कर्मियों की सर्विस बुक डाटा को अपडेट करने के मुख्य सचिव ने दिए निर्देश, समय से एसीआर पूर्ण करने के शासनादेश

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तराखंड की कर्मचारियों की सर्विस बुक अपडेट रखने और समय से एसीआर पूर्ण करने की मांग को मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने गंभीरता से लिया है। इस संबंध में शासनादेश भी जारी कर दिए गए हैं। परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अरुण पांडे और प्रदेश महामंत्री शक्ति प्रसाद भट्ट ने मुख्य सचिव का आभार प्रकट करते हुए आशा की कि कार्मिकों की अन्य मांगों पर भी शीघ्रता से सकारात्मक निर्णय किए जाएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अरुण पांडे ने बताया गया कि परिषद की ओर से काफी समय से मुख्य सचिव के समक्ष वार्ता एवं पत्रों के माध्यम से विभिन्न विभागों में कर्मचारियों से संबंधित विभिन्न प्रकरणों में विभागों की ओर से शिथिलता बरतने की शिकायत की गई। साथ ही मांग की जा रही थी कि इसकी समीक्षा की जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि इसी क्रम में मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की ओर से प्रमुख सचिव एवं सचिवों के साथ बैठक कर निर्देश दिए गए कि विभागों में यूकेपीएफएमएस के माध्यम से सभी कर्मियों की सर्विस बुक डाटा को अपडेट किया जाए। सर्विस बुक डाटा का डिजिटाइजेशन शीघ्र किया जाए। साथ ही भविष्य निधि खाते का लेखा जोखा भी अपडेट कर आनलाइन किया जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसके अतिरिक्त मुख्य सचिव ने शासनादेश जारी कर समस्त सम्बंधित विभागों की ओर से समय से एसीआर ना होने से कर्मचारियों की सेवा संबंधी प्रकरण बाधित होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने निर्धारित समय सारणी के अनुसार अनिवार्यतः चरित्र पंजिका पूर्ण कर निस्तारित करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सीएस ने कार्मिकों की वार्षिक गोपनीय प्रविष्टियों के निस्तारण के लिए कहा कि सभी विभागों के अध्यक्ष अपने अधीनस्थ कार्यालय में लंबित ऑनलाइन एसीआर प्रकरणों की समीक्षा करेंगे। साथ ही प्रत्येक माह के अंत में अनुपालन आख्या कार्मिक एवं सतर्कता विभाग उत्तराखंड शासन को उपलब्ध कराएंगे। ताकि शासन स्तर पर उसकी समीक्षा की जा सके।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

Bhanu Bangwal
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।