गोडसे को पूजने वाले लोगों से गांधी के सम्मान की उम्मीद बेईमानी: डॉ जसविंदर सिंह गोगी
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर आज उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में महानगर कांग्रेस कमेटी ने राजपुर रोड स्थित गांधी पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना दिया। ये धरना कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष डॉ जसविंदर सिंह गोगी के नेतृत्व में दिया गया। इस मौके पर मनरेगा का नाम बदलने के खिलाफ शांतिपूर्ण जोरदार प्रदर्शन भी किया गया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि आम जनमानस के मन में भी भाजपा के इस निर्णय से रोष है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डॉ जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि आज देश में द्वेष की राजनीति चल रही है। बदले की राजनीति चल रही है। इतिहास को बदलने की राजनीति चल रही है। कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार में मनरेगा कानून आया था। यूपीए सरकार ने 2005 में ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून को लागू किया था। 2009 में इसके नाम में महात्मा गांधी जोड़ा गया। यह दुनिया की सबसे बड़ी ग्रामीण रोजगार योजना है, जो ग्रामीणों की गरीबी कम करने, स्थानीय इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने और महिलाओं को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण रही है। उन्होंने कहा कि गोडसे को पूजने वाले लोगों से गांधी के सम्मान की उम्मीद करना बेईमानी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस की प्रदेश महासचिव गोदावरी थापली ने कहा पिछले 20 सालों से मनरेगा ग्रामीण रोजगार की रीढ़ रही है। इसके जरिये साल में 100 दिन रोजगार देने की गारंटी थी। इस योजना से गाँव में ही लोगों को काम मिल रहा था। अब मोदी सरकार मनरेगा का नाम ही नहीं बदलने जा रही है, बल्कि कई अन्य बदलाव भी किए हैं। एससी, एसटी, ओबीसी और महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के प्रावधान को भी खत्म करने का कार्य भाजपा कर रही है। उन्होंने कहा कि जब तक ये बिल वापस नहीं लिया जाएगा विरोध जारी रहेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदर्शन में मुख्य रूप से प्रदेश उपाध्यक्ष पूरन सिंह रावत, उपेंद्र थापली, प्रदेश महासचिव मनीष नागपाल, सुनीता प्रकाश, पार्षद दुष्यंत वोहरा, वीरेंद्र बिष्ट, अर्जुन पासी, पुनीत चौधरी, मुनिक अहमद भूरा, प्रवक्ता डॉ प्रतिमा सिंह, नीनू सहगल, एससी विभाग अध्यक्ष मदन लाल, पूनम कंडारी, मोहन काला, सुनीता प्रकाश, सुलेमान अली, सावित्री थापा, मंजू , करण घाघट, सूरज क्षेत्री, प्रवीण कश्यप, सुनील जैसवाल, शिवांश जायसवाल, जमाल, ललित बद्री, वीरेंद्र पंवार, सुलेमान, सावित्री थापा, सुनील थपलियाल, अमनदीप आदि शामिल रहे।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।



