एस्मा का भय दिखा कर उपनल कर्मचारियों को डराना बंद करे सरकारः सूर्यकांत धस्माना
उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि एस्मा का भय दिखा कर उपनल कर्मचारियों को डराना सरकार को बंद करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के हर उत्पीड़न के खिलाफ कर्मचारियों के साथ है। सूर्यकांत धस्माना देहरादून के परेड मैदान पर धरना दे रहे उपनल कर्मियों के बीच पहुंचे और वहां उन्होंने उक्त बात कही। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतलब है कि उत्तराखंड में विभिन्न विभागों में कर्मचारी विभिन्न मुद्दों को लेकर आंदोलन की राह में हैं। उपनल के माध्यम से सरकारी विभागों में कार्यरत कर्मचारी नियमितीकरण व समान वेतन सहित कई मांगों को लेकर कई दिनों से हड़ताल पर हैं। ये कर्मचारी देहरादून के परेड मैदान पर धरने में डटे हुए हैं। ऐसे में अब राज्य सरकार ने विभागों में हड़तालों पर रोक के आदेश जारी कर दिए हैं। इसी के साथ ही उत्तराखंड में एस्मा एक्ट लागू कर दिया गया है। साथ ही उपनल में नो वर्क-नो पे लागू कर दिया है। इस आदेश से कर्मचारियों में आक्रोश है। राज्य में यह प्रतिबंध आवश्यक वस्तु अनुरक्षण अधिनियम 1966 के तहत लगाया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि सरकार को आंदोलनरत धरने व अनशन में बैठे उपनल कर्मचारियों से बातचीत कर उच्च न्यायालय व सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने अगर राज्य में उपनल कर्मचारियों सहित किसी भी आंदोलनरत कर्मचारी के खिलाफ एस्मा का प्रयोग किया तो कांग्रेस पार्टी पूरी ताकत से विरोध करेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि उपनल कर्मचारियों की न्याय संगत मांग पर राज्य की सरकार को अनेक बार उत्तराखंड हाई कोर्ट दिशा निर्देश दे चुका है। वर्ष 2018 में उच्च न्यायालय नैनीताल ने स्पष्ट रूप से समान कार्य के लिए समान वेतन देने व चरणबद्ध तरीके से कर्मचारियों के समायोजन आदेश दिया था। राज्य सरकार उसके खिलाफ उच्चतम न्यायालय एसएलपी में गई, जो वर्ष 2024 अक्टूबर को खारिज हो गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि उसके खिलाफ भी सरकार फिर पुनर्विचार याचिका में उच्चतम न्यायालय गई, जो फिर खारिज हुई। साथ ही निर्देश दिए कि राज्य सरकार उच्च न्यायालय नैनीताल के 2018 वाले आदेशों का पालन करे। उसके बावजूद सरकार जिद पर अड़ी है। इस कारण आज प्रदेश भर के उपनल कर्मचारियों को आंदोलन करना पड़ रहा है। इससे राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा बुरी तरह से प्रभावित हैं। इसके लिए राज्य की भाजपा सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस नेता धस्माना ने कहा कि अब सरकार उत्पीड़नात्मक कार्रवाई पर उतर आई है। हड़ताली कर्मचारियों पर एस्मा के अंतर्गत कार्रवाई की धमकी दे रही है। यही नहीं, राजधानी देहरादून के वकील भी पिछले दस दिनों से अपने चैंबरों की मांग को लेकर कम धाम छोड़ कर सड़कों पर बैठे हैं। सरकार कोई सुध नहीं ले रही। राज्य की जनता, कर्मचारी, वकील सभी वर्ग सड़कों पर हैं, किन्तु वोट चोरी पर भरोसा करने वाली भाजपा के मुंह से आंदोलनरत किसी भी कर्मचारी संगठन के समर्थन में दो शब्द नहीं फूट रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूर्यकांत धस्माना ने धामी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी किसी भी हालत में कर्मचारियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करेगी। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस श्रम प्रकोष्ठ अध्यक्ष दिनेश कौशल, पूर्व पार्षद व जिला महामंत्री ललित भद्री, आनंद सिंह पुंडीर आदि उपस्थित रहे।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




