अब देहरादून में बढ़ने लगेगी सर्दी, जानिए उत्तराखंड में सात दिन के मौसम का पूर्वानुमान, मौसम पर टोपोग्राफी का असर
उत्तराखंड में गिने चुने कुछ पर्वतीय जिलों में कहीं कहीं कभी कभार कहीं कहीं बहुत हल्की से हल्की बारिश तो हो रही है, लेकिन अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क चल रहा है। पूरा अक्टूबर माह मैदानी इलाकों में सूखा निकल गया। नवंबर माह में भी कहीं बारिश की एक बूंद नहीं टपकी। हालांकि, कई बार आसमान में बादल छा रहे हैं और ऐसा लग रहा है कि बारिश होगी। पर्वतीय जिलों में तो सर्दी है, लेकिन मैदानी जिलों में फिलहाल ऐसा नहीं लग रहा है कि सर्दी का मौसम आ गया। राजधानी देहरादून में दिन गर्म हैं और सुबह, शाम व रात सर्द है। ऐसे में खांसी, जुकाम और बुखार की शिकायत भी आम हो गई है। अब अनुमान है कि अब देहरादून में सर्दी बढ़ने लगेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड में मौसम का पूर्वानुमान
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, आज शनिवार नौ नवंबर को पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले में कहीं कहीं बहुत हल्की से हल्की बारिश की संभावना है। अन्य जिले शुष्क रहेंगे। 10 नवंबर से लेकर 15 नवंबर तक राज्यभर के जिलों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। यानि कि इन दिनों बारिश की संभावना नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून में सर्दी
देहरादून में अब सर्दी धीरे धीरे बढ़ रही है। हालांकि, दिन में यदि धूप है तो गर्मी परेशान कर रही है। वैसे सुबह, शाम और रात को मौसम ऐसा है कि देहरादून में अधिकांश लोग पंखे बंद कर रहे हैं। कभी कभी दिन में पंखों का इस्तेमाल तब हो रहा है, जब कोई कुछ देर धूप में जाकर घर लौटता है, या फिर कुछ ऐसा शारीरिक श्रम करता है, जिससे ऊर्जा का ह्रास होता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून की टोपोग्राफी का भी तापमान पर असर
देहरादून की टोपोग्राफी यानि की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि ये एक कटौरी की तरह है। इसमें बीच का हिस्सा गहराई पर है। ऐसे में गहराई वाले हिस्सा कुछ गर्म है और ऊंचाई वाला हिस्सा ठंडा है। ऐसे में देहरादून शहर की बात करें तो कई इलाके ऐसे हैं, जहां दिन में भी लोगों ने पंखा चलाना छोड़ दिया है। ऐसी स्थिति राजपुर रोड में सर्वे आफ इंडिया के गेट से आगे मसूरी की तरफ, सहस्त्रधारा रोड पर भी मयूर विहार से आगे सहस्त्रधारा की तरफ है। अन्य स्थानों पर भी शहर के बाहरी इलाकों में इसी तरह की स्थिति है। वैज्ञानिक तो ये भी बताते हैं कि जैसा जमीन के ऊपर है, वैसा ही जमीन के भीतर है। यानि शहर के बीच वाले हिस्से में गहराई के चलते भूजल भी कम गहराई में है। बाहर से ऊंचाई वाले इलाकों में भूजल ज्यादा गहराई में है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ऊंचाई वाले इलाकों में गिरता है तापमान
सामान्य परिस्थितियों में क्षोभमण्डल में प्रत्येक 165 मीटर की ऊंचाई पर 1 डिग्री सेल्यियस तापमान गिरता है। इसे सामान्य ह्रास दर कहा जाता है। जैसे-जैसे हम ऊंचाई पर जाते हैं, वैसे-वैसे हमारे ऊपर हवा का घनत्व कम होता जाता है, जिससे वायुदाब कम हो जाता है। ऐसे में देहरादून में भी ऊंचाई वाले इलाके ज्यादा सर्द हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून का तापमान
शनिवार नौ नवंबर की सुबह पौने 11 बजे तक देहरादून का तापमान 23 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया था। इसके अधिकतम 26 डिग्री और न्यूनतम 17 डिग्री रहने की संभावना है। 10 नवंबर को अधिकतम तापमान एक डिग्री गिरकर 25 डिग्री हो सकता है। इसके बाद 11 से 15 नवंबर तक अधिकतम तापमान 26 डिग्री रह सकता है। इस दौरान न्यूनतम तापमान क्रमशः 16, 16, 15, 16, 15 डिग्री रह सकता है। 16 नवंबर को तापमान और गिरने की संभावना है। इस दिन अधिकतम तापमान 25 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री रह सकता है। इस दौरान नौ से 11 नवंबर तक, 14 से 16 नवंबर तक देहरादून में कहीं कहीं बादल भी रहेंगे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।




