इस देश में टूरिस्ट को मिलती हैं किराए पर खूबसूरत पत्नियां, यदि दिल मिल जाए तो कर लो शादी
किसी देश में घूमने फिरने जा रहे तो और वहां पत्नी भी मिल जाए तो इसे क्या कहोगे। फिल्मों में किराए की पत्नी या फिर किराए का पति आपने देखे होंगे। वहीं, ऐसा देश भी है, जहां किराए में पत्नियां मिल जाती हैं। ऐसी पत्नी के साथ यदि दिल मिल जाए तो शादी का भी मौका है। बस पहले किराए की पत्नी आपकी जेब के अनुसार तय रेट में मिल जाए। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा कौन से देश है जो लोगों को ये सुविधा दे रहा है। हम इसकी जानकारी इस खबर में दे रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
किताब से छिड़ी रेंटर वाइफ की चर्चा
एशिया के दक्षिण पूर्व का द्वीप देश थाईलैंड (Thailand ) दुनिया का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। इस देश की खूबसूरती भी अलग है। दुनिया भर के पर्यटक इस देश की तरफ आकर्षित होते रहे हैं। इस देश के खूबसूरत समुद्र तटों को देखने पर्यटकों की भीड़ जुटी रहती है। ऐसे में इस देश में आय का प्रमुख जरिया पर्यटन है। वहीं, इस देश की चर्चा दूसरे कारणों से भी होती है। एक किताब के सामने आने के बाद थाईलैंड में रेंटल वाइफ (Rental Wives) के चलन को लेकर बहस छिड़ गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
किताब में किया गया ये खुलासा
लावर्ट ए इमैनुएल की किताब ‘थाई टैबू- द राइज ऑफ वाइफ रेंटल इन मॉडर्न सोसाइटी’ में इसकी पूरी कहानी बताई गई है। इस किताब में बताया गया है कि थाईलैंड में पत्नी को किराये पर रखने की विवादास्पद प्रथा कैसे तेजी से अब बढ़ रही है और यह आय का एक प्रमुख स्रोत बनती जा रही है। यह वहां की महिलाओं के लिए जीविका साधन बन गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पटाया से शुरू हुआ ये चलन
इस अजीब चलन के रूट्स थाईलैंड के पटाया की परंपराओं में है। यहां लोग किराए पर बीवी ले सकते हैं। इसे वाइफ ऑन हायर और ब्लैक पर्ल (black pearl) भी कहा जाता है। यह एक तरह का अस्थाई विवाह होता है, जिसमें किसी युवती को पैसे देकर कुछ समय के लिए पत्नी बनाया जा सकता है। तय समय तक वह युवती वाइफ के सारे फर्ज अदा करती है। हालांकि, यह प्रथा अब पूरे देश में एक व्यवसाय का रूप लेती जा रही है। इस देश में दूर दराज और ग्रामीण इलाकों की लड़कियां पैसों के लिए पर्यटकों की रेंटल वाइफ बनती हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तेजी से बढ़ रहा रेंटल वाइफ का बिजनेस
थाईलैंड में रेंटल वाइफ की विवादास्पद प्रथा है। गरीब पृष्ठभूमि की महिलाएं पैसा कमाने के लिए विदेशी पर्यटकों की पत्नी बनकर रहना शुरू कर देती हैं। यह व्यवस्था कोई औपचारिक विवाह नहीं है। एक अस्थाई अनुबंध होता है और कुछ दिनों से लेकर कई महीनों तक के लिए किया जाता है। महिलाएं पैसा कमाने और परिवार का भरण-पोषण करने के लिए इस तरह के काम करती हैं। ये महिलाएं मुख्य रूप से बार या नाइट क्लब में काम करती हैं और बेहतर ग्राहक मिलने पर रेंटल वाइफ बन जाती हैं। किराए की रकम महिला की उम्र, सुंदरता और शिक्षा और समय के अनुसार तय होती है। रकम 1600 डॉलर से 116000 डॉलर तक हो सकती है। इस प्रथा को लेकर थाईलैंड में कोई कानून नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जापान और कोरिया में पहले से है ऐसी परंपरा
इस तरह की सेवा जापान और कोरिया में थाईलैंड से पहले से है। अब थाईलैंड में भी इस तरह का बिजनेस बढ़ने के पीछे शहरीकरण और बिजी लाइफ को माना जा रहा है। लोगों का अकेलापन बढ़ रहा है। ऐसे में लोग स्थाई रिश्ते की जगह अस्थाई रिश्ता बनाना पसंद करने लगे हैं। थाईलैंड में रिश्तों, स्वतंत्रता को लेकर लचीले दृष्टिकोण के कारण भी यह प्रथा है। थाईलैंड की सरकार का भी मानना है कि रेंटल वाइफ की प्रथा देश में मौजूद है और पर्यटकों के कारण यह व्यवसाय का रूप ले चुकी है। सरकार का मानना है कि इस प्रथा को नियंत्रित करने के लिए कानून बनाए जाने की जरूरत है। ताकि इसमें काम करने वाली महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा हो सके।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




