अल्मोड़ा में रेस्क्यू में देरी पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष माहरा ने सरकार पर जताई नाराजगी, उपाध्यक्ष धस्माना बोले- सरकार जिम्मेदार
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में सल्ट तहसील में हुई हृदय विदारक सड़क दुर्घटना को लेकर उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने रेस्क्यू के मामले में स्थानीय प्रशासन एवं सरकार की ओर से बरती गई लापरवाही पर नाराजगी जाहिर की। वहीं, कांग्रेस के प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष धस्माना ने अल्मोड़ा बस दुर्घटना के लिए सड़कों की दुर्दशा व सार्वजनिक परिवहन की बदहाली के साथ ही सरकार को जिम्मेदार बताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि आज सुबह एक दुखद घटना इस प्रदेश में हुई है। अल्मोड़ा जिले के मरचुला के पास एक सड़क हादसे में 36 लोगों की जान चली गई। हादसे में 26 लोग घायल हो गए। दुर्घटना के बाद रेस्क्यू को लेकर सरकार की देरी से कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। सुबह सात बजे हुए हादसे की घटना के बाद वहां के जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई। इसके लिए जिला अधिकारी अल्मोड़ा को फोन किया, परंतु जिलाधिकारी ने डेढ़ घंटे तक किसी का फोन नहीं उठाया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर जहां एंबुलेंस को सुबह साढ़े सात बजे के आसपास पहुंच जाना चाहिए था, वहीं सरकारी लापरवाही के चलते एम्बुलेंस सुबह नौ बजे पहुंची। इसके बाद घायलों को रामनगर पहुंचाया गया, परंतु वहां पर भी वह व्यवस्था नहीं थी, जो होनी चाहिए थी। करन माहरा ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि हमने एयरलिफ्ट करने के लिए चापर भेजे, परंतु चापर रामनगर भेजे गए। यदि चापर को घटनास्थल मरचुला भेजा जाता, तो कई लोगों की जान बच सकती थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि सुस्त प्रशासन और सुस्त सरकार के जो हालत इस प्रदेश के हैं, वह देखने वाली बात है। पहाड़ में सड़कों की स्थिति इतनी खराब है कि इसी रोड में पिछले दो-तीन सालों में कई बड़े हादसे से हो गए हैं। तब भी सरकार ध्यान नहीं दे रही है। करन माहरा ने कहा कि सरकार से अनुरोध किया कि मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए तथा घायलों को एवं पांच लाख की सहायता तुरंत उपलब्ध कराई जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
साथ ही उन्होंने कहा कि एंबुलेंस के देर से पहुंचने का कारण और डीएम के फोन ना उठाने के प्रकरण की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम इस घटना में शोक व्यक्त कर रहे हैं। मेरे घर में आज पत्रकार बंधुओ का रात्रि भोजन था, जो कि हमने इस घटना के बाद स्थगित कर दिया है। ईश्वर घटना के पीडित परिवारों को इस दुख को सहने की ताकत दे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पढ़ेंः उत्तराखंड के अल्मोड़ा में खाई में गिरी बस, 36 लोगों की मौत, 26 घायल
बस दुर्घटना के लिए सड़कों की दुर्दशा व सार्वजनिक परिवहन की बदहाली
वहीं, उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि अल्मोड़ा के सल्ट व रामनगर के बीच मार्चुला में आज सोमवार सुबह सुबह हुए भीषण बस हादसे के लिए पहाड़ों में सड़कों की दुर्दशा व पहाड़ी क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन की बदहाल व्यवस्था पूरी तरह से जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि यह दोनों काम राज्य की सरकार के अधीन ही हैं, तो कहीं न कहीं इस हादसे के लिए राज्य की भाजपा सरकार जिम्मेदार है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि हादसे में 36 लोगों की जान चली गई और 26 लोग घायल हैं, जो मौत से जंग लड़ रहे हैं। धस्माना ने कहा कि भाजपा राज में पिछले सात साल में बस और सड़क दुर्घटनाओं में जितने लोगों की जान गई है, इतनी जानें राज्य बनने के बचे सत्रह वर्षों में नहीं गई। बार बार राज्य की सड़कों की दुर्दशा का मुद्दा उनकी ओर से उठाए जाने के बावजूद सरकार केवल जुबानी जमा खर्च करती रही। सड़कों की दशा नहीं सुधरी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने मृतकों व घायलों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने और घायलों का सारा इलाज सरकारी खर्च पर कर उनको आर्थिक सहायता मुहैया कराने की मांग राज्य सरकार से की।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।