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September 19, 2024

बेटे ने स्कूल जाने से किया मना, गुस्साई मां ने सबक सिखाने को किया ये उपाय, बेटे ने दस दिन में कमा डाले सवा लाख रुपये

1 min read

अक्सर बच्चे स्कूल जाने से कतराने लगते हैं। छोटे बच्चों को तो डरा, धमका कर समझाया जा सकता है, लेकिन किशोर को किसी बात पर मनाना हरएक के बस की बात नहीं होता। ऐसे ही एक बेटे को उसकी मां ने समझाया कि यदि स्कूल नहीं जाएगा तो आटे दाल का भाव मामूल पड़ जाएगा। फिर भी बेटे की जिद्द के आगे मां की नहीं चली। इस पर उसने बेटे को सबक सिखाने के लिए उसे ऐसे काम में लगा दिया, जिससे बेटा परेशान होकर स्कूल जाना शुरू कर दे। नतीजा ये निकला कि 17 साल के किशोर ने स्कूल भी छोड़ दिया और मां को हैरान कर दिया। उसने 10 दिन के भीतर ही सवा लाख रुपये की कमाई कर डाली। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

चीन की है घटना
हाल में चीन रे झेजियांग प्रांत के जियाक्सिंग में एक किशोर स्कूल जाने को बार बार मना करने लगा तो रेहड़ी पर चिकेन फ्राई बेचने वाली उसकी मां डेंग ने अपने बेटे को सबक सिखाने का प्रयास किया। मां ने समझा कि शायद बेटा सुधर जाए और स्कूल जाने लगे। वहीं, बेटे ने ऐसा काम किया कि उसके सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

नहीं लगता था पढ़ाई में मन
डेंग का 17 वर्षीय बेटा शेन स्कूल की पढ़ाई में बिल्कुल भी रुचि नहीं ले रहा था। नतीजा से निकल रहा था कि उसकी परीक्षा में अंक गिरते जा रहे थे। जब डेंग ने बेटे को पढ़ाई के महत्व को लेकर डांटा, तो शेन ने साफ कह दिया कि उसे स्कूल जाना बेमतलब लगता है। इससे नाराज होकर डेंग ने उसे वास्तविक जीवन का संघर्ष समझाने का निर्णय लिया और उसे अपनी चिकन फ्राई की रेहड़ी पर बैठा दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

शेन ने की जी तोड़ मेहनत, मिली सफलता
डेंग ने सोचा कि मेहनत करने से शेन को शिक्षा का महत्व समझ में आ जाएगा। वहीं, शेने ने जी तोड़ ऐसी मेहनत की कि 10 दिनों में उसने 10,000 युआन (लगभग 1.17 लाख रुपये) कमा डाले। इसे देखकर डेंग आश्चर्यचकित रह गईं। शेन ने सुबह 9 बजे खाना बनाना शुरू करता। 13 किलोमीटर की यात्रा करके शाम 4 बजे अपना स्टॉल लगाता और पूरी रात चिकन बेचता। सुबह करीब तीन बजे वह घर लौटता था। मुश्किल से छह घंटे की वह नींद लेता। इसी मेहनत का नतीजा से हुआ कि उसकी रेहड़ी में पैसों की बरसात होने लगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

स्कूल छोड़ने का निर्णय
बाद में काम की व्यस्तता के कारण शेन ने स्कूल छोड़ दिया। डेंग ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे को पढ़ाई छोड़ने के बारे में समझाया, लेकिन शेन ने अपने निर्णय पर कायम रहने का फैसला किया। डेंग का कहना है कि माता-पिता केवल समर्थन कर सकते हैं। बेटे की खुशी और स्वास्थ्य उनकी प्राथमिकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
यह घटना मेनलैंड सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। एक वीबो यूजर ने लिखा कि अगर किसी को पढ़ाई में रुचि नहीं है, तो वह अन्य रास्ते भी अपना सकता है। जीवन जीने का एकमात्र रास्ता स्कूल नहीं है। एक अन्य यूजर ने टिप्पणी की कि- शायद शेन का दिमाग पूरी तरह से बिजनेस माइंड है, लेकिन वह मेहनती है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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