उत्तराखंड में साइबर अटैक के बाद सीएम धामी ने बुलाई विशेषज्ञों की बैठक, दिए ये निर्देश

उत्तराखंड में साइबर अटैक के बाद से अभी भी कई कार्यालयों में डाटा रिकवरी की जा रही है। फिलहाल वेबसाइटें अस्थायी रूप से बंद की गई हैं। सोमवार से स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है। वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में स्टेट डाटा सेंटर में आए मालवेयर एवं अस्थायी रूप से बंद की गई ऑनलाइन सेवाओ के संबंध में स्टेट डाटा सेंटर, स्वान, एनआईसी, आईटीडीए से संबंधित सभी अधिकारियों, विशेषज्ञों, पुलिस विभाग एवं शासन के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्टेट डाटा सेंटर की स्कैनिंग अति शीघ्र पूर्ण कर जनहित से जुड़े विभागों की साइट को प्रथमिकता से पुनः शुरू किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा यह सुनिश्चित किया जाए कि सोमवार तक सभी साइट्स का संचालन शुरू हो जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा इस तरह के मामलों की पुनरावृति न हो, एवं ऑनलाइन सेवाओं से संबंधित सुरक्षा हेतु राज्य में अतिशीघ्र साइबर सिक्योरिटी टास्क फोर्स का गठन किया जाए। उन्होंने कहा आईटी के क्षेत्र में कार्य कर रही भारत सरकार की सर्वश्रेष्ठ एजेंसियों के सहयोग से स्टेट डाटा सेंटर की सुरक्षा प्रणाली को और ज्यादा आधुनिक बनाए एवं तय समय में स्टेट डाटा सेंटर, ऑनलाइन साइट्स का सेफ्टी ऑडिट भी किया जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की सुरक्षा एवं विभिन्न विभागों से संबंधित ऑनलाइन डाटा की रिकवरी के लिए डिजास्टर रिकवरी सेंटर की स्थापना की जाए। उन्होंने कहा साइबर सुरक्षा में सर्वश्रेष्ठ कार्य कर रहे राज्यों, केंद्रीय मंत्रालयों एवं एजेंसियों की बेस्ट प्रैक्टिस का अध्ययन कर उन्हें राज्य में लागू किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आई.टी.डी.ए में टेक्निकल कार्य कर रही कंपनी की पुनः समीक्षा की जाए, यदि समीक्षा के दौरान किसी प्रकार की लापरवाही पाई जाती है, तो कंपनी पर कार्यवाही की जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सचिव नितेश झा ने बताया कि आईटीडीए डाटा सेंटर में वर्चुअल मशीनों पर मालवेयर के कारण किसी भी प्रकार की डेटा हानि नही हुई है।1378 में से 11 मशीनों पर मालवेयर का प्रभाव पड़ा था। बीते 2 दिनो में डाटा सेंटर की स्कैनींग कई बार कर ली गई है। ई- ऑफिस एवं सीएम हेल्पलाइन सूचारू सहित अन्य साइट्स शुरू हो गयी हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस दौरान बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूडी (वर्चुअल), पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, सचिव मीनाक्षी सुंदरम, सचिव शैलेश बगोली, सचिव विनय शंकर पाण्डेय, कुमाऊँ कमिश्नर दीपक रावत, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, निदेशक आई.टी.डी.ए. श्रीमती नितिका खण्डेलवाल, एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एक साथ सरकारी कामकाज हुआ था ठप
गौरतलब है कि उत्तराखंड में बुधवार दो अक्टूबर की सुबह अचानक हुए एक बड़े साइबर हमले ने राज्य के पूरे आईटी सिस्टम को ठप कर दिया। इससे सरकारी कामकाज पर गंभीर प्रभाव पड़ा। इस हमले के चलते प्रदेश की सबसे महत्वपूर्ण सरकारी वेबसाइटें और सेवाएं पूरी तरह से बंद हो गईं। इनमें सीएम हेल्पलाइन, भूमि रजिस्ट्री, और ई-ऑफिस जैसे महत्वपूर्ण प्लेटफार्म शामिल हैं। सरकारी दफ्तरों में दिनभर कामकाज ठप रहा, जिससे सचिवालय समेत राज्यभर में प्रशासनिक कामकाज प्रभावित हुआ। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हमला इतना खतरनाक था कि राज्य के सबसे अहम स्टेट डाटा सेंटर और सिक्योर इंटरनेट सर्विस यूके स्वान भी इसकी चपेट में आ गए. एक के बाद एक सरकारी वेबसाइटें बंद होती चली गईं, जिनमें सीएम हेल्पलाइन और अपुणि सरकार, जैसी 800 से अधिक सेवाएं देने वाली वेबसाइट शामिल थीं। जनता की शिकायतें दर्ज करने के लिए बनाई गई सीएम हेल्पलाइन को भी दिनभर ठप रहना पड़ा। इस साइबर हमले के चलते प्रदेश में 90 से ज्यादा वेबसाइटें पूरी तरह से बंद हो गईं, जिससे सरकारी और सार्वजनिक सेवाओं की ऑनलाइन पहुंच बाधित हो गई।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।