिन लाखों की संख्या में साधु संत और आम श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। हालांकि, मेले में आने वालों के लिए 72 घंटे के अंतराल की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लाने की अनिवार्यता की गई थी, इसका पूरी तरह पालन नहीं किया जा रहा है। श्रद्धालुओं की भीड़ के आगे तंत्र कोविड जांच और अन्य गाइडलाइन के पालन की औपचारिकता ही पूरी कर रहा है। इसी का नतीजा यह रहा कि पखवाड़ेभर में हरिद्वार कोरोना का हाटस्पॉट बन गया।
संत देने लगे हैं सैंपल
वीरवार को जूना अखाड़े के 200 और संतों के सैंपल लिए गए। शाही स्नान के पहले तक कोरोना जांच से इन्कार करने वाले संत अब सैंपल देने के राजी हो गए हैं। श्रीपंचायती अखाड़ा निरंजनी ने स्पष्ट किया कि इस समय हरिद्वार की स्थिति अच्छी नहीं है। कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, इसलिए वह 17 अप्रैल को मेले का समापन कर देंगे। अखाड़े के श्रीमहंत रविंद्र पुरी के अनुसार छावनी में प्रवास कर रहे संत अखाड़ों में वापस चले जाएंगे। 27 अप्रैल तक जितने संत महात्मा अखाड़े में रहेंगे, वह प्रतीकात्मक रूप में शाही स्नान करेंगे। आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी ने भी अपने अखाड़े के कुंभ की समाप्ति की घोषणा कर दी है।
उत्तराखंड ने में टूटा एक दिन के संक्रमितों का रिकॉर्ड
उत्तराखंड में कोरोना ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। पिछले 24 घंटे के भीतर रिकॉर्ड 2220 नए कोरोना संक्रमित मिले। ये अब तक का एक दिन में सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले 19 सितंबर को सर्वाधिक मामले सामने आए थे। तब एक दिन में 2078 मामलों का रिकार्ड दर्ज है। वहीं, मौत का आंकड़ा भी 1802 हो गया है। गुरुवार 15 अप्रैल की शाम स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक 397 लोग कोरोना से स्वस्थ हुए और नौ लोगों की मौत हुई। 12484 लोग वर्तमान में कोरोना से संक्रमित हैं।
उत्तराखंड में अब कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 116244 हो गई है। वहीं, 99777 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। गुरुवार को सर्वाधिक मामले देहरादून में 914, हरिद्वार 613, नैनीताल में 156, उधमसिंह नगर में 131 और पौड़ी में 105 संक्रमित मिले। टिहरी जिले में 79 और अल्मोड़ा जिले में 55 संक्रमित मिले।
67 स्थानों पर लॉकडाउन, पूरे उत्तराखंड में नाइट कर्फ्यू
उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच अब 67 स्थानों पर कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। यहां लॉकडाउन की स्थिति है। लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। परिवार के एक सदस्य को ही आवश्यक वस्तु के क्रय के लिए मोबाइल वेन तक जाने की अनुमति है। देहरादून नगर निगम, कैंट क्षेत्र और क्लेमंटाउन क्षेत्र में रात साढ़े दस बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू भी है। उत्तराखंड के देहरादून में 33, हरिद्वार में छह, नैनीताल में 27, पौड़ी में एक कंटेनमेंट जोन है। वहीं, गुरुवार को 557 केंद्र में 34552 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए। वहीं, अब पूरे उत्तराखंड में रात साढ़े दस बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
मेला रद्द करना ठीक रहेगा