सीएम तीरथ ने कार्यालय में सर झुका कुर्सी को किया प्रणाम, बोले-जीरो टॉलरेंस ऑन करप्शन एंड क्राइम प्राथमिकता

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भागीरथीपुरम स्थित अपने आवास पर बच्चों के साथ प्रकृति का आभार प्रकट करने वाला पर्व फूलदेई मनाया। उन्होंने कहा कि यह पर्व प्रकृति के सरंक्षण एवं हमारी संस्कृति का द्योतक है। प्रकृति के इस लोकपर्व एवं प्राचीन संस्कृति को संजोऐ रखने के लिए सबको प्रयास करने होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बसंत ऋतु का यह पर्व सभी प्रदेशवासियों के जीवन में सुख-समृद्धि एवं खुशहाली लाये।

मुख्यमंत्री तीरथ ने कहा कि प्रकृति से जुड़ा फूलदेई का पर्व हमें पर्यावरण संरक्षण एवं प्रकृति के प्रति अपने कर्तव्यों की भी याद दिलाता है। चैत्र माह के प्रारम्भ होने पर उत्तराखंड में यह पर्व बच्चों द्वारा हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। बसंत के आगमन का द्योतक यह पर्व हमारी प्राचीन लोक संस्कृति एवं परंपराओं से जुड़ा है। मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर आए बच्चों को उपहार भेंट किये।

इसके बाद सीएम सचिवालय स्थित अपने कार्यालय पहुंचे। सीएम बनने के बाद तीरथ पहली बार इस कार्यालय में गए। यहां उन्होंने विधिपूर्वक पूजा-पाठ किया। यहां हवन किया गया। उन्होंने सीएम की कुर्सी और मेज को सिर झुका कर प्रणाम किया।

जीरो टॉलरेंस ऑन करप्शन एंड क्राइम सरकार की प्राथमिकता: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि जीरो टोलरेंस ऑन करप्शन एंड क्राइम सरकार की प्राथमिकता है। अधिकारियों का जनप्रतिनिधियों के साथ लगातार संवाद रहना चाहिए। जनता से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। जिनसे लोगों को सीधा लाभ मिले।
मुख्यमंत्री ने बहुद्देशीय शिविरों का आयोजन करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इनका प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए ताकि लोगों को वास्तव में लाभ मिले और उनकी समस्याएं दूर हों। जनता की सरकार जनता के द्वार की परिकल्पना साकार होनी चाहिये। मुख्यमंत्री, सचिवालय में वीडियो कांफ्रेंसिग द्वारा जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्य सचिव ओमप्रकाश, सचिव श्री अमित नेगी, श्री शैलेश बगोली तथा दोनों मंडलायुक्त, जिलों में मुख्य विकास अधिकारी, एसएसपी भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी गर्मियों के सीजन को देखते हुए यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि लोगों को पेयजल की दिक्कत न हो। जरूरी होने पर वैकल्पिक व्यवस्थाएं भी कर ली जाएं। सङकों की गुणवत्ता सुनिश्चित हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा हमारे लिए टाप प्रायोरिटी पर है। यह सुनिश्चित किया जाए कि अगले 6 माह में सभी स्कूलों में पेयजल, शौचालय, फर्नीचर, बिजली आदि सभी सुविधाएं हों। इसके लिए बजट की कोई कमी नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ई-गवर्नेस का प्रभावी क्रियान्वयन हो। लोगों को वास्तव मे इसका लाभ मिले। छोटी-छोटी सेवाओं के लिए जनता परेशान न हो। जिलों में महत्वपूर्ण घटनाएं होने पर सरकार और शासन को जरूर अवगत कराएं। आने वाले समय में वनाग्नि को रोकने का कुशल प्रबंधन हो। इसके लिए अभी से तैयारी कर ली जाए। फोरेस्ट क्लीयरेंस के मामलों की लगातार मानिटरिंग की जाए। आगामी चार धाम यात्रा और पर्यटन के सीज़न को देखते हुए पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित कर लिया जाएं। पार्किग की व्यवस्था के लिए प्लान कर लिया जाए।

मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से मनरेगा और स्वरोजगार योजनाओं की प्रगति की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कोविड काल में लाकडाऊन के समय कोविड-19 के दिशा-निर्देश के उल्लंघन पर लोगों पर हुए मुकदमों को वापस लेने की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए। मुख्यमंत्री ने चमोली जिलाधिकारी से तपोवन आपदा से प्रभावित गांवों में पुनः कनेक्टीवीटी सुचारू करने के बारे में जानकारी ली। स्वरोजगार योजनाओं के लिये बैंकों से समन्वय हो।

शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने रविवार सांय को न्यू कैंट रोड चीडबाग में स्थित शौर्य स्थल पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर पूर्व सांसद श्री तरूण विजय भी उपस्थित थे।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से मिले सीएम
रविवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कनखल हरिद्वार के हरिहर आश्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला एवं जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज से शिष्टाचार भेंट की।





