रिलायंस फाउंडेशन को इंडिया स्पोर्ट्स अवॉर्ड, नीता अंबानी बोलीं- दुनिया का मल्टी स्पोर्टिंग पावरहाउस बनेगा भारत
एफआईसीसीआई (FICCI) के 15वें ग्लोबल स्पोर्ट्स समिट TURF 2025 और इंडिया स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स 2025 में रिलायंस फाउंडेशन को खेल क्षेत्र में उसके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। नीता एम. अंबानी के नेतृत्व में रिलायंस फाउंडेशन ने जमीनी स्तर से लेकर हाई परफॉर्मेंस तक खेलों को सशक्त बनाने के लगातार प्रयास किए हैं। स्पोर्ट्स क्षेत्र में नीता अंबानी की लीडरशिप की वजह से उन्हें देश के उभरते हुए ‘स्पोर्ट्स लीडर ऑफ इंडिया’ के रूप में भी देखा जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रिलायंस फाउंडेशन को ‘बेस्ट कॉर्पोरेट प्रमोटिंग स्पोर्ट्स – हाई परफॉर्मेंस’ का अवॉर्ड देते हुए FICCI ने कहा कि यह अवॉर्ड फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता एम. अंबानी को उनकी दूर की सोच और लीडरशिप के लिए दिया जा रहा है। इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी की पहली भारतीय महिला मेंबर बनने वाली नीता अंबानी ने दुनिया भर में ओलंपिक मूवमेंट को मजबूत करने और भारत की स्पोर्ट्स की उम्मीदों को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। उनकी लीडरशिप में, रिलायंस फाउंडेशन ने जमीनी स्तर के प्रोग्राम से लेकर एलीट एथलीट डेवलपमेंट तक कई बदलाव लाने वाले प्रोग्राम शुरू किए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नीता अंबानी ने यह अवॉर्ड रिलायंस फाउंडेशन परिवार और देश के युवा खिलाड़ियों को समर्पित किया। सम्मान स्वीकार करते हुए उन्होंने ने कहा कि आने वाला दशक भारतीय खेलों का स्वर्णिम दशक होगा। भारत को एक वैश्विक मल्टी-स्पोर्टिंग पावरहाउस बनाने का समय आ गया है। यह 1.4 अरब भारतीयों का साझा सपना है कि भारत, 2036 ओलंपिक गेम्स की मेजबानी करे, और रिलायंस फाउंडेशन इस सपने को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नीता अंबानी ने बताया कि रिलायंस फाउंडेशन की स्पोर्ट्स पहलों ने अब तक देशभर में 2 करोड़ 30 लाख से ज्यादा युवाओं के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। चाहे स्कूली स्तर हो, जमीनी स्तर हो या हाई-परफॉर्मेंस ट्रेनिंग सेंटर हर जगह युवाओं को खेलों से जोड़ा गया है। जब हमारा युवा जीतता है तो देश का सिर गर्व से ऊंचा हो जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
महिलाओं की खेलों में लगातार कामयाबी पर नीता अंबानी ने कहा कि “खेलों में जीवन बदलने, समाज को जोड़ने और राष्ट्र को ऊर्जा देने की अनोखी शक्ति होती है। भारत की खेल भावना गांवों के मैदानों से लेकर वैश्विक मंचों तक जाग उठी है। हमारी बेटियों लगातार तिरंगे को गौरवान्वित कर रही हैं। जब हमारी लड़कियां खेलती हैं, तब हर लड़की, हर महिला जीतती है। समिट के मौके पर नीति-निर्माताओं, उद्योग जगत के नेताओं, एथलीटों और स्पोर्ट्स इनोवेटर्स ने एक साथ मिलकर भारत के खेल भविष्य पर विचार किया।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




