डेंगू के खिलाफ ऋषिकेश में 7 प्लस वन अभियान जारी, दिखने लगा असर, सात दिन में मरीजों में आई 50 फीसद की कमी

उन्होंने बताया कि डेंगू के कहर को रोकने के लिए एम्स ऋषिकेश एवं नगर निगम ऋषिकेश ने मिलकर 7 प्लस वन अभियान दिनांक 11 सितंबर से मायाकुंड ऋषिकेश में शुरू किया था। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सामूहिक रूप से मिलकर डेंगू संभावित क्षेत्रों में डेंगू के प्रति जागरूकता फैलाना और स्थानीय जन मानस को डेंगू से निजात दिलाने सेवन प्लस वन कार्यक्रम में सहभागिता तथा स्थानीय जनता का डेंगू रोकथाम के लिए सामूहिक मोबिलाइजेशन को प्रारंभ करना था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सेवन प्लस वन अभियान के संस्थापक एवं सह अचार्य व फैमिली फ़िजिसीयन डॉक्टर संतोष कुमार का कहना है कि कि हम 7 दिनों तक स्थानीय जनता का समूह बनाकर अपने घर व मोहल्ले में डेंगू मच्छर का लारवा उत्पन्न करने वाली जगह को नष्ट कर करते हैं। साथ ही दूसरों को इसके लिए प्रेरित करते हैं। ऐसे में डेंगू का लारवा में मच्छर में परिवर्तित नहीं हो पाएगा और 7 दिन के पश्चात हर रविवार हफ्ते में एक बार इसी प्रोग्राम को दोहराया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि पिछले 7 दिनों में ऋषिकेश के नगर निगम महापौर एवं नगर आयुक्त तथा एसपीएस अस्पताल राजकीय अस्पताल के सुरेंद्र सिंह यादव के कुशल नेतृत्व तथा वरिष्ठ नागरिक के सदस्य यूपीएचसी सेंटर से एएनएम ऋषिकेश व सोशल आउटरीच स्टाफ द्वारा सेवन प्लस वन कार्यक्रम को चलाया गया था। इसमें सबसे पहले क्षेत्र मायाकुंड, चंद्रेश्वर नगर, चंद्रभागा, 20 बीघा, बापू ग्राम, शांति नगर, नंदू फार्म, तथा गंगानगर इन सभी जगहों में यह कार्यक्रम एक साथ चलाया गया। इसके फलस्वरूप 11 सितम्बर से पहले इन क्षेत्रों में डेंगू के 56 मरीज पाए गए थे। डेंगू सेवन प्लस अभियान चलाने के पश्चात इन जगहों में केवल 25 मरीज ही पाए गए। इस अभियान के दौरान डेंगू केसो में इन जगहों पर 50 प्रतिशत की कमी आयी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन ऋषिकेश के सदस्य ब्रहम कुमार शर्मा, सत्येंद्र कुमार, हेम कुमार पांडे के साथ ही राजकीय अस्पताल से एसएस यादव, आशा, एएनएम, स्थानीय पार्षद तथा नगर निगम की टीम की ओर से स्थानीय लोगों को एक एकजुट करके एक टीम बनाई गई। इसका मुख्य कार्य यह था कि वह घर घर जाकर इकट्ठा हुए पानी को नष्ट करना। साथ मिलकर स्थानीय क्षेत्रों में डेंगू लार्वा मच्छर पॉइंट को चिह्नित करके लोगों से ही इसका निराकरण वह नष्ट करवाया गया। इसके साथ ही उनको डेंगू से बचने के उपाय भी बताए गए। साथ ही नगर निगम टीम द्वारा इन जगहों पर कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव भी करवाया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. संतोष कुमार ने कहा की मोहल्ले या घर में रुके हुए पानी जैसे – गमलों में, टायरों में, कूलर, फ्रिज इन सभी जगह मैं रुके हुए पानी से डेंगू मच्छर जन्म लेते वह फैलते हैं। जनता से हमारा अनुरोध है की डेंगू के कहर से केवल प्रशासन एवं नगर निगम पर ही निर्भर ना रहें, बल्कि खुद से अपने आप एक टीम की रचना करके अपने मोहल्ले अपने घर और कार्य स्थलों पर 7 दिन तक सामूहिक रूप से पानी को जमा ना होने दें। पूरी सफाई रखें। कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करवाने के लिए नगर निगम से संपर्क करके डेंगू मच्छर से बचा जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इन बातों का रखें ध्यान
1.इस समय जिस किसी व्यक्ति में डेंगू बुखार के लक्षण है वह घबराए नहीं और घर में रहकर आराम करें |
2.अपने पूरे शरीर को ढक कर रखें दिन में मच्छरदानी का उपयोग करें ताकि मच्छर के द्वारा दूसरे व्यक्तियों में डेंगू ना फैला सकें।
3.खूब पानी पिए अपने आपको खूब हाइड्रेट रखें।
4.ज्यादा बुखार आने पर केवल पेरासिटामोल का ही सेवन करें।
5.शरीर पर लाल रंग वह सफेद रंग के चकत्ते पड़ने पर तथा शरीर में नाक/ मुंह से रक्त स्त्राव होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।